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समाचार: भारत समाचार

12 Mar 2024

नाट्यकथा: कथा सिया राम की का भावपूर्ण प्रस्तुतीकरण

  दिनांक 06-03-2024 को राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय, नई दिल्ली में मुक्ताकाशीय मंच पर रामायणगाथा कार्यक्रम के अंतर्गत पद्मविभूषण डॉ. सोनल मानसिंह और उनके शिष्यों द्वारा  नाट्यकथा : कथा सिया राम की का भावपूर्ण प्रस्तुतीकरण किया गया। इसी वर्ष अप्रैल माह में अपने जीवन के संगीतमय अस्सी वसंत पूर्ण करने जा रहीं भरतनाट्यम और ओडिसी नृत्य विधा की अतीव गुणी एवं सिद्धहस्त कलाकार डॉ. सोनल मानसिंह ने अपनी टीम के साथ रामचरितमानस की चौपाइयों के लयबद्ध गायन आधारित नृत्य के माध्यम से भगवान श्रीराम के जीवन के विभिन्न पक्षों को बड़े ही प्रभावपूर्ण अंदाज़ में प्रस्तुत किया। नाट्यकथा का आरंभ राजा दशरथ द्वारा संतान प्राप्ति हेतु पुत्रेष्टि यज्ञ करने के साथ हुआ और फिर चारों भाइयों के जन्म के समय बधाई गीत, उनके बाल्यकाल का मनोहारी चित्रण, ऋषि विश्वामित्र का राजमहल में आगमन और अपने आश्रम में विश्वकल्याण हेतु यज्ञादि आयोजनों के निर्विघ्न-निष्कंटक पूर्णाहुति के लिए दुष्ट राक्षसों...

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21 Feb 2024

संस्कृत बाल कथा पर अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी 

“भाषा विकास तथा एनईपी-2020 के लिए आवश्यक”–कुलपति प्रो. वरखेड़ी   लखनऊ। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, दिल्ली के सीएसयू लखनऊ परिसर में 13-14 फरवरी, 2024 तक आयोजित दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन कुलपति श्रीनिवास वरखेड़ी जी के संरक्षण में किया गया।  कुलपति प्रो. वरखेड़ी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के कथा साहित्य को लेकर संगोष्ठी के आयोजन से अनेक भाषाओं के कथा साहित्यों के तुलनात्मक अध्ययन का अवसर उन्मीलित होगा जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 तथा विशेषकर भारतीय साहित्य के अध्ययन की दृष्टि से बहुत ही महत्त्वपूर्ण हो सकता है।  लखनऊ परिसर के निदेशक प्रो. सर्वनारायण झा ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि भारतीय कथा साहित्य अपने काल खण्डों के साथ अपनी मौलिकता को सुरक्षित रखते हुए नवाचारी प्रयोग के साथ अविच्छिन्न गति से बढ़ता रहा है।  डीन अकादमी प्रो. बनमाली बिश्बाल ने मुख्य अतिथि के रूप में कहा कि भारतीय...

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21 Feb 2024

ब्रिलिएंट में बाल रचनाकार हुए पुरस्कृत-2024

  अलीगढ़। बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय पत्रिका अभिनव बालमन में विविध प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बाल रचनाकारों को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य श्याम कुंतल ने कहा कि जब हम कविता, कहानी आदि लिखते हैं तो हमारे अंदर आत्मविश्वास आता है। ये तो बहुत अच्छा है कि रचनाएँ प्रकाशित भी हों और पुरस्कार भी मिलें। सभी बाल रचनाकारों को बधाई।

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21 Feb 2024

समकालीन कुण्डलिया शतक का लोकार्पण

नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित विश्व पुस्तक मेले में त्रिलोक सिंह ठकुरेला द्वारा सम्पादित कुण्डलिया संग्रह ‘समकालीन कुण्डलिया शतक’ का लोकार्पण किया गया।  श्वेतवर्णा प्रकाशन की ओर से दिनांक 18.02.2024 को विश्व पुस्तक मेला के हॉल नम्बर 2 में आयोजित इस कार्यक्रम में लोकार्पण के समय सुपरिचित दोहाकार राजपाल सिंह गुलिया, श्वेतवर्णा प्रकाशन की संस्थापक शारदा सुमन, कविता कोश के उप निदेशक राहुल शिवाय, साहित्यकार राजेंद्र वर्मा, गज़लकार के. पी. अनमोल तथा  समकालीन कुण्डलिया शतक के सम्पादक त्रिलोक सिंह ठकुरेला सहित अनेक बुद्धिजीवी और पाठक उपस्थित थे। समकालीन कुण्डलिया शतक में सौ कुण्डलियाकारों की रचनाओं का संकलन किया गया है। कुण्डलिया गेय छांदस विधाओं में छह चरणों का एक लोकप्रिय छंद है ।  उल्लेखनीय है कि त्रिलोक सिंह ठकुरेला ने कुण्डलिया छंद की पुनर्स्थापना के लिए अभूतपूर्व कार्य किया है। उन्होंने कुण्डलिया छंद के अनेक संकलनों का सम्पादन किया है। त्रिलोक सिंह ठकुरेला की...

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31 Jan 2024

डॉ. रमा द्विवेदी कृत ’मैं द्रौपदी नहीं हूँ’ पुस्तक परिचर्चा संपन्न-युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच, हैदराबाद 

  युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच (पंजीकृत न्यास) आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना राज्य शाखा की वर्चुअल चौदहवीं संगोष्ठी 28 जनवरी-2024 (रविवार) 3। 30 बजे से आयोजित की गई।  डॉ. रमा द्विवेदी (अध्यक्ष, आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना राज्य शाखा) एवं महासचिव दीपा कृष्णदीप ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि डॉ. रमा द्विवेदी कृत ’मैं द्रौपदी नहीं हूँ’ लघुकथा संग्रह की परिचर्चा प्रख्यात चिंतक प्रो. ऋषभदेव शर्मा जी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बतौर विशिष्ट अतिथि प्रखर व्यंग्यकार श्री रामकिशोर उपाध्याय जी, प्रख्यात युवा साहित्यकार डॉ. राशि सिन्हा जी मंचासीन हुए। सुप्रसिद्ध वरिष्ठ साहित्यकार श्री अवधेश कुमार सिन्हा जी, सुविख्यात युवा साहित्यकार प्रवीण प्रणव जी एवं प्रख्यात समीक्षक डॉ. जयप्रकाश तिवारी जी बतौर विशेष आमंत्रित अतिथि उपस्थित रहे।  कार्यक्रम का शुभारंभ दीपा कृष्णदीप द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना के साथ हुआ। तत्पश्चात् अध्यक्षा डॉ. रमा द्विवेदी ने अतिथियों का परिचय दिया एवं शब्द पुष्पों से अतिथियों का स्वागत किया।...

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26 Jan 2024

त्रिलोक सिंह ठकुरेला को ‘वीरबाला काली बाई स्मृति सम्मान’

  साहित्यकार त्रिलोक सिंह ठकुरेला को उनके द्वारा बाल साहित्य के क्षेत्र में किये गये उल्लेखनीय योगदान के लिए नई दिल्ली की ‘द गोल्डन एरा’ संस्था द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर दिनांक 24 जनवरी 2024 को आयोजित भव्य समारोह में ‘वीरबाला काली बाई स्मृति सम्मान’ से सम्मानित किया गया।  ‘द गोल्डन एरा’ के अध्यक्ष संजय पति तिवारी और न्यासी चन्द्रकांत ने त्रिलोक सिंह ठकुरेला का पुष्पगुच्छ देकर एवं शाॅल उढ़ाकर स्वागत करते हुए उन्हें स्मृति चिह्न एवं सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया।  नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेन्टर में आयोजित इस समारोह में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग सदस्य, सामाजिक कार्यकर्ताओं, अनेक संस्थाओं के अध्यक्षों, खिलाड़ियों, पत्रकार तथा दूरदर्शन एवं आकाशवाणी के उद्घोषकों सहित देश के गणमान्य व्यक्तिओं सहित बालिकाएँ उपस्थित थी। इस कार्यक्रम में अपने क्षेत्र में विशेष उपलब्धियों के लिए अनेक व्यक्तियों को सम्मानित करते हुए कई बालिकाओं को सम्मानित किया गया। ...

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8 Jan 2024

त्रिलोक सिंह ठकुरेला को बाल साहित्य भूषण 

  साहित्य मण्डल, श्रीनाथद्वारा के द्वारा, साहित्यकार त्रिलोक सिंह ठकुरेला को उनके द्वारा बाल साहित्य के क्षेत्र में किये गये उल्लेखनीय कार्य के लिए बाल साहित्य भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया है।  दिनांक 6 एवं 7 जनवरी 2024 को साहित्य मण्डल, श्रीनाथद्वारा के श्री भगवती प्रसाद देवपुरा प्रेक्षागार में आयोजित भव्य राष्ट्रीय बाल साहित्य समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम, अनेक महत्त्वपूर्ण पुस्तकों और पत्रिकाओं के प्रदर्शन, काव्यपाठ तथा कहानी वाचन के साथ साथ देश के विभिन्न राज्यों से आये साहित्यकारों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर साहित्य मण्डल द्वारा त्रिलोक सिंह ठकुरेला को पगड़ी और कंठहार पहनाते हुए अंगवस्त्र, शाॅल, श्रीफल और श्रीनाथ जी की छवि और प्रसाद देकर स्वागत किया गया। त्रिलोक सिंह ठकुरेला को साहित्य मण्डल के अध्यक्ष श्री मदनमोहन शर्मा तथा प्रधानमंत्री श्री श्यामप्रसाद देवपुरा द्वारा उपाधि पत्र देते हुए बाल साहित्य भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया।  त्रिलोक सिंह ठकुरेला को...

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6 Jan 2024

एकदिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला संपन्न

पाठ लेखन के समय लेखक को स्वयं शिक्षार्थी लर्नर बनना ही होगा—प्रो. गोपाल शर्मा हैदराबाद, 29 दिसंबर, 2023: “एस एल एम (सेल्फ लर्निंग मेटीरियल) या स्व-अध्ययन सामग्री ऐसी सामग्री है जिसे आदि से लेकर अंत तक छात्रकेंद्रित होना चाहिए। इस सामग्री को तैयार करते समय लेखक से लेकर संपादक, समन्वयक, परामर्शी आदि कई लोग आपस में मिलजुलकर एक इकाई की तरह कार्य करते हैं। स्व-अध्ययन सामग्री की बात करें तो वास्तव में सबसे पहले वही सीखता है जो उस पाठ को लिखता है। इस दृष्टि से सबसे पहला लर्नर पाठलेखक ही होता है। हर इकाई उसके लिए एक चुनौती है और हर पाठ लिखते समय लेखक को स्वयं शिक्षार्थी लर्नर बनना ही होगा। अन्यथा आप अपने लक्ष्य छात्रों के साथ न्याय नहीं कर पाएँगे। लेखक के रूप में केवल पिष्टपेषण न करें। विषय पर ध्यान दें। शिक्षक के साथ-साथ शिक्षार्थी बनकर इकाई लिखने का प्रयास करें। अपने अंदर...

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25 Dec 2023

61वीं राष्ट्रीय रोलर स्केटिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण

तमिलनाडु की ऐतिहासिक विजय   चेन्नै: 23 दिसंबर, 2023  रोलर स्केटिंग फेडरेशन ऑफ़ इंडिया द्वारा चेंगलपट ज़िले में स्थित तमिलनाडु फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में 18 दिसंबर, 2023 से 22 दिसंबर, 2023 तक आयोजित 61वीं राष्ट्रीय स्केटिंग चैंपियनशिप स्पर्धा में तमिलनाडु की जूनियर वर्ग की खिलाड़ियों ने स्वर्ण पदक जीतकर तमिलनाडु के स्केटिंग के इतिहास में अपना नाम दर्ज किया।  याद रहे कि रोलर डर्बी की शुरूआत भारत में 2018 में आर एस एफ़ आई की ओर से हुई। इन छह वर्षों में पहली बार तमिलनाडु की खिलाड़ियों ने असाधारण प्रतिभा दिखाकर स्वर्ण पदक जीता। इस टीम में आरुषि चौरसिया, वुल्ली श्रीसाहिती, मृदुला पी ए, जे मोहित्रा, हंसुजा, कार्तिका एम, परिणीता बी, हरिणी के एम और वी हेमनित्याश्री सम्मिलित हैं। इस टीम की कप्तान है सागिनी और वाइस कप्तान है गान्याश्री विजयकुमार।  टीम कोच श्रीमती किरण चौरसिया, टीम मैनेजर श्रीमती उषा...

