घोंसला प्रतियोगिता
बाल साहित्य | बाल साहित्य कविता नरेंद्र श्रीवास्तव15 May 2019
वन राजा के जन्मदिन पर
पशु-पक्षी थे आनंदित।
घोंसला प्रतियोगिता हुई
जंगल में आयोजित॥
बया, गलगल, चिड़ियों ने
बनाये घोंसले सुंदर।
कहाँ रहेंगे ये सोचकर
घबराये सब बंदर॥
जाकर राजा से बोले
हम पर दया दिखाओ।
पेड़ों पर जो बने घोंसले
उनको तो हटवाओ॥
राजा बोले, प्रजा हमारी
आपको दुःखी देख न पायें।
रहो आज भालू की लॉज में
हम पूरा खर्च उठायें॥
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