प्यारा भारत
बाल साहित्य | बाल साहित्य कविता रमेश ‘आचार्य’13 Nov 2014
सबसे प्यारा, जग में न्यारा,
भारत देश हमारा है,
हम सब इसके देशवासी,
यह प्राण हमारा हमारा है।
देश की खातिर, शहीद हुए जो,
सब आजादी के मतवाले थे,
याद बहुत आती है उनकी,
वे वीर हमारे रखवाले थे।
भारत माता के उन वीरों को,
हम आज नमन करते हैं,
जिनके घर ऐसे पूत हुए,
उन माँओं को चरण-स्पर्श करते हैं।
पन्द्रह अगस्त, जनवरी छब्बीस,
हमारी आजादी की पहचान है,
हिन्दू-मुस्लिम, सिख-ईसाई,
सब हिन्दुस्तान की शान है।
आज़ादी की वर्षगाँठ पर,
प्रण हमें यह करना है,
गाँधी-नेहरू, बोस-भगतसिंह
के पथ से नहीं भटकना है।
कमजोरों को हाथ बढ़ाकर,
ऊपर हमने उठाना है,
‘हम होंगे कामयाब’ को,
मंजिल तक पहुँचाना है।
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