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25 Dec 2023

अहिन्दीभाषी क्षेत्र के छात्र पढ़ेगे ठकुरेला की रचनाएँ 

  अहिन्दीभाषी क्षेत्र के छात्र पाठ्यक्रम में साहित्यकार त्रिलोक सिंह ठकुरेला की रचनाएँ पढ़ेंगे।  नयी शिक्षा नीति एवं राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (स्कूली शिक्षा) 2023 के अनुरूप केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की अहिन्दीभाषी क्षेत्र के कक्षा 3, 4 तथा 5 के छात्रों के लिए तैयार की गयी ‘सरस हिन्दी पाठ्यपुस्तक’ शृंखला में त्रिलोक सिंह ठकुरेला की रचनाएँ संकलित की गयी हैं। उल्लेखनीय है कि राजस्थान साहित्य अकादमी तथा पंडित जवाहरलाल नेहरू बाल साहित्य अकादमी सहित अनेक संस्थाओं द्वारा सम्मानित त्रिलोक सिंह ठकुरेला की रचनाएँ महाराष्ट्र राज्य की दसवीं कक्षा की हिन्दी पाठ्यपुस्तक ‘हिन्दी कुमारभारती’ सहित तीस से अधिक पाठ्यपुस्तकों में सम्मिलित की गयी हैं।  त्रिलोक सिंह ठकुरेला ने हिन्दी साहित्यकार के रूप में बाल साहित्य तथा कुण्डलिया एवं मुकरी जैसी साहित्यिक विधाओं के उन्नयन के लिए सराहनीय कार्य किया है।

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25 Dec 2023

साहित्य संगम संस्थान गुजरात इकाई का तृतीय वार्षिकोत्सव धूमधाम से हुआ संपन्न

  देश-विदेश की जानी-मानी पंजीकृत, साहित्य में अपनी अलग पहचान रखने वाली संस्था ‘साहित्य संगम संस्थान’ के गुजरात प्रदेश इकाई के स्थापना दिवस की तृतीय वर्षगाँठ 13 दिसंबर को बड़े धूमधाम से मनाई गई।  प्रातः 9 बजे से रात 8 बजे तक चले इस कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष आद. राजवीर सिंह ‘मंत्र’ जी द्वारा द्वीप प्रज्वलन और शंखनाद द्वारा किया गया। तदुपरांत गुजरात इकाई की सचिव आद. सोनल मंजूश्री ओमर जी एवं आद. अंकुर सिंह जी द्वारा सरस्वती वंदना करके माँ शारदे का आवाहन किया गया। इकाई के अध्यक्ष आद. डॉक्टर रतन कुमार शर्मा 'रत्न' जी ने स्वागतीय संबोधन द्वारा सभी को कार्यक्रम में आमंत्रित एवं स्वागत किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आद. जगदीशचंद्र गोकलानी जी के उद्बोधन द्वारा की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आद. डॉक्टर कमल किशोर दूबे जी और विशिष्ट अतिथि आद. प्रमोद पांडे जी रहे, उन्होंने अपने उद्बोधन द्वारा इकाई के...

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7 Dec 2023

शिप्रस स्कूल में हुआ अभिव्यक्ति का आयोजन: 2023

90 बाल रचनाकारों ने किया सहभाग अलीगढ़। बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय पत्रिका ‘अभिनव बालमन’ द्वारा ‘अभिव्यक्ति’ का आयोजन आगरा रोड स्थित शिप्रस स्कूल में किया गया।  इस अवसर पर 90 बाल रचनाकारों ने चित्रकला, कविता, कहानी एवं निबंध के माध्यम से अपने विचारों को अभिव्यक्त किया।  बच्चों को विविध विधाओं में शीर्षक प्रदान किए गए जिनके आधार पर बच्चों ने एक से बढ़कर एक रचनाएँ बनाईं।  इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या लीना शर्मा ने कहा कि बच्चों ने जिस तरह विविध शीर्षकों पर कविता, कहानी, निबंध, चित्रकला के माध्यम से रचनात्मकता को प्रदर्शित किया है वह प्रशंसनीय है।  प्रबंधक सौरभ राज ने कहा कि विद्यालय में विभिन्न गतिविधियाँ होती हैं। अभिनव बालमन द्वारा ‘अभिव्यक्ति’ के माध्यम से बच्चों ने साहित्यिक गतिविधि से स्वयं को जोड़ा है। यह बच्चों को मानसिक रूप से कल्पनाशील बनाएगा जिससे उनके अंदर सकारात्मक ऊर्जा आएगी।  अभिनव बालमन...

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5 Dec 2023

‘फटकन’ और ‘विद्याश्री साहित्य सान्निध्य’ के बैनर तले ग्रेटर नोएडा में एक कवि गोष्ठी का आयोजन

ग्रेटर नोएडा, 25-11-2023: ‘फटकन’ और ‘विद्याश्री साहित्य सान्निध्य’ के बैनर तले दिनांक 25 नवंबर, 2023 को ग्रेटर नोएडा में एक कवि गोष्ठी का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें ग़ाज़ियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के चुनिंदा कवियों ने सक्रिय प्रतिभागिता की। यह आयोजन ग्रेटर नोएडा (ओमीक्रॉन-1ए) स्थित साहित्यकार डॉ. मनोज मोक्षेन्द्र के आवास पर संपन्न हुआ।  यह गोष्ठी अपराह्न 3:00 बजे से आरंभ होकर सायंकाल 6:00 बजे तक अविराम चलती रही। साहिबाबाद (ग़ाज़ियाबाद) से पधारे वरिष्ठ लघुकथाकार और नामचीन साहित्यकार तथा संपादक एवं दिल्ली-प्रशासित कॉलेज के प्रवक्ता श्री सुरेंद्र कुमार अरोड़ा ने गोष्ठी की अध्यक्षता की जबकि सान्निध्य प्राप्त हुआ गीतकार वैभव वंदन तथा महत्त्वपूर्ण कवि मनोज द्विवेदी का। उल्लेख्य है कि वैभव नंदन लोकसभा सचिवालय के मीडिया सलाहकार रहे हैं जिन्होंने अपनी सेवाएँ इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र को भी दी...

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1 Nov 2023

हिन्दी साहित्य में बोलियों का योगदान: युवा उत्कर्ष की संगोष्ठी संपन्न

  युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच (पंजीकृत न्यास) आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना राज्य शाखा की तेरहवीं ऑनलाइन संगोष्ठी 28 अक्तूबर-2023 (शनिवार) संध्या 3:30 बजे से आयोजित की गई। डॉ. रमा द्विवेदी (अध्यक्ष, आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना राज्य शाखा) एवं महासचिव दीपा कृष्णदीप ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि सुप्रसिद्ध वरिष्ठ व्यंग्यकार/कथाकार श्री रामकिशोर उपाध्याय जी (राष्ट्रीय अध्यक्ष, दिल्ली) ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। बतौर विशेष अतिथि सुप्रसिद्ध ग़ज़लकार, साहित्यकार श्री प्रवीण प्रणव जी एवं प्रमुख वक्ता के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार, समीक्षक श्री अवधेश कुमार सिन्हा जी मंचासीन हुए।  कार्यक्रम का शुभारंभ सुश्री दीपा कृष्णदीप के द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना के साथ हुआ। तत्पश्चात्‌ अध्यक्षा डॉ. रमा द्विवेदी ने सम्माननीय अतिथियों का स्वागत शब्दपुष्पों द्वारा किया एवं परिचय दिया। संस्था का परिचय देते हुए कहा कि संस्था अपने संकल्पित लक्ष्यों के प्रति प्रतिबद्धता के साथ प्रगति की ओर अग्रसर है।  प्रथम सत्र “अनमोल एहसास” और “मन...

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1 Nov 2023

क्षितिज का अखिल भारतीय लघुकथा सम्मेलन 2023

  ‘लघुकथा में निरंतर होने वाले शोध मील का पत्थर साबित हो रहे हैं’: विकास दवे   क्षितिज संस्था ने स्थापना के चालीस वर्ष पूर्ण कर लिए हैं और संस्था द्वारा 2018 से आरंभ किया गया अखिल भारतीय लघुकथा सम्मेलन 2023 तक अनवरत जारी है।  दिनांक 29 अक्टूबर को आयोजित एक दिवसीय सम्मेलन की अध्यक्षता मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. विकास दवे ने की। प्रमुख अतिथि साहित्यकार डॉ. जयंत गुप्ता थे जबकि विशिष्ट अतिथि दिल्ली के वरिष्ठ लघुकथाकार श्री बलराम अग्रवाल तथा सम्मानित अतिथि श्री सूर्यकांत नागर थे।  संस्था के अध्यक्ष श्री सतीश राठी ने अतिथियों के स्वागत में स्वागत भाषण किया। उन्होंने क्षितिज के द्वारा 40 वर्ष से लघुकथा के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए समस्त अतिथियों का अभिनंदन किया। कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों से आए लघुकथा लेखकों को विविध सम्मानों से सम्मानित किया...

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15 Sep 2023

एक हिंदी दिवस ऐसा भी

  हिन्दी दिवस मंच संचालन डॉ. नर नारायण'शास्त्री'ने किया    ऐसा बहुत कम होता है कि कोई संस्था अपना उत्सव देश, समाज और मातृभाषा से जुड़े दिवस विशेष पर ही मनाए और अपने इस उत्सव को हिंदी के साधक-आराधक को समर्पित कर दे। 137 वर्ष पुराने कर्नलगंज इंटर कॉलेज प्रयागराज ने हिंदी दिवस पर हाई स्कूल की मान्यता मिलने की 75वीं वर्षगाँठ हिंदी दिवस पर मनाई। अपने इस उत्सव को आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी की स्मृतियों पर केंद्रित करते हुए अपने स्कूल और हिंदी का उत्सव साथ-साथ मनाया।  इसके सूत्रधार बने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफ़ेसर महेश चंद्र चट्टोपाध्याय। वह 33 वर्षों से कर्नलगंज इंटर कॉलेज के प्रबंधक भी हैं। श्री चट्टोपाध्याय के पिता संस्कृत के प्रकांड विद्वान थे। उनके बाबा नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथी। ‌ सुभाष चंद्र बोस के हाथ की लिखी है चिट्ठी आज भी उनके परिवार की...

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15 Sep 2023

वात्सल्य वर्ल्ड स्कूल में हुआ अभिव्यक्ति का आयोजन

  अलीगढ़। बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय पत्रिका ‘अभिनव बालमन’ द्वारा ‘अभिव्यक्ति’ का आयोजन देवेंद्र नगर स्थित वात्सल्य वर्ल्ड स्कूल में किया गया।  इस अवसर पर बाल रचनाकारों ने चित्रकला, कविता, कहानी एवं निबंध के माध्यम से अपने विचारों को अभिव्यक्त किया।  बाल रचनाकारों ने मेरा प्यारा त्योहार, हँसते गाते बच्चे, परियों की दुनिया, मेरा प्रिय कार्टून, बच्चे और खेल के मैदान, बस्ता और बच्चे जैसे विषयों पर चित्रकला एवं निबंधों बनाए। कविताओं में बच्चों ने दी गईं दो लाइन को आगे बढ़ाते हुए अपने मन से कविताओं की रचना की। बाल रचनाकारों ने दादी और चुनमुन, रवि सर की डायरी, टुक्कू जैसे विषयों पर कहानी की रचना की।  विद्यालय की प्रधानाचार्या पूनम भारद्वाज ने कहा कि सभी सहभागियों ने उत्साह के साथ विविध विधाओं में सहभाग किया। अपने मन को शब्दों में पिरोना कठिन कार्य है। चित्रकला में रंगों से और लेखन विधाओं में शब्दों...

