जीत
कथा साहित्य | लघुकथा ओमप्रकाश क्षत्रिय 'प्रकाश'6 Mar 2017
"अरे यार! यहाँ प्रतियोगिता जीतना कौन सी बड़ी बात है। मैं जीत सकता हूँ?"
"लगी शर्त?"
"हाँ, लगी 500 - 500 रुपए की शर्त," संतोष ने कमल से कहा।
दूसरे ही पल संतोष ने अपनी प्रोफाइल का चित्र बदल कर एक ख़ूबसूरत लड़की का चित्र डाल दिया और लिखा यह मेरी असली प्रोफाइल है। फिर यार दोस्तों को प्यार भरा सन्देश भेज दिया, "जो कोई मुझ से प्यार करता हो वो मेरी इस रचना को लाईक करे।"
......फिर क्या था, उस रचना पर ढेर सारे लाईक व कमेंट मिले और वह रचना मतों के आधार पर विजेता घोषित कर दी गई।
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