प्रेम का प्रतीक
काव्य साहित्य | कविता मनोहर कुमार सिंह15 Mar 2021 (अंक: 177, द्वितीय, 2021 में प्रकाशित)
एक पेड़
जो लहराता
हुआ हो और
जिसकी शाखाएँ
पूरी तरह से
फली, फूली हों
जिसकी जड़ें भी
संभवतः ज़मीन को
मज़बूती से
जकड़ रखा हो
जिसकी अपने आप में
एक अलग पहचान हो
और वह पेड़
एक मामूली तूफ़ान
की वजह से
ज़मीं पर गिर जाए
तो क्या? वह पेड़
प्रतीक हो सकता है
एक सच्चे प्रेम का।
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