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13 Sep 2023

ग़ज़लकार अशोक ‘अंजुम’ की पुस्तक का लोकार्पण

  “मैं रहूँ या ना रहूँ मेरा कहाँ ज़िन्दा रहे”   अलीगढ़– 9 सितंबर 23, उत्तर प्रदेश साहित्य सभा, लखनऊ तथा शिखर साहित्यिक संस्था, अलीगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में अशोक अंजुम की 101 चुनिंदा की ताज़ा ग़ज़लों की किताब “ग़ज़लकार अशोक अंजुम” (संपादक: श्री बालस्वरूप राही) का लोकार्पण समारोह संत फिदेलिस स्कूल, अलीगढ़ के सभागार में फ़ादर रॉबर्ट वर्गीस के संयोजन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन सुधांशु गोस्वामी ने किया।  कार्यक्रम में पूज्य संत मुरारी बापू, बॉलीवुड के बेहद चर्चित गीतकार-संवाद लेखक मनोज मुंतशिर, वरिष्ठ साहित्यकार तथा ज्ञानपीठ के पूर्व सचिव श्री बालस्वरूप राही, तथा प्रतिष्ठित साहित्यकार डॉ. वेदप्रकाश अमिताभ ने वीडियो के माध्यम से पुस्तक पर अपने विचार प्रस्तुत किये।  जितेंद्र कुमार ने अशोक अंजुम के ग़ज़ल संग्रह से दो ग़ज़लों की संगीतमय प्रस्तुति दी।  सर्वप्रथम भारती शर्मा द्वारा माँ शारदे की वंदना प्रस्तुत कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया और अपने...

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18 Aug 2023

युवा लेखक बिश्नोई की पुस्तक ‘आओ चलें उन राहों पर’ का उपमुख्यमंत्री चौटाला ने किया विमोचन

  सांस्कृतिक साहित्य को सँजोए रखने में लेखकों की है अहम भूमिका-दुष्यंत चौटाला   हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने हिंदी साहित्य को सँजोए रखने में लेखकों की अहम भूमिका बताते हुए कहा कि लेखकों की लेखनी से ही साहित्य का प्रचार और प्रसार हो सकता है। उन्होंने यह बात हिंदी साहित्य के युवा लेखक विकास बिश्नोई के द्वारा बाल कहानी संग्रह के अंतर्गत लिखित पुस्तक ‘आओ चलें उन राहों पर’ का विमोचन करते हुए कही।  उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने विकास को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि विकास जैसे प्रतिभाशाली युवा लेखक समाज में सभी के लिये प्रेरणादायक है क्योंकि आधुनिकता के इस युग में हिंदी साहित्य की गरिमा को बचाये रखने के लिए नई-नई चीज़ों का प्रकाशन बहुत ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि युवा लेखक विकास के द्वारा लिखे गए ये कहानी संग्रह निश्चित ही समाज और बाल वर्ग को एक नई प्रेरणा...

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17 May 2023

अभिमन बालमन द्वारा ‘सृजनोत्सव 2023’ का आयोजन 25 मई से

  अलीगढ़। बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय त्रैमासिक पत्रिका ‘अभिनव बालमन’ द्वारा वार्षिक रचनात्मक कार्यशाला ‘सृजनोत्सव 2023’ का आयोजन किया जा रहा है।  कार्यशाला में कविता, कहानी, चित्रकला, क्राफ़्ट एवं क्ले-वर्क में बाल रचनाकारों को इन कलाओं के विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।  अभिनव बालमन द्वारा वर्ष 2009 से इस कार्यशाला का आयोजन किया जाता रहा है जिसमें अलीगढ़ ही नहीं पूरे देश से विभिन्न विधाओं के संदर्भदाता के रूप में मार्गदर्शक आते रहे हैं।  कार्यशाला में बाल रचनाकार स्वयं की कहानी एवं कविता रचना सीखेंगे। उन्हें चित्रकारी, क्राफ़्ट और क्ले-वर्क में सृजन के लिए रचनात्मक वातावरण प्रदान किया जाएगा जिससे वे इन कलाओं में और निखार ला सकेंगे।  कार्यशाला का शुल्क 100 रुपए है जिसमेंं बच्चों को सभी आवश्यक सामान्य जलपान की व्यवस्था के साथ पुरस्कार और उपहार भी प्रदान किए जायेंगे।  कार्यशाला में सहभागिता हेतु सासनी गेट स्थित एस ए बुक...

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11 May 2023

साहित्यकार सुशील शर्मा को गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर स्मृति सम्मान

  गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती पर ऋषि वैदिक साहित्य पुस्तकालय आगरा द्वारा नगर के वरिष्ठ साहित्यकार सुशील शर्मा को हिंदी साहित्य, संस्कृति और शिक्षा में महत्त्वपूर्ण योगदान के लिए ‘गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर स्मृति सम्मान’ से सम्मानित किया गया। ज्ञातव्य हो कि वरिष्ठ साहित्यकार सुशील शर्मा की 20 साहित्यिक कृतियाँ प्रकाशित हो चुकीं है एवम्‌ शिक्षा में उन्हें राज्यपाल सम्मान से सम्मानित किया गया है। 

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7 May 2023

संस्था क्षितिज के द्वारा आयोजित माँ पर लघुकथा गोष्ठी

  हर माँ का एक धर्म होता है और हर धर्म में माँ एक होती है—सूर्यकांत नागर नगर की साहित्यिक संस्था क्षितिज के द्वारा आयोजित माँ पर लघुकथा पाठ के आयोजन में अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार सूर्यकांत नागर ने कहा कि, “स्त्री का हर रूप ममतामयी माँ का होता है। माँ का प्यार निर्ब्याज, निःस्वार्थ और तर्कातीत होता है। माँ बदले में कुछ नहीं चाहती उसका प्यार सच्चा होता है। वेदव्यास ने कहा है कि करुणा, दया, प्रेम, त्याग और सहिष्णुता एक ही स्थान पर देखना है तो माँ के हृदय में झाँको। माँ का आँचल कितना ही मैला हो संतान को उसमें प्यार और अपनत्व की गंध महसूस होती है। दुनिया की हर माँ का एक ही धर्म होता है और दुनिया के प्रत्येक धर्म में एक ही माँ होती है।” मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ उपन्यासकार अश्विनी कुमार दुबे ने कहा कि, “माँ...

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1 May 2023

उत्कृष्ट शिक्षण के लिए हर्षित गुप्ता हुए सम्मानित 

  बरेली: शनिवार 29 अप्रैल 2023 को बीआईयू कॉलेज ऑफ़ ह्यूमनिटीज़ एण्ड जर्नलिज़्म एवं बीआईयू कॉलेज ऑफ़ मैनेजमेंट (बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी) में संयुक्त रूप से ‘सम्मान समारोह’ का आयोजन किया गया, जिसमें सहयोगी शिक्षक के रूप में उत्कृष्ट सेवाएँ प्रदान करने हेतु हर्षित गुप्ता को प्रशस्ति-पत्र एवं क़लम प्रदान कर सम्मानित किया गया।  इस कार्यक्रम में माँ सरस्वती को नमन करते हुए प्राचार्य डॉ. अवनीश सिंह चौहान ने कहा, “हर्षित जी बहुत ही उदार एवं सरल हृदय के व्यक्ति हैं। पढ़ने-पढ़ाने में सदैव रुचि लेते हैं। शिक्षण की कला में निष्णात हैं, सेवाभावी हैं।” कार्यकर्म के मुख्य अतिथि उप-कुलसचिव संदीप शर्मा ने कहा, “हर्षित जी के साथ काम करने का आनंद ही कुछ और है।” विशिष्ट अतिथि अनुभाग अधिकारी प्रदीप त्रिपाठी ने कहा, “हर्षित जी एक व्यवहार-कुशल व्यक्ति हैं।” इस अवसर पर बरषानी गुप्ता, युसरा जैदी, वंशिका पटेल, गरिमा वर्मा, संस्कृति द्विवेदी, शिफा इंतज़ार, विष्णु गुप्ता,...

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1 May 2023

लोकार्पण, काव्य गोष्ठी व सम्मान समारोह कार्यक्रम संपन्न

  आगरा। यूथ हॉस्टल (आगरा) में संस्थान संगम व कविता प्रभा काव्य समूह के संयुक्त बैनर तले एक साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें डॉ. कविता सिंह प्रभा की दो पुस्तकों (सुनी है आहट व दिशाएँ ज़िन्दगी की) का विमोचन भव्य तरीक़े से किया गया। वहीं संस्थान संगम पत्रिका व राष्ट्रीय हिन्दी साप्ताहिक समाचार पत्र एकलव्य दर्पण का वितरण भी किया गया।  इसके साथ ही उपस्थित कवियों ने मधुर काव्यपाठ भी किया। कविता प्रभा काव्य समूह द्वारा सभी कविगणों को प्रशस्ति पत्र, पटका (राधे कृष्णा नाम पट्टिका) व संस्थान संगम पत्रिका की प्रति भेंट कर सम्मानित किया गया।  कवि व लेखक डॉ. मुकेश कुमार ऋषि वर्मा ने अपना लघुकथा संग्रह-जंगल की इज़्ज़त डॉ. कविता सिंह प्रभा व डॉ. अशोक अश्रु जी को भेंट किया।  इस अवसर पर ग़ाफ़िल स्वामी, प्रताप सिंह सिसोदिया, अवधेश कुमार निषाद मझवार, परमानंद शर्मा, रजिया बेगम, कवि रामेश्वर दयाल, डॉ....

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1 May 2023

ब्रिलिएंट के बाल रचनाकार हुए पुरस्कृत

  अलीगढ़। बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय पत्रिका ‘अभिनव बालमन’ द्वारा ब्रिलिएंट पब्लिक स्कूल में विभिन्न प्रतियोगिताओंं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बाल रचनाकारों को पुरस्कृत किया गया।  इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य श्याम कुंतैल ने कहा कि हमारे विद्यालय के विद्यार्थी ‘अभिनव बालमन’ की इन प्रतियोगिताओं में जिस तरह बढ़-चढ़कर प्रतिभाग कर रहे हैं वह सुखद है। कविता, कहानी, चित्रकला, संस्मरण आदि को जब स्वयं रचेंगे तो निश्चित ही सृजनात्मक विकास होगा।  इस अवसर पर पर्यावरणविद सुबोध नंदन शर्मा ने कहा कि अभिनव बालमन अपने नाम के अनुरूप बच्चों के बीच कार्य कर रही है। सभी बाल रचनाकारों को मेरी ओर से बधाई।  इस अवसर पर उप प्रधानाचार्या सुधा सिंह, डॉ. चंद्रशेखर शर्मा, अम्बिका शर्मा, कीर्ति पालीवाल, दीपा अधिकारी, रेखा सिंह, नीतू दास आदि शिक्षक-शिक्षिका उपस्थित रहे। 

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16 Apr 2023

सुशील शर्मा को डॉ. भीमराव अंबेडकर राष्ट्र गौरव सम्मान

दलितों के उत्थान, शिक्षा साहित्य, समाज सेवा संस्कृति के क्षेत्रों में अभिनव कार्य करने वाली विश्व गंगा वाहिनी एवं शोध संस्थान आगरा द्वारा वर्ष 2023 के डॉ. भीमराव अंबेडकर राष्ट्र गौरव सम्मान नरसिंहपुर ज़िले के शिक्षा एवं साहित्य के क्षेत्र में अभिनव कार्य करने वाले श्री सुशील शर्मा वरिष्ठ साहित्यकार गाडरवारा को प्रदान किया गया है ज्ञातव्य हो कि सुशील शर्मा कि 20 साहित्यिक कृतियाँ विभिन्न विषयों एवं विधाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में सुशील शर्मा जी को राज्यपाल पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया है। 

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1 Apr 2023

त्रिलोक सिंह ठकुरेला को अकादमी सम्मान 

  साहित्यकार त्रिलोक सिंह ठकुरेला को ‘पंडित जवाहरलाल नेहरू बाल साहित्य अकादमी’ द्वारा ‘बाल साहित्य सर्जक सम्मान’ से सम्मानित किया गया है।  पंडित जवाहरलाल नेहरू बाल साहित्य अकादमी, राजस्थान का पहला सम्मान समारोह 29 मार्च, 2023 को जवाहर कला केंद्र, जयपुर के रंगायन सभागार में भव्यता के साथ संपन्न हुआ।  राजस्थान सरकार के राज्य मंत्री श्री रमेश बोराणा, माननीय मुख्य मंत्री राजस्थान के विशेषाधिकारी श्री फारूक आफरीदी, राजस्थान साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. दुलाराम सहारण, जनसत्ता के प्रधान संपादक श्री मुकेश भारद्वाज और वरिष्ठ बाल साहित्यकार श्री रमेश तैलंग के आतिथ्य में आयोजित इस समारोह में अकादमी द्वारा प्रकाशित त्रिलोक सिंह ठकुरेला के बाल कविता संग्रह ‘सात रंग के घोड़े’ के लोकार्पण के साथ-साथ उन्हें माल्यार्पण, अंगवस्त्र, स्मृति-चिन्ह और सम्मान-पत्र देकर सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि कि त्रिलोक सिंह ठकुरेला को पूर्व में भी राजस्थान साहित्य अकादमी सहित अनेक संस्थाओं द्वारा पुरस्कृत एवं सम्मानित किया...

