कविताएँ संस्कृतियों के आईने हैं
काव्य साहित्य | कविता डॉ. सुशील कुमार शर्मा1 Apr 2021
कुछ कविताएँ के कोने लदे
होते है दर्द के सलीबों से।
कुछ कविताएँ भरी होती हैं
ख़ुशी के नसीबों से।
कुछ कवितायें अव्यक्त सा
भाव देकर बिखर जाती हैं।
कुछ कवितायें सब कुछ व्यक्त कर
अन्तर्मन में उतर जाती हैं।
कुछ कवितायें शोरगुल के भँवर में
डूब कर अधूरी रह जाती हैं।
कुछ कवितायें षोडशी सी
सजी मन को लुभाती हैं।
कुछ कवितायें सुगन्धित सी
कर देती हैं मन को आनंदित।
कुछ कवितायें कर देती हैं
अंतर्मन को मुदित।
कुछ कविताओं में होते हैं उलाहने।
कुछ कविताओं में होते है गहरे मायने।
कुछ कविताओं में होते हैं
वर्तमान के प्रतिबिम्ब।
कुछ कविताओं में होते है
भविष्य के आलम्ब।
कुछ कविताओं में खड़े होकर
प्रश्न तलाशते हैं उत्तर।
कुछ कविताएँ सुलगती रहती
हैं मन के भीतर।
कुछ कविताओं में होती है
प्रभु की प्रार्थना।
कुछ कविताओं में होती हैं
सत्य धर्म की भावना।
कुछ कविताएँ अश्लील कपड़े पहन
नृत्य करती हैं बार बालाओं सी।
कुछ कविताएँ होती हैं
सजी धजी मधुशालाओं सी
कुछ कविताएँ समेटे होती हैं
भूत का दर्द वर्तमान की लंकाएँ।
कुछ कविताओं में होती है
भविष्य की ख़ुशी और आशंकाएँ।
कुछ कविताएँ बाल मन को
टटोलती किलकारियाँ भरती हैं।
कुछ कविताएँ आम आदमी
के दर्द का बखान करती हैं।
कुछ कविताओं में चाँद और प्रेम
पर लेटे शब्दों की शहनाइयाँ हैं|
कुछ कविताओं में रिसते दर्द
की रुसवाइयाँ हैं।
कुछ कविताओं में राजनीति
के सरोकार होते हैं।
कुछ कविताओं में चरण धोते
साहित्यकार होते हैं।
कुछ कविताओं में जंगल की कराह
और मरते जानवर होते हैं।
कुछ कविताओं में दूषित पर्यावरण
और सूखते कुएँ रोते हैं।
कुछ कविताओं का स्तर भू जल
से भी नीचे जाकर गिरता है।
कुछ कविताओं में विचारों का
गन्दा पानी आ आकर मिलता है।
कुछ कविताएँ शृंगार के नाम पर
अश्लीलता का बखान करती हैं।
कुछ कविताएँ सिर्फ़ महिला
पुरुषों का बखान करती हैं।
कुछ कविताएँ ख़ुश्बू सी फैल
कर मन पर छा जाती हैं।
कुछ कविताएँ इत्र सी महक
कर दिल में उतर जाती हैं।
कुछ कविताओं में देश भक्ति
का स्वर होता है।
कुछ कविताओं से देश का
नाम अमर होता है।
कुछ कविताएँ ख़ुद को लजाती हैं।
कुछ कविताएँ वैमनष्यता फैलाती हैं।
कुछ कविताएँ त्योहारों
का गुणगान करती हैं।
कुछ कविताएँ प्रकृति
का बखान करती हैं।
कुछ कविताएँ किसी को
समझ में नहीं आतीं हैं।
कुछ कविताएँ स्वयं
का अर्थ समझाती हैं।
कुछ कविताओं में विज्ञान
की कहानी होती हैं।
कुछ कविताओं में शिक्षा
सयानी होती हैं।
कुछ कविताएँ समाज का दर्पण होती हैं।
कुछ कविताएँ वृद्धों की दशा पर रोती हैं।
कविताएँ भाषाओं के मायने हैं।
कविताएँ संस्कृतियों के आईने हैं।
कविताएँ शब्दों सुरों
और भावों की आत्मा हैं।
कविताएँ सृष्टि के लिए
साक्षात परमात्मा हैं।
अन्य संबंधित लेख/रचनाएं
"पहर को “पिघलना” नहीं सिखाया तुमने
कविता | पूनम चन्द्रा ’मनु’सदियों से एक करवट ही बैठा है ... बस बर्फ…
टिप्पणियाँ
कृपया टिप्पणी दें
लेखक की अन्य कृतियाँ
लघुकथा
गीत-नवगीत
कहानी
कविता
- आकाशगंगा
- एक पेड़ का अंतिम वचन
- कबीर छंद – 001
- कविता तुम कहाँ हो
- कविताएँ संस्कृतियों के आईने हैं
- काल डमरू
- गाँधी धीरे धीरे मर रहे हैं
- छूट गए सब
- ठण्ड
- तुम्हारे जाने के बाद
- पुण्य सलिला माँ नर्मदे
- प्रभु प्रार्थना
- प्रिय तुम आना हम खेलेंगे होली
- फागुन अब मुझे नहीं रिझाता है
- बसंत बहार
- मेरे लिए एक कविता
- वसंत के हस्ताक्षर
- शिव संकल्प
- शुभ्र चाँदनी सी लगती हो
- सखि बसंत में तो आ जाते
- सीता का संत्रास
- सुनो प्रह्लाद
दोहे
कविता-मुक्तक
सामाजिक आलेख
- अध्यात्म और विज्ञान के अंतरंग सम्बन्ध
- करवा चौथ बनाम सुखी गृहस्थी
- गाँधी के सपनों से कितना दूर कितना पास भारत
- गौरैया तुम लौट आओ
- नकारात्मक विचारों को अस्वीकृत करें
- नब्बे प्रतिशत बनाम पचास प्रतिशत
- नव वर्ष की चुनौतियाँ एवम् साहित्य के दायित्व
- पर्यावरणीय चिंतन
- भारतीय जीवन मूल्य
- माँ नर्मदा की करुण पुकार
- मानव मन का सर्वश्रेष्ठ उल्लास है होली
- वेदों में नारी की भूमिका
- वेलेंटाइन-डे और भारतीय संदर्भ
- व्यक्तित्व व आत्मविश्वास
- संकट की घड़ी में हमारे कर्तव्य
- हैलो मैं कोरोना बोल रहा हूँ
बाल साहित्य लघुकथा
साहित्यिक आलेख
- पुरुष सत्तात्मक समाज में स्त्री विमर्श
- प्रवासी हिंदी साहित्य लेखन
- प्रेमचंद का साहित्य – जीवन का अध्यात्म
- बुन्देल खंड में विवाह के गारी गीत
- भारत में लोक साहित्य का उद्भव और विकास
- रामायण में स्त्री पात्र
- हिंदी भाषा की उत्पत्ति एवं विकास एवं अन्य भाषाओं का प्रभाव
- हिंदी भाषा की उत्पत्ति एवं विकास एवं अन्य भाषाओं का प्रभाव
बाल साहित्य कविता
कविता - हाइकु
व्यक्ति चित्र
सिनेमा और साहित्य
किशोर साहित्य नाटक
किशोर साहित्य कविता
ग़ज़ल
ललित निबन्ध
विडियो
उपलब्ध नहीं
ऑडियो
उपलब्ध नहीं
{{user_name}} {{date_added}}
{{comment}}