गढ़ती नयी कहानी है
बाल साहित्य | बाल साहित्य कविता डॉ. प्रमोद सोनवानी 'पुष्प'1 Oct 2013
परियों की रानी कथा - कहानी,
मुझको रोज़ सुनाती है।
निंदिया रानी के संग आकर,
गढ़ती नयी कहानी है॥1॥
खेल-खिलौने देती मुझको,
मन मेरा बहलाती है।
रंग - बिरंगे पंखों वाली,
लगती बड़ी सयानी है॥2॥
जादू की फिर छड़ी घुमाकर,
मुझको सैर कराती है।
प्रेम - प्रीत का पाठ पढ़ाकर,
गढ़ती नयी कहानी है॥3॥
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