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30 Mar 2023

सुशील शर्मा की पाँच किताबें विमोचित

  गाडरवारा। विगत रविवार चेतना साहित्यिक संस्था के तत्वाधान में स्थानीय पीजी कॉलेज स्थित आडीटोरियम में स्व. प्रतिभा श्रीवास्तव स्मृति साहित्य सम्मान में विमोचन समारोह नगरपालिका अध्यक्ष शिवांकात मिश्रा, पूर्व विधायक श्रीमती साधना स्थापक, वरिष्ठ साहित्यकार प्रकाशचन्द्र डांगरे एवं चेतना के सरंक्षक मिनेन्द्र डागा के आतिथ्य में तथा वरिष्ठ साहित्यकार कुशलेन्द्र श्रीवास्तव की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा परमाल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। मोहद के युवा साहित्यकार मुकेश माधव ने सस्वर सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। मंचासीन अतिथियों का स्वागत एवं सम्मान संस्था के सदस्यों द्वारा किया गया। अपने स्वागत भाषण में मिनेन्द्र डागा ने कहा कि ओशो की पावन धरा गाडरवारा क्षेत्र में साहित्य सृजन निरंतर हो रहा है, आज के दौर में यह सुखद अहसास कराता है। उन्होंने अपील की कि साहित्यकार गौ माता के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए भी रचनाएँ लिखें। श्रीमती प्रतिभा श्रीवास्तव की...

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27 Mar 2023

डॉ. मनीष कुमार मिश्रा संत नामदेव पुरस्कार से सम्मानित

  के.एम. अग्रवाल महाविद्यालय, कल्याण पश्चिम में हिंदी विभाग प्रमुख के रूप में कार्यरत डॉ. मनीष कुमार मिश्र को महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी की तरफ़ से वर्ष 2020-21 के विधा पुरस्कारों के अंतर्गत संत नामदेव पुरस्कार (स्वर्ण पदक) से सम्मानित किया गया। उन्हें यह पुरस्कार उनके काव्य संग्रह “इस बार तुम्हारे शहर में” के लिए प्रदान किया गया। डॉ. मनीष कुमार मिश्र विगत 13 वर्षों से के.एम. अग्रवाल महाविद्यालय में कार्यरत हैं। उन्होंने डॉ. रामजी तिवारी के निर्देशन में “कथाकार अमरकांत: संवेदना और शिल्प” इस विषय पर पीएच.डी. उपाधि प्राप्त की है। आप को मुंबई विद्यापीठ से एम.ए. हिंदी में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने हेतु वर्ष 2003 में श्याम सुंदर गुप्ता स्वर्ण पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है।  “इस बार तुम्हारे शहर में” के अलावा उनके दो काव्य संग्रह और प्रकाशित हैं “अक्टूबर उस साल” और “अमलतास के गालों पर”। आप का एक कहानी...

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24 Mar 2023

ईश कुमार गंगानिया का आत्‍मवृत्त: जाति की हदों से आगे की रचना

साहित्य के झरोखे से . . .  ईश कुमार गंगानिया के आत्‍मवृत्त ‘मैं और मेरा गिरेबां’ का लोकार्पण एवं चर्चा 26 फरवरी 2023 को समय संज्ञान फ़ॉउंडेशन द्वारा आयोजित ईश कुमार गंगानिया के आत्‍मवृत्त ‘मैं और मेरा गिरेबां’ का लोकार्पण व परिचर्चा का आयोजन गाँधी शान्ति प्रतिष्ठान, नई दिल्ली में किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता डॉ. रजनी दिसोदिया, डॉ. अनुज कुमार और श्री शंकर थे। आयोजन की अध्यक्षता प्रो. अब्‍दुल बिस्मिल्लाह और विषय प्रस्तावना प्रो. राम चन्द्र ने की। मंच संचालन का दायित्व डॉ. राजेश कुमार ने निभाया। कार्यक्रम की वीडियो रिकॉर्डिंग को शिव नाथ शीलबोधि ने शिद्दत से अंजाम दिया। कर्मशील भारती ने सभी अतिथियों और श्रोताओं का आभार प्रकट किया।  आयोजन की एक ख़ूबी यह भी रही कि सभी वक्‍ताओं के व्याख्यान ईश कुमार गंगानिया के आत्‍मवृत्त ‘मैं और मेरा गिरेबां’ पर ही केंद्रित रहा, उनका अध्ययन और चिंतन टेक्स्ट आधारित और व्यापक था।...

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8 Mar 2023

वेद मित्र कृत बाल कविता-संग्रह ‘जनजातीय गौरव’ का हुआ लोकार्पण

विश्व पुस्तक मेला-2023, नई दिल्ली में ‘लेखक मंच’ पर सर्वभाषा ट्रस्ट व प्रकाशक के सौजन्य से डॉ. वेद मित्र शुक्ल कृत बाल कविता-संग्रह “जनजातीय गौरव” का लोकार्पण संपन्न हुआ।  कार्यक्रम में अध्यक्ष के रूप में केन्द्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा से उपाध्यक्ष अनिल जोशी, एवं विशिष्ट अतिथि व वक्ता के तौर पर साहित्य अमृत के संपादक एवं पूर्व केंद्र निदेशक, आकाशवाणी, नई दिल्ली से लक्ष्मी शंकर वाजपेयी, वरिष्ठ कवि व आलोचक डॉ. ओम निश्चल, वरिष्ठ ग़ज़लकार नरेश शान्डिल्य, प्रकाशन विभाग से जुड़े आजकल के संपादक राकेश रेणु, ग़ज़लकार रेणु हुसैन एवं सर्वभाषा ट्रस्ट के निदेशक केशव मोहन पाण्डेय द्वारा लोकार्पण किया गया।  ज्ञात हो कि इस पुस्तक के आवरण पृष्ठ का विमोचन फिजी में आयोजित 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन में साहित्य अकादेमी, मध्य प्रदेश के निदेशक विकास दवे और विद्या भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. ललित बिहारी गोस्वामी द्वारा किया जा चुका है। 

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25 Feb 2023

तेजपाल सिंह ‘तेज’: अभिनंदन समारोह

साहित्य के झरोखे से: एक रिपोर्ट   तेजपाल सिंह ‘तेज’ ने सामाजिक सद्भावना से साहित्य सृजन किया: डॉ. महेंद्र सिंह बेनिवाल   दलित लेखक संघ ने दिनांक 19 फरवरी 2023 को हिंदी अकादमी से सन्‌ 1995-96 में बाल गीतों की पुस्तक ‘खेल खेल में’ के लिए बाल साहित्य पुरस्कार तथा सन्‌ 2006-07 के लिए में साहित्यकार सम्मान प्राप्त वयोवृद्ध गीत व ग़ज़लकार मान्यवर तेजपाल सिंह ‘तेज’ का अभिनंदन और सम्मान समारोह, वाइट हाउस, कनॉट प्लेस, नई दिल्ली में आयोजित किया। दलित लेखक संघ के सदस्यों ने दुशाला पहनाकर तथा अध्यक्ष महेंद्र सिंह बेनीवाल और महासचिव शीलबोधि ने प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में दिल्ली और दिल्ली के आसपास के अनेक साहित्यकार मौजूद रहे। तेजपाल सिंह ‘तेज’ ने कार्यक्रम में अपने जीवन संघर्ष से कई दिलचस्प और प्रेरणादायक क़िस्से बयान किए। उन्होंने अपनी रचनाधर्मिता और उससे जुड़ी प्रयोगात्मक शैली के उदाहरण प्रस्तुत करने...

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18 Feb 2023

अकादमिक लेखन: शोध की नई प्रवृत्तियाँ— पर दो-दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न

नवाचार को अपनाएँ शोधार्थी—प्रो. देवराज वर्तमान में भारत विश्वगुरु बनने की ओर अग्रसर—प्रो. ऋषभदेव शर्मा शोध-पद्धति का ज्ञान आवश्यक—प्रो. पूरन चंद टंडन   बिजनौर (उत्तर प्रदेश)। वर्धमान कॉलेज, बिजनौर (उत्तर प्रदेश) में “अकादमिक लेखन: शोध की नई प्रवृत्तियाँ” विषय पर दो-दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी की शुरूआत माँ सरस्वती की वंदना और अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर इनॉग्रल सेशन (उद्घाटन सत्र) का शुभारंभ किया गया। इसके पश्चात कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों को बालवृक्ष देकर उनका स्वागत किया गया। साथ ही महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफ़ेसर सी.एम. जैन ने संगोष्ठी में उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया। साथ ही इस महत्त्वपूर्ण विषय की गंभीरता पर बात की। उन्होंने कहा कि इस तरह की संगोष्ठियों में शोधार्थियों और प्राध्यापकों को बढ़-चढ़ कर भाग लेना चाहिए, जिससे उनके रिसर्च की क़ाबिलियत में उत्तरोत्तर वृद्धि होती रहे। इसके पश्चात संगोष्ठी...

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17 Feb 2023

वर्धमान स्कूल में बाल रचनाकार पुरस्कृत

अलीगढ़। बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय त्रैमासिक पत्रिका ‘अभिनव बालमन’ द्वारा वर्धमान स्कूल में विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बाल रचनाकारों को पुरस्कृत किया गया।  विद्यालय की प्रबंधक डी पी सिंह ने कहा कि अभिनव बालमन के माध्यम से विद्यार्थियों में यह विश्वास आया है कि वह भी अपनी कल्पनाओं को पिरोकर कहानी, कविता जैसी विभिन्न विधाओं में लेखन कर सकते हैं।  प्रधानाचार्या पूजा वार्ष्णेय ने कहा कि विद्यार्थियो के लिए बाल साहित्य से जुड़ना बेहद आवश्यक है, जिसका विद्यालय के विद्यार्थियों अवसर प्राप्त हो रहा है।  अभिनव बालमन की उप संपादक संध्या ने कहा कि विद्यार्थियों की सहभागिता उनका होंसला बढ़ाएगी। हमें विश्वास है कि आगे भी विद्यार्थी एक से बढ़कर एक रचनायें रचेंगे जिससे उनके व्यक्तित्व में निखार आएगा।  इस अवसर पर मो। फारूक एवं पूजा सक्सेना का महत्त्वपूर्ण सहयोग रहा। 

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17 Feb 2023

डी एस बाल मंदिर में बाल रचनाकार पुरस्कृत

अलीगढ़। डी एस बाल मंदिर में बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय त्रैमासिक पत्रिका ‘अभिनव बालमन’ द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बाल रचनाकारों को पुरस्कृत किया गया।  इस अवसर पर प्रधानाचार्या रचना गुप्ता ने कहा कि अभिनव बालमन को पढ़कर बच्चे बहुत ख़ुश हैं। इससे उनमें लेखन के प्रति उत्साह बढ़ा है।  अभिनव बालमन के सम्पादक निश्चल ने कहा कि बाल पत्रिका बच्चों के लिए बेहद ज़रूरी है। बच्चों को कविता, कहानी, चित्रकला आदि से जोड़ने का मक़सद यही है कि वह नए विचारों को जन्म दें। अपने भावों को शब्दों में रचने का गुर सीखे। 

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2 Feb 2023

हिन्दू कॉलेज में नाट्य मनीषी दशरथ ओझा का अवदान विषयक संगोष्ठी

हिंदी साहित्येतिहास में दशरथ ओझा अविस्मरणीय: अंकुर नई दिल्ली। दशरथ ओझा उन अध्येताओं में थे जिन्होंने स्थायी महत्त्व का लेखन किया जिसे उनके निधन के चालीस वर्षों के बाद भी अनदेखा नहीं किया जा सकता। प्रसिद्ध रंगकर्मी और आलोचक देवेंद्र राज अंकुर ने हिन्दू कॉलेज में कहा कि ओझा जी द्वारा लिखित ‘हिंदी नाटक: उद्भव और विकास’ के बाद ‘आज का हिंदी नाटक: प्रगति और प्रभाव’ ऐसे ग्रन्थ हैं जिन्हें पढ़कर हिंदी नाटक के इतिहास को सम्पूर्णता में जाना जा सकता है। ‘आज का हिंदी नाटक: प्रगति और प्रभाव’ को ‘अंधा युग’, ‘पहला राजा’ और ‘आठवाँ सर्ग’ के अध्ययन के लिए विशेष उल्लेखनीय बताया। अंकुर ने ओझा जी के जगदीश चंद्र माथुर के साथ मिलकर लिखी गई किताब ‘प्राचीन भाषा नाटक’ को भी याद करते हुए बताया कि संस्कृत और प्राचीन भारतीय भाषाओं का ऐसा अद्भुत संग्रह हमारे सांस्कृतिक इतिहास की थाती है। उन्होंने ओझा जी द्वारा...

