(कवयित्री, समीक्षक एवं कहानीकार)
मॉरीशस
अपने बारे में सुरीति का कहना है, “मैं आगरा में पली-बढ़ी हूँ। मीर, ग़ालिब, नजीर व सूर की ताज नगरी से ही मैंने भी कविता का ककहरा सीखा। विगत 15 वर्षों से मॉरीशस में हिंदी शिक्षिका और हिंदी साहित्यकार के रूप में माँ हिंदी की सेवा करने का सौभाग्य मुझे मिला है।”
प्रकाशन:
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हमारे वृद्धजन हमारी शक्ति (कहानी संग्रह)
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अपनी-अपनी मंज़िलें (काव्य संग्रह)
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काग़ज़ की ज़िंदगी (ग़ज़ल संग्रह)
लेखक की कृतियाँ
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