कौन सा लोकतंत्र?
काव्य साहित्य | कविता राजीव कुमार15 Oct 2020
निर्बल को बल मिले,
निर्जल को जल मिले,
गूँगे को वाणी मिले,
प्राणी से प्राणी मिले,
वो मंत्र कौन सा है?
जिस उड़न खटोले पर,
शान्ति का दूत आए,
अशान्ति का चैन लुट जाए,
जो कटाक्ष प्रहार करे,
वो यंत्र कौन सा है?
मनुष्य बह जाए सुख की नदी में,
है इस सदी में या उस सदी में,
है जनता राज में या नेता राज में,
जनता के हाथ में सत्ता आए,
वो लोकतंत्र कौन सा है?
प्रत्यक्ष है या अप्रत्यक्ष है?
मेरी क़लम रुक गई,
सब अब आपके समक्ष है।
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