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31 Jan 2023

वात्सल्य वर्ल्ड स्कूल में बाल रचनाकार हुए पुरस्कृत

अलीगढ़। सासनी गेट स्थित वात्सल्य वर्ल्ड स्कूल में बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय त्रैमासिक पत्रिका ‘अभिनव बालमन’ द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताएँ में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बाल रचनाकारों को पुरस्कृत किया गया।  प्रधानाचार्या पूनम भारद्वाज ने कहा कि हमारे विद्यालय के बच्चे अभिनव बालमन से जुड़कर बेहद आनंदित हैं। उनको इससे ये पता चला कि किस तरह वो भी कविता, कहानी, संस्मरण लिख सकते हैं। बच्चों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया है।  इस अवसर पर अभिनव बालमन की उप संपादक संध्या ने कहा कि विद्यालय द्वारा हमेशा सकारात्मक सहयोग मिला है। बच्चों को चित्रकला एवं लेखन में रचनात्मक सृजन के लिए पर्याप्त अवसर दिया जाता है जो आज के बदलते परिवेश में उनकी रचनात्मकता को बेहतर बनाता है।  इस अवसर पर उप प्रधानाचार्या शालिनी भारद्वाज का महत्त्वपूर्ण सहयोग रहा। 

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30 Jan 2023

अभिनव बालमन द्वारा बाल रचनाकार हुए पुरस्कृत

सी बी गुप्ता सरस्वती विद्यापीठ में बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय त्रैमासिक पत्रिका ‘अभिनव बालमन’ द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताएँ में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बाल रचनाकारों को पुरस्कृत किया गया।  प्रधानाचार्य कुमुदेश कुमार ने कहा कि बच्चों ने अपनी रचनात्मकता को जिस तरह इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से प्रदर्शित किया है वह प्रशंसनीय है। अपनी दैनिक दिनचर्या में कुछ समय कविता, कहानी, चित्रकला, संस्मरण आदि के लिए देना सीख देता है कि हम पाठ्यक्रम के साथ-साथ इन विधाओं को समय दें तो निश्चित ही हमारे व्यक्तित्व का विकास और भी बेहतर ढंग से होगा।  अभिनव बालमन के सम्पादक निश्चल ने कहा कि विगत 14 वर्षों से अलीगढ़ में अभिनव बालमन द्वारा हज़ारों बाल रचनाकारों को जोड़ते हुए विभिन्न विधाओं में रचनात्मक सृजन कराया गया है। बच्चों में कल्पनाओं की कमी नहीं, ज़रूरत हैं उन्हें ऐसा वातावरण देने की जिसमें वह अपने आस पास के अनुभवों को शब्दों एवं रंगों...

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24 Jan 2023

युवा उत्कर्ष संगोष्ठी संपन्न: ‘रांगेय राघव: हिंदी के लिक्खाड़ लेखक’

युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच (पंजीकृत न्यास) आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना राज्य शाखा की दशम ऑनलाइन संगोष्ठी 21 जनवरी 2023 (शनिवार) संध्या 4:00 बजे से आयोजित की गई।  डॉ. रमा द्विवेदी (अध्यक्ष, आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना राज्य शाखा) एवं महासचिव दीपा कृष्णदीप ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि सुप्रसिद्ध वरिष्ठ व्यंग्यकार/कथाकार श्री रामकिशोर उपाध्याय जी (राष्ट्रीय अध्यक्ष, दिल्ली) ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। विशेष अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार अवधेश कुमार सिन्हा जी (दिल्ली) एवं मुख्य वक्ता साहित्यकार डॉ संगीता शर्मा मंचासीन हुए।  कार्यक्रम का शुभारंभ पूनम जायसवाल के द्वारा सरस्वती वंदना के साथ हुआ। तत्पश्चात अध्यक्षा डॉ. रमा द्विवेदी ने अतिथियों का परिचय, स्वागत भाषण एवं संस्था का परिचय दिया। विषय प्रवर्तन करते हुए डॉ. रमा द्विवेदी ने कहा—रांगेय राघव ने शेक्सपियर के दस नाटकों का हिंदी अनुवाद करके उनका परिचय हिंदी साहित्य से करवाया और वे नाटक आज भी सर्वश्रेष्ठ नाटक माने जाते हैं। इसलिए उन्हें हिंदी...

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11 Jan 2023

हरियाणा के सत्यवान सौरभ एवं प्रियंका सौरभ को ‘विश्व हिंदी साहित्य रत्न सम्मान’

‘विश्व हिंदी दिवस’ के अवसर पर 10 जनवरी 10 बजकर 10 मिनट पर ‘विश्व हिंदी साहित्य रत्न सम्मान 2023’ से सम्मानित किया गया। देश भर के 75 साहित्यकारों के इस प्रोग्राम को ‘फॉरएवर स्टार बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स’ में दर्ज किया गया है। युवा लेखक दम्पति भिवानी के गाँव बड़वा के निवासी है और साहित्य जगत के साथ-साथ दैनिक सम्पादकीय लेखन में सक्रिय है।  हिसार/भिवानी/कोटा। संगम अकादमी एवं पब्लिकेशन कोटा के द्वारा 'विश्व हिंदी दिवस' के अवसर पर 10 जनवरी को 10 बजकर 10 मिनट पर हरियाणा के भिवानी ज़िले के सिवानी उपमंडल के गाँव बड़वा निवासी युवा लेखक सत्यवान सौरभ एवं प्रियंका सौरभ को देश के हिंदी भाषी 75 साहित्यकारों की सूची में शामिल किया गया। देश भर के 75 साहित्यकारों के इस प्रोग्राम को...

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5 Dec 2022

टॉफ़ी, मिठाई और रंगों को लेकर रच दी कहानियाँ

अलीगढ़।  बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय पत्रिका ‘अभिनव बालमन’ द्वारा सूतमिल चौराहे स्थित मिशन इंटरनेशनल स्कूल में ‘मिलकर बुनें कहानी’ का आयोजन किया गया।  अभिनव बालमन के संपादक निश्चल ने बच्चों से कविता और कहानी के रचने के बारे में बातचीत की। साथ ही कहानी कैसे बुनें इस का प्रयास बच्चों द्वारा किया गया।  अपने आसपास की चीज़ों में घटनाओं में कहानी कैसे तलाशें इस पर बातचीत हुई और बच्चों ने कहानियों के आइडिया दिए। किसी ने टॉफियों के संसार की कहानी का इंडिया दिया किसी ने मिठाइयों का, किसान का, चिड़ियों की दोस्ती का और किसी ने रंग की बातचीत को लेकर कहानी के आइडिया दिए। जिस पर सभी बच्चों ने बाद में कहानियों को बुनने की कोशिश की।  इस अवसर पर प्रबन्धक आशीष शर्मा ने कहा कि बच्चों ने कविता एवं कहानी लेखन में जिस तरह रुचि के साथ सहभागिता की है वह प्रशंसनीय...

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3 Dec 2022

रंगों की ख़ुशी से चहक उठे बाल चित्रकार

अलीगढ़। बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय पत्रिका ‘अभिनव बालमन’ द्वारा सासनी गेट स्थित वात्सल्य वर्ल्ड स्कूल में ‘मेरा मन मेरे रंग’ का आयोजन किया गया।  बच्चों ने अपनी अपनी रचनात्मकता को कोमल कल्पनाओं से जोड़ते हुए भिन्न-भिन्न चित्र बनाए।  इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या पूनम भारद्वाज ने कहा कि नन्हे-मुन्ने प्यारे बच्चों को चित्रकला से जोड़कर उनके मन की बातों को जानना अभिनव प्रयोग है।  इस अवसर पर अभिनव बालमन की उप संपादक संध्या ने कहा कि ‘अभिनव बालमन’ बच्चों के बीच जाकर निरंतर यह प्रयास कर रही है कि बच्चे विभिन्न विधाओं में रचनात्मकता को सभी के सामने लायें। इसी उद्देश्य के साथ ‘मेरा मन मेरे रंग’ के माध्यम से बच्चों को चित्रकारी का अवसर प्रदान किया गया।  आयोजन में विद्यालय की उप प्रधानाचार्या शालिनी भारद्वाज सहित प्रीती गुप्ता, रेशू अग्रवाल, आँचल, आरती, नीता, सुषमा, रजनी, सपना, अंशिका उपस्थित रहे। 

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1 Dec 2022

पहली बार रची ख़ुद की कहानी

अलीगढ़। बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय पत्रिका 'अभिनव बालमन' द्वारा सी बी गुप्ता सरस्वती विद्यापीठ में ‘मिलकर बुनें कहानी’ का आयोजन किया गया।  इस अवसर पर अभिनव बालमन के संपादक निश्चल ने बच्चों को स्वयं की कहानी को रचने के गुर सिखाये। बच्चों से कहानी की बात हुई। जो कहानी अब तक पढ़ते थे वो स्वयं कि कैसे लिखें ये बच्चों के लिए उत्सुकता का विषय रहा। बात को समझते हुए बच्चों ने कहानी रचने का प्रयास किया। बच्चों ने एक से एक बढ़िया और नए विषय कहानी के बताए जिसपर उन्होंने कहानी रचने की कोशिश की।  इस तरह से बहुत से बच्चों ने पहली बार ख़ुद की कहानी रची।  इस अवसर पर प्रधानाचार्य कुमुदेश ने कहा कि अभिनव बालमन द्वारा बच्चों के बीच आकर उन्हें रचनात्मक लेखन से जोड़ना प्रशंसनीय है। आजकल इस लेखन की महती आवश्यकता है।  कार्यक्रम में विमल वार्ष्णेय, नीतू अग्रवाल,...

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16 Nov 2022

चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय भिवानी की कुल सचिव प्रो. ऋतु सिंह ने वर्ष 2023 का कलेण्डर जारी किया

भिवानी।  16 नवम्बर 2022 को गुगनराम एजुकेशनल एण्ड सोशल वैलफ़ेयर सोसायटी रजिस्टर्ड द्वारा भिवानी से प्रकाशित अंतर्राष्ट्रीय शोध पत्रिका बोहल शोध मंजुषा एवं गीना देवी शोध संस्थान द्वारा श्रीगंगानगर, राजस्थान से प्रकाशित गीना शोध संगम अंतर्राष्ट्रीय शोध पत्रिका का संयुक्त टेबल कैलेण्डर 2023 चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय भिवानी हरियाणा की कुल सचिव प्रो. ऋतु सिंह जी ने जारी करते हुए कहा कि वर्ष 2015 से भिवानी शहर से प्रकाशित बोहल शोध मंजूषा शोध के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रही है। ऐसी पत्रिकाएँ हमें शोध के साथ-साथ साहित्य, शिक्षा, संस्कृति से भी हमें जोड़ती हैं। पत्रिका विशेष अवसरों पर अपने विशेषांक भी प्रकाशित करती रहती हैं। पत्रिका के किन्नर विशेषांक, नारी विशेषांक, रूपा जीवा, हिन्दी साहित्य को मुस्लिम साहित्यकारों का योगदान आदि शोध के क्षेत्र में प्रकाशित अंक मील का पत्थर हैं। गीना देवी शोध संस्थान द्वारा श्रीगंगानगर से प्रकाशित गीना शोध संगम के प्रधान सम्पादक डॉ....

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15 Nov 2022

हिन्दू कॉलेज में नाटक 'गज फुट इंच' का मंचन

सामूहिकता और सामुदायिकता के लिए रंगमंच आवश्यक: डॉ. पल्लव  नई दिल्ली।  “मन, अरमान, लालसाएँ, उम्र की तलब सबके पास होती हैं। मेरे पास भी हैं। पर किस क़ीमत पर? जब-जब कुछ कहना चाहा है, सबने मज़ाक उड़ाया है। क्यों? क्योंकि सब आगे बढ़ गए हैं और मैं उसी गद्दी पर हूँ जहाँ मेरे अनपढ़ बाप दादा बैठते थे। सच मानो जुगनी, आज के मीटर सेंटीमीटर के युग में मैं वही पुराना गज, फुट, इंच हूँ जिसे लोग कब का भूल चुके हैं।” टिल्लू के इस कथन के साथ नाटक 'गज, फुट, इंच' का समाहार हुआ और दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से अभिनेताओं का उत्साहवर्धन किया।  हिन्दू कॉलेज में हिंदी नाट्य संस्था ‘अभिरंग’ द्वारा नाटक प्रसिद्ध व्यंग्यकार के पी सक्सेना के नाटक का मंचन किया गया। ‘गज, फुट, इंच’ शीर्षक से मंचित इस नाटक में भारतीय समाज में धन कमाने की लोभी प्रवृत्ति के कारण व्यक्तित्व...

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15 Nov 2022

कृष्णा किंडर में हुआ ‘मेरा मन मेरे रंग’ का आयोजन

अलीगढ़।  बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय पत्रिका ‘अभिनव बालमन’ द्वारा पला मोड़, आसना स्थित कृष्णा किंडर स्कूल में ‘मेरा मन मेरे रंग’ का आयोजन किया गया।  बाल रचनाकारों ने देशभक्ति, प्रकृति, कार्टून आदि विविध रूपों में चित्रांकन सहित दिए गए चित्रों में अपने मन के रंग भरे।  इस अवसर पर विद्यालय की निदेशिका हेमलता तोमर ने कहा कि बाल रचनाकारों की चित्रकला उनकी प्रतिभाओं को अभिव्यक्त कर रही है।  प्रधानाचार्या गौरी तोमर ने कहा कि सभी बाल रचनाकारों ने विविध चित्रों के माध्यम से सकारात्मक संदेश प्रदान किया है।  अभिनव बालमन की उप संपादक संध्या शर्मा ने कहा कि अभिनव बालमन द्वारा बच्चे की कविता, कहानी, चित्रकला सहित सभी अन्य लेखन विधाओं में उनकी सृजनात्मकता को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जाता है। इसी उद्देश्य से आज इस आयोजन में चित्रकला के माध्यम से बच्चों को एक मौक़ा दिया गया है।  इस अवसर पर...

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9 Nov 2022

महर्षि विद्या मंदिर, पला रोड में बाल रचनाकार हुए पुरस्कृत

अलीगढ़।  बाल रचनाकारों की त्रैमासिक राष्ट्रीय पत्रिका ‘अभिनव बालमन’ द्वारा पापा रोड स्थित महर्षि विद्या मंदिर में पत्रिका में दी गईं प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बाल रचनाकारों को पुरस्कृत किया गया।  इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य देवेश कुमार ने कहा कि बाल रचनाकारों को जिस तरह अभिनव बालमन रचनात्मकता के लिए अवसर प्रदान कर रही है वह सराहनीय है।  इस अवसर पर विद्यालय की शिक्षिका निशा अरोरा की सक्रिय भागीदारी रही। 

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9 Nov 2022

मैं केवल एक किरदार हूँ, क़लम में स्याही वो भरता है: अनुभूति की पंचम ‘संवाद शृंखला’ में बोले रमेश गुप्त नीरद

“काव्य लेखन एक सतत प्रक्रिया है। परिवार समाज और देश के वातावरण से विचार ग्रहण करता है कवि। अनुभूतियों और अनुभवों से उत्पन्न विचारों के मंथन से उत्पन्न बिंबों को शब्दों में उकेरना ही कविता की सृजनात्मक प्रक्रिया है। लोकगीत बचपन से ही दिल में रचे-बसे होने के कारण अधिकतर गीत ही लिखे। गेयता मेरी रचनाओं का सहज गुण है,” अनुभूति द्वारा आयोजित पंचम संवाद शृंखला में रमेश गुप्त नीरद ने अपने ये विचार व्यक्त किए।  पर-पीड़ा से आँखें भीग जाती हैं इसलिए गीतों में दर्द झलकता है। कवि नीरद के शब्दों में— पीड़ा के एहसासों को अंबर में लहराता हूँ, मैं बन मेघ तृषित धरती की प्यास बुझाता हूँ—आप नारी का सम्मान करते हैं इसलिए नारी की पीड़ा का चित्रण करते हैं अतः संयोग से अधिक वियोग शृंगार आपकी रचनाओं में मिलता है। समाज में व्याप्त बुराइयों को देखकर अंतस जलता है इसलिए कविताओं में आक्रोश उभरता...

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4 Nov 2022

एस.एस.जे. कैंपस अल्मोड़ा में—एंटी करप्शन: विजिलेंस वीक

आज दिनांक 3/11/2022 को एस.एस.जे. कैंपस अल्मोड़ा में “एंटी करप्शन: विजिलेंस वीक” वीक के तहत 24 यू.के. बालिका वाहिनी की एसोसिएट ऐनसीसी ऑफ़िसर ले. (डॉ.) ममता पंत के निर्देशन में 24 यू.के. बालिका वाहिनी एस.एस.जे.  परिसर के कैडेट्स द्वारा भ्रष्टाचार को रोकने में अपना सहयोग देने के लिए शपथ ली गई।  एसोसिएट ऐनसीसी ऑफ़िसर ले. (डॉ.) ममता पंत द्वारा बताया गया कि यह “एंटी करप्शन:विजिलेंस वीक” 31/10/2022 से 06/11/2022 तक मनाया जायेगा तथा ले। (डॉ.) ममता पंत ने एंटी करप्शन पर ऐनसीसी कैडेट्स की कक्षा ली। उनके द्वारा बताया गया कि एंटी करप्शन पर कैंपस में भी कार्यक्रम आयोजित कराए जाएँगे; जिनमें पेंटिग, कविता लेखन एवं भाषण प्रतियोगिता मुख्य हैं। इन प्रतियोगिताओं का परिणाम 7/11/2022 को घोषित कर प्रतियोगिता में स्थान प्राप्त करने वाले कैडेट्स को पुरस्कृत किया जायेगा।  इस अवसर पर कैडेट्स ने भी अपने विचार व्यक्त किये। सीनियर अंडर ऑफ़िसर निहारिका कपिल ने अपने विचार...

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4 Nov 2022

मिशन इंटरनेशनल में बाल रचनाकार हुए पुरस्कृत

अलीगढ़।  बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय पत्रिका “अभिनव बालमन” द्वारा मिशन इंटरनेशनल स्कूल में पत्रिका में दी गईं प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बाल रचनाकारों को पुरस्कृत किया गया।  इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक आशीष जी ने कहा कि अभिनव बालमन की ओर से किये जा रहे प्रयास बच्चों में रचनात्मक सृजन के लिए उत्सुकता जगा रहे हैं।  विद्यालय की प्रधानाचार्य शीतल शर्मा ने कहा कि बच्चों ने पत्रिका की सदस्यता लेने के साथ-साथ इसमें दी गई विभिन्न प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर भागीदारी की जिसका परिणाम है कि बच्चों ने आज पुरस्कार प्राप्त किये। मुझे विश्वास है आगे भी बच्चे अपने सक्रियता बनाए रखेंगे।  इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक हनी कश्यप की सक्रिय भागीदारी रही। 

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1 Nov 2022

विभिन्न विद्यालयों के बाल रचनाकार हुए पुरस्कृत

अलीगढ़।  बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय पत्रिका ‘अभिनव बालमन’ द्वारा मॉरिशस इंटरनेशनल स्कूल, साऊथ पॉइंट पब्लिक एवं आधार पब्लिक स्कूल में विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बाल रचनाकारों को पुरस्कृत किया गया।  इस अवसर पर मॉरीशस इंटरनेशनल स्कूल के प्रबंधक मुकेश सिंह, प्रधानाचार्य पायल सिंह, साउथ पॉइंट पब्लिक स्कूल की हेड मिस्ट्रेस नीरू अरोरा एवं आधार पब्लिक स्कूल के प्रबंधक नवनीत ने बाल रचनाकारों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी।  अभिनव बालमन की उपसंपादक संध्या ने कहा कि अभिनव बालमन के माध्यम से बच्चों में रचनात्मक लेखन एवं चित्रकला से जुड़ाव बढ़ रहे हैं जिससे उनकी रचनात्मकता सभी के बीच स्थान पा रही है। 

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31 Oct 2022

एस.एस.जे. कैंपस अल्मोड़ा में सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती

दिनांक  31/10/2022 को  एस.एस.जे. कैंपस अल्मोड़ा में सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती  “एकता दिवस” के रूप में मनाई गई ।  इस अवसर पर 24 यू.के. बालिका वाहिनी की एसोसिएट एन.सी.सी. ऑफ़िसर ले. (डॉ.) ममता पंत के निर्देशन में 24 यू.के. बालिका वाहिनी के कैडेट्स द्वारा एस.एस.जे. कैंपस में  मार्च पास्ट का आयोजन किया गया। साथ ही अपने देश की एकता एवं अखंडता को बनाए रखने के लिए कैडेट्स द्वारा  प्रतिज्ञा भी ली गई। ले . (डॉ.) ममता पंत द्वारा कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा गया कि सरदार जी ने अपने विचारों के माध्यम से देश में क्रांति की एक अलग ही अलख जगाई थी। सरदार जी का मानना था कि “यह हर एक नागरिक की ज़िम्मेदारी है कि वह यह अनुभव करे की उसका देश स्वतंत्र है और उसकी स्वतंत्रता की रक्षा करना उसका कर्तव्य है। हर एक भारतीय को अब यह भूल जाना चाहिए...

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29 Oct 2022

अखिल भारतीय साहित्य परिषद्, बहराइच द्वारा अन्नकूट पर्व पर काव्य-गोष्ठी एवं पुस्तक-परिचर्चा का आयोजन

बहराइच (उ.प्र.) शहर के हमजापुरा स्थित राम जानकी मंदिर में अखिल भारतीय साहित्य परिषद् की बहराइच शाखा की ओर से 27 अक्टूबर 2022 को एक सरस काव्य गोष्ठी एवं परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसका निर्देशन परिषद् के प्रांतीय उपाध्यक्ष गुलाब चन्द्र जायसवाल एवं ज़िलाध्यक्ष शिव कुमार सिंह रैकवार द्वारा किया गया। गोष्ठी में अध्यक्ष के रूप में किसान महाविद्यालय के हिंदी विभाग से जुड़े रहे वरिष्ठ साहित्यकार राधेश्याम पाण्डेय, मुख्य अतिथि के तौर पर साहित्य भूषण राम करन मिश्र सैलानी तथा विशिष्ठ अतिथि के रूप में डॉ. वेद मित्र शुक्ल एवं गुरु प्रसाद सिंह जायसवाल उपस्थित रहे। इस अवसर पर दिल्ली विश्वविद्यालय में आंग्ल भाषा के प्रोफेसर डॉ. वेद मित्र शुक्ल ने अपनी पुस्तक, “एक समंदर गहरा भीतर” की प्रति अखिल भारतीय साहित्य परिषद् को भेंट की। परिषद् के महामंत्री रमेश चंद्र तिवारी ने भी अपनी पुस्तक, “दी राईज़ ऑफ़ नमो एन्ड न्यू इंडिया” की एक प्रति सौंपी।...

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29 Oct 2022

शिप्रस स्कूल में बाल रचनाकार हुए पुरस्कृत

अलीगढ़। बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय पत्रिका ‘अभिनव बालमन’ द्वारा आज आगरा रोड स्थित शिप्रस स्कूल में विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बाल रचनाकारों को पुरस्कृत किया गया।  इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या लीना शर्मा ने कहा कि रचनात्मक रूप से बच्चों की विभिन्न विधाओं में अभिव्यक्ति देखकर प्रसन्नता होती है। इस तरह के अवसर बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाते हैं।  विद्यालय के प्रबन्धक सौरभ राज ने कहा कि विद्यालय में विभिन्न गतिविधियाँ निरंतर आयोजित होती हैं। इसी के अंतर्गत अभिनव बालमन की प्रतियोगिताओं में बच्चे बड़े ही मनोभाव से प्रतिभाग करते हैं फलस्वरूप उनकी रचनात्मकता उभरती है।  अभिनव बालमन की उपसंपादक संध्या ने कहा कि अभिनव बालमन का यह लक्ष्य है कि हर बच्चे तक बाल साहित्य पहुँचे।  हमें बच्चों को बाल साहित्य से जोड़ने का प्रयास करना चाहिए ताकि उनको उनके मानसिक विकास में सहायता मिले। इसी सन्दर्भ में अभिनव बालमन में...

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26 Oct 2022

अभिनव बालमन के विमोचन की दीपावली मनाई गई

अलीगढ़। बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय पत्रिका ‘अभिनव बालमन’ चौदहवें वर्ष के प्रथम अंक का दीपावली के अवसर पर विमोचन हुआ। वर्ष 2009 से निरंतर प्रकाशित पत्रिका का यह 48वाँ अंक है जिसमें बाल रचनाकारों की स्वरचित कविता, कहानी, संस्मरण, चित्रकला, पत्र आदि विविध विधाओं में रचनाएँ प्रकाशित होती हैं।  इस बार के अंक के आवरण पृष्ठ पर 6 साल के वत्सल का कृष्ण रूप में आकर्षक छायाचित्र है।  विमोचन के अवसर पर प्रबंध संपादक विनोद कुमार, प्रकाशक सरोज शर्मा, संपादक निश्चल, उप संपादक पल्लव एवं संध्या सहित बाल रचनाकार वरेण्य, वत्सल उपस्थित रहे। 

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23 Oct 2022

डॉ. शेषन को श्रद्धांजलि

खतौली, 22 अक्टूबर, 2022  आज 'साहित्य मंथन' के तत्वावधान में तमिल भाषी विद्वान और भारतीय हिंदी आंदोलन के समर्थ कार्यकर्ता डॉ. एम. शेषन के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एक आयोजन संपन्न हुआ। इसमें हैदराबाद से पधारे प्रो. ऋषभदेव शर्मा ने विस्तार से डॉ. एम. शेषन का परिचय दिया और उनकी हिंदी सेवा के साथ ही तमिल और हिंदी के बारे में जो तुलनात्मक अध्ययन हुआ है, उसके महत्त्वपूर्ण बिंदुओं की ओर सबका ध्यान खींचा। प्रो. ऋषभ ने इस बात पर बहुत बल दिया कि डॉ. एम. शेषन ने हिंदी साहित्य में रीतिकाल और तमिल साहित्य की रीति परंपरा के बीच सम्बन्ध की जो अवधारणा प्रस्तुत की थी, उस पर गंभीर शोध किए जाने की आवश्यकता है।  इस अवसर पर डॉ. एम. शेषन के खतौली पधारने की घटना का स्मरण दिलाते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लेखक जसवीर राणा ने यह प्रतिपादित किया कि...

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11 Oct 2022

अखिल भारतीय लघुकथा सम्मेलन–2022

‘मानवीय स्तर पर अपील करने वाली रचना स्मृति में बनी रहती है।”–भगीरथ “जो रचना विचार के स्तर पर, बुद्धि के स्तर पर और मानवीय स्तर पर ज़्यादा अपील करती है वही रचना आपकी स्मृति में हमेशा बनी रहती है। श्री सुकेश साहनी ने अलग-अलग विषय पर अलग-अलग शिल्प में लघुकथाएँ लिखी हैं। जो रचनाकार प्रयोगात्मक लघुकथाएँ लिखते हैं वे अलग-अलग शिल्प में लिखते हैं। कमल चोपड़ा की लघुकथाओं का शिल्प क़रीब-क़रीब एक जैसा रहता है। रचनाकार को यह देखना है कि उसकी रचना पाठक के मन में, बुद्धि में प्रवेश कर रही है या नहीं। किसी भी लघुकथाकार की सभी लघुकथाएँ उत्कृष्ट नहीं हो सकती हैं। कुछ लघुकथाएँ उत्कृष्ट होगी, कुछ निम्न स्तर की होगी और कुछ अच्छी होगी।” यह विचार श्री भगीरथ ने!लघुकथा विधा में सौन्दर्य दृष्टि एवं भाषा शिल्प विषय पर अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रस्तुत किए।  उन्होंने कहा कि “कल्पना का सौन्दर्य देखना हो...

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29 Aug 2022

पशुता से मनुष्यता की ओर ले जाता है साहित्य

बरेली 7 अगस्त– अखिल भारतीय साहित्य परिषद के तत्वाधान में चंद्र चंद्रकांता सभागार में साहित्य समागम का आयोजन किया गया। तीन सत्रों में आयोजित इस समारोह में पहले सत्र में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी का विषय था, “साहित्य का प्रदेय” विचार गोष्ठी के मुख्य अतिथि केंद्रीय हिंदी संस्थान के उपाध्यक्ष अनिल शर्मा जोशी ने विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि साहित्य समाज में संस्कारों एवं संस्कृति का संवाहक होता है। साहित्य का पहला धर्म है कि वह समाज को पशुता से मानवता की ओर ले जाए। उन्होंने साहित्यकारों से यह भी अनुरोध किया कि वे प्रोफ़ेशनल कोर्सों एमबीबीएस एवं बीटेक की पुस्तकें हिंदी में लिखने का अभियान चलाएँ।  कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉक्टर ऐन.के. गुप्ता ने कहा कि साहित्य के माध्यम से समाज में भारतीय संस्कृति भारतीय विचारधारा जन-जन तक पहुँचाने का कार्य करें।  कहानी वाचन के सत्र में डॉक्टर संदीप अवस्थी, मीनू...

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29 Aug 2022

नासिरा शर्मा: ‘गुंटी’ का क्राफ़्ट और भाषा बहुत सशक्त है

यह विचार नासिरा शर्मा, सुपसिद्ध लेखिका ने व्यक्त किए ‘गुंटी’ कथा संग्रह के लोकार्पण पर। दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में अवसर था युवा लेखिका रेणु हुसैन के प्रथम कथा संग्रह के लोकार्पण का। कार्यक्रम के समन्वयक कथाकार आलोचक डॉ. संदीप अवस्थी, राजस्थान और आयोजक जश्न ए हिन्द थे।  मैत्रयी पुष्पा ने अपनी आत्मकथा अल्मा कबूतरी का भी ज़िक्र किया। और कहा कि जब कथा संग्रह आता है तो उसकी आलोचना भी होती है। ऐसी ही हमारी हुई तो हमने पति से कहा कि इसे तुम मत पढ़ना। रेणु हुसैन के कथा संग्रह ‘गुंटी’ की रचनाओं की उन्होंने बहुत तारीफ़ की और कहा कि हम तुम्हें समय-समय पर मार्ग दिखाते रहेंगे।  अध्यक्षता करते हुए नासिरा जी ने संग्रह की कुछ कहानियों का उल्लेख कर उन्हें आगे बढ़ने का आशीर्वाद दिया। यह विशेष कहा कि संग्रह की कहानियों का क्राफ़्ट बहुत बेहतर है।  डॉ. संदीप अवस्थी ने...

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19 Aug 2022

’व्यंग्य भोजपाल’ की प्रथम काव्य गोष्ठी दिनांक 6 अगस्त 2022 को भोपाल में संपन्न

साहित्य के क्षेत्र में निरंतर सक्रिय संस्था, भोजपाल साहित्य संस्थान, भोपाल अंतर्गत गठित चैप्टर ’व्यंग्य भोजपाल’ की प्रथम मासिक साहित्यिक गोष्ठी का आयोजन 06 अगस्त 2022 को भोपाल हाट स्थित ’9 एम मसाला रेंस्तरां’ में संस्था के अध्यक्ष श्री प्रियदर्शी खैरा की अध्यक्षता व कार्यकारी अध्यक्ष सुदर्शन सोनी के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ।  श्री सुदर्शन सोनी द्वारा ’व्यंग्य भोजपाल’ की संकल्पना व उद्देश्य पर अपने विचार रखे गये। उनके द्वारा कहा गया कि व्यंग्य क्षेत्र में सार्थक विमर्श के साथ ही अध्ययन व शोध के लिये व्यंग्यकारों के डेडिकेटेड फ़ोरम की आवश्यकता भोपाल में लम्बे समय से महसूस की जा रही थी। भोजपाल साहित्य संस्थान इसकी पूर्ति नहींं कर पा रहा था, क्योंकि वह सभी विधाओं के रचनाकारों को मंच उपलब्ध करवाता है। शहर की अन्य अनेक संस्थाएँ भी बहुविधामुखी हैं अथवा कविता, लघुकथा, कहानी, ग़ज़ल इत्यादि में से किसी एक विधा को ही समर्पित है। व्यंग्य...

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19 Aug 2022

सोबन सिंह जीना परिसर, अल्मोड़ा, उत्तराखंड में स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में भव्य परेड का आयोजन

दिनांक 15/08/2022 सोमवार को आज़ादी का अमृत महोत्सव 76 वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में सोबन सिंह जीना परिसर अल्मोड़ा में भव्य परेड का आयोजन किया गया। जहाँ 24 यू.के. बालिका वाहिनी एन.सी.सी. अल्मोड़ा के कैडेट्स, 77 यू.के. बटालियन एन.सी.सी. अल्मोड़ा के कैडेट्स तथा एन.एस.एस. स्वयंसेवियों ने मिलकर शानदार परेड का प्रदर्शन किया। परेड का निर्देशन 24 यू.के. बालिका वाहिनी की एसोसिएट एन.सी.सी. ऑफ़िसर ले . (डॉ.) ममता पंत द्वारा किया गया। परेड का नेतृत्व फर्स्ट कमांडर सीनियर अंडर ऑफ़िसर निहारिका कपिल 24 यू.के. बालिका वाहिनी एन.सी.सी. तथा सीनियर अंडर ऑफ़िसर रजत सिंह बिष्ट 77 यू.के. बटालियन एन.सी.सी. द्वारा किया गया। सेकंड कमांडर का कार्यभार अंडर ऑफ़िसर मंयक पाण्डे 77 यू .के. बाटिलयन एन.सी.सी. तथा गॉर्ड कमांडर का कार्यभार अंडर ऑफ़िसर रोशनी कपकोटी 24 यू के. बालिका वाहिनी एन.सी.सी. और एन.एस.एस . कमांडर का दायित्व अंकिता आर्या ने सँभाला।  कैडेट्स द्वारा तिरंगे को सलामी शस्त्र दिया गया। आज़ादी...

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6 Jul 2022

प्रो. ऋषभदेव शर्मा की तपस्या का फल है ‘धूप के अक्षर’

हैदराबाद। भारत के पूर्व शिक्षा मंत्री और प्रसिद्ध लेखक डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, खैरताबाद, हैदराबाद के सभागार में आयोजित एक भव्य समारोह में ‘धूप के अक्षर’ का लोकार्पण करते हुए कहा कि यह ग्रंथ प्रो. ऋषभदेव शर्मा की जीवन भर की तपस्या का फल है। उनकी इस तपस्या को दक्षिण भारत ने हृदय से स्वीकार किया है जिसके दर्शन उनके अभिनंदन समारोह में हो रहे हैं। वे डॉ. गुर्रमकोंडा नीरजा के प्रधान संपादकत्व में दो खंडों में प्रकाशित प्रो. ऋषभदेव शर्मा के सम्मान में लोकार्पित किए जाने वाले आयोजन में बोल रहे थे।  डॉ. निशंक ने इस बात पर विशेष बल दिया कि भारतवर्ष को विश्वगुरु के पथ पर पुनः प्रतिष्ठित करने के लिए तेलुगु, तमिल, कन्नड, मलयालम, बंगला, मराठी, पंजाबी, असमी आदि सभी भाषाओं को सम्मिलित भूमिका निभानी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रो. ऋषभदेव शर्मा हिंदी के माध्यम से सारी...

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5 Jul 2022

सच्ची कविता स्वांत: सुखाय की अभिव्यक्ति है, इसमें कोई मायाजाल नहीं होता: अनुभूति की द्वितीय ‘संवाद शृंखला’ में बोले डॉ. ज्ञान जैन

कृष्ण-भाव में होता है केवल तेरा-तेरा, सर्वत्र तेरा, जीवन-मरण, अस्तित्व और परिवर्तन सब तेरा, पुरुषार्थ है बस मेरा। जैन दर्शन विभाग, श्री एस. एस शासुन जैन कॉलेज के विभागाध्यक्ष डॉ. ज्ञान जैन ने अनुभूति द्वारा आयोजित 'संवाद शृंखला' में भारतीय दर्शन पर प्रकाश डालते हुए यह कहा, “कोई साथ आया नहीं, कोई साथ जाएगा नहीं तो फिर उदास ना होना मेरे मन, ख़ुशी में या ग़म में, संतों ने समझाया है बने रहो शुद्ध स्वभाव में। दर्शन का पहला चरण है आस्था होना अन्यथा यह ज्ञान नहीं प्रपंच है। व्यक्ति स्वातंत्र्य की आत्म प्रतिष्ठा कराए वही समीचीन धर्म है। जो खोजने दर्शन गया वह लौट कर नहीं आया, दीपज्योति बन गया। जो प्रदर्शन करने गया वो अँधियारा मन रह गया। निर्णय ख़ुद का है बनना ज्योति है या अँधियारा,” दर्शन की महत्ता को बताते हुए आप ने आगे कहा।  हापुड़, उत्तर प्रदेश में जन्मे डॉ. ज्ञान जैन ने...

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24 Jun 2022

प्रो. ऋषभदेव शर्मा अभिनंदन ग्रंथ का विमोचन 4 जुलाई को

हैदराबाद, 24 जून, 2022   दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा (उच्च शिक्षा और शोध संस्थान) तथा 'साहित्य मंथन' के संयुक्त तत्वावधान में आगामी 4 जुलाई (सोमवार) को दोपहर साढ़े 3 बजे से सभा के खैरताबाद स्थित परिसर में एकदिवसीय राष्ट्रीय साहित्यिक समारोह आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर प्रतिष्ठित साहित्यकार प्रो. ऋषभदेव शर्मा के सम्मान में प्रकाशित अभिनंदन ग्रंथ 'धूप के अक्षर' का लोकार्पण किया जाएगा।  समारोह के स्वागाताध्यक्ष प्रो. संजय लक्ष्मण मादार ने बताया कि कार्यक्रम का उद्घाटन राष्ट्रीय साहित्य अकादमी पुरस्कृत वरिष्ठ साहित्यकार प्रो. ऐन. गोपि करेंगे। अध्यक्ष महात्मा गाँधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा के पूर्व अधिष्ठाता प्रो. देवराज होंगे। देहरादून से पधारीं प्रो. पुष्पा खंडूरी अतिविशिष्ट अतिथि का आसन ग्रहण करेंगी। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो. गोपाल शर्मा, डॉ. अहिल्या मिश्र, डॉ. राकेश कुमार शर्मा, डॉ. वर्षा सोलंकी एवं सभा के प्रधान सचिव जी। सेल्वराजन उपस्थित रहेंगे।  अभिनंदन ग्रंथ की...

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23 Jun 2022

उन्मेष:अभिव्यक्ति महोत्सव: भव्य अंतरराष्ट्रीय साहित्य महोत्सव-शिमला 

शिमला, १६ जून २०२२: साहित्य, कला और संगीत की विधाओं में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को विस्तार देने के लिए ७५वें अमृत महोत्सव के एक भाग के रूप में, अभी तक का विशालतम अंतरराष्ट्रीय महोत्सव मनाया गया। यह उत्सव कला और संस्कृति विभाग, शिमला के सहयोग से संस्कृति मंत्रालय तथा साहित्य अकादमी के तत्वावधान में, हिमालय की तलहटी की मनोहारी अँचल में, ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में आयोजित किया गया। माननीय राज्यपाल, राज्यमंत्रियों, ४२५ साहित्यकारों, कलाकारों, मानवतावादियों, राजनेताओं, दूरदर्शन और सिने हस्तियों, प्रकाशकों और उद्यमियों की उपस्थिति में इस समारोह का भव्य आयोजन किया गया। उल्लेखनीय है कि इन उपस्थिति व्यक्तियों में विभिन्न क्षेत्रों की पाँच पीढ़ियाँ शामिल थीं।  इस त्रिदिवसीय समारोह में चर्चाओं, कार्यशालाओं; वाद-विवादों; पुस्तकों के लोकार्पणों; नृत्य-संगीत प्रस्तुतियों; पुस्तक, कला और शिल्पकला से सम्बन्धित प्रदर्शनियों; कहानी-पाठों, फिल्म-स्क्रीनिंग से सम्बन्धित अनेक रंगारंग आयोजन किए गए। ये सभी आयोजन कोई ६० भाषाओं में थे। शिमला में आयोजित इस भारतीय...

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20 Jun 2022

बालकहानी प्रतियोगिता के परिणाम घोषित

अलका प्रमोद लखनऊ को मिला प्रथम स्थान देशभर के बालकथाकारों से बालकहानियाँ, प्रतियोगिता—श्रीमती सुशीलादेवी केशवराम क्षत्रिय स्मृति बाल प्रतियोगिता-2022 के लिए आमंत्रित की गई थीं। जिसमें विभिन्न बालसाहित्यकारों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। इस कारण इस प्रतियोगिता में 55 से अधिक कहानियाँ प्रविष्टियों के तौर पर प्राप्त हुई थीं। प्रतियोगिता के नियमानुसार इन सभी कहानियों पर से रचनाकारों के नाम हटाकर कहानी के शीर्षक के साथ निर्णायक और प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. दिनेश कुमार पाठक ‘शशि’ को मूल्यांकन के लिए भेजा गया था।  निर्णायक महोदय ने कहानी का अध्ययन, मनन और चिंतन करके प्रथम स्थान: महँगी पड़ी शरारत, रचनाकार-अलका प्रमोद लखनऊ; द्वितीय स्थान: कहानी मिली की, रचनाकार-इंद्रजीत कौशिक बीकानेर; तृतीय स्थान: मछली जल की रानी, रचनाकार-नीलम राकेश लखनऊ की कहानी को प्रदान किया गया।  इसी तरह प्रथम 10 कहानियों में अपना स्थान बनाने वाली कहानियों और रचनाकारों के नाम इस प्रकार हैं: सब्ज़ी लोक में...

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10 Jun 2022

अंतर्राष्ट्रीय महिला साहित्य समागम में साहित्य और भाषा पर वैश्विक चिंतन सफल

किसी भी संगोष्ठी का उद्देश्य उस विषय अथवा आयोजित शीर्षक पर नवीन तथ्यों पर विचार विमर्श करते हुए संवाद की प्रक्रिया के साथ प्रकाश डालना होता है। संगोष्ठी के माध्यम से साहित्य की प्रगति का वातावरण निर्मित होता है जिसमें विभिन्न भाषा और साहित्य के विषयों के प्रति एक नये दृष्टिकोण का प्रादुर्भाव होता है। यह संवाद की प्रक्रिया किसी नए विचार, विचारधारा अथवा अवधारणा की आधारशिला बनती है जिससे साहित्य का विस्तार होता है। इन्हीं उद्देश्यों के साथ विगत 14-15 मई 2022 को वामा साहित्य मंच और घमासान डॉट कॉम के तत्वावधान में अभय प्रशाल इंदौर में अंतरराष्ट्रीय महिला साहित्य समागम का आयोजन किया गया।  विविध सत्रों में हिंदी की स्थिति, अपेक्षाएँ, भविष्य का पथ और नवीन तकनीक से जुड़ाव, रोज़गार आदि की संभावनाओं के मध्य भाषा की विधागत स्थिति पर चिंतन मनन करते हुए, इस आयोजन को विविध सत्रों में विभाजित किया गया था।  प्रथम...

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7 May 2022

बाल रचनाकारों ने अभिव्यक्त की अपनी भावनाएँ: ‘मेरा मन मेरे रंग’ में 

मॉरिशस इंटरनेशनल स्कूल में हुआ आयोजन   अलीगढ़। बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय पत्रिका ‘अभिनव बालमन’ द्वारा आज महेन्द्र नगर स्थित मॉरिशस इण्टरनेशनल स्कूल में ‘मेरा मन मेरे रंग’ का आयोजन किया गया जिसमें 173 बाल रचनाकारों ने अपनी अभिव्यक्ति को चित्रकला के माध्यम से अभिव्यक्त किया। बाल रचनाकारों ने पर्यावरण, देशभक्ति, माँ, बचपन आदि विभिन्न विषयों से जुड़े चित्रों को अपनी भावनाओं में पिरोकर चित्रित किया। इन चित्रों में बाल रचनाकारों के मन में उपजी भावनाएँ सभी को आकर्षित कर रही थीं। इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक मुकेश सिंह ने कहा कि ऐसी रचनात्मक गतिविधियाँ बच्चों के व्यक्त्वि विकास में सहायक हैं। चित्रकला से जुड़कर बच्चे ख़ुश भी होते हैं और उनकी कल्पनाओं को उड़ान भी मिलती है। अभिनव बालमन की उप संपादक संध्या ने कहा कि अभिनव बालमन विगत 13 वर्षों से बाल रचनाकारों की रचनात्मकता को मंच प्रदान करती आ रही है।...

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28 Apr 2022

विमोचन का मौक़ा पाकर बच्चे हुए ख़ुश

अभिनव बालमन के 46वें अंक का हुआ विमोचन   अलीगढ़। बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय पत्रिका ‘अभिनव बालमन’ के नए अंक का विमोचन अतरौली के राजमार्गपुर के शासकीय संविलियन विद्यालय के बच्चों द्वारा किया गया। विद्यालय के बच्चे सुहाना, हेमलता, गोविंद, जितेंद्र एवं ज्योति ने विमोचन किया। विमोचन के मौक़े को पाकर बच्चे अत्यंत प्रसन्न नज़र आये।  अभिनव बालमन पिछले 13 वर्षों के निरंतर बच्चों को रचनात्मकता के लिए प्रोत्साहित करने वाली पत्रिका है, जिसमें बच्चे स्वयं कविता, कहानी, चित्रकला, संस्मरण आदि विधाओं में रचकर अपनी रचनात्मकता को परिष्कृत करते हैं।  इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक संजीव शर्मा ने कहा कि पत्रिका को पाकर सभी बच्चे प्रफुल्लित हैं। बच्चों को बाल साहित्य से जोड़ने का निरन्तर प्रयास रहता है। ‘अभिनव बालमन’ से जुड़कर निश्चित ही बच्चों को रचनात्मक लाभ मिलेगा। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित विविध पठन गतिविधियों में ‘अभिनव बालमन पत्रिका’ में प्रकाशित कहानियाँ, कविताएँ...

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22 Apr 2022

साहित्य के लोकतंत्र के लिए असहमति अति आवश्यक—विष्णु नागर

हिन्दू कॉलेज में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन   दिल्ली। “सोचना और लिखना ऐन्द्रिक कार्य है जिसमें ज्ञान और भाव इकट्ठे चलते हैं। क़लम को चलाना सबसे ज़रूरी है क्योंकि इसी से सारी शुरूआत होती है।” विख्यात आलोचक और दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व समकुलपति प्रो. सुधीश पचौरी जी ने उक्त विचार हिन्दू कॉलेज में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला 'पुस्तक समीक्षा-क्या, क्यों और कैसे' में व्यक्त किए। इस एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन हिंदी विभाग और आइ क्यू ए सी के संयुक्त तत्त्वावधान में हुआ जिसमें देश भर से सवा सौ से अधिक प्रतिभागियों ने प्रत्यक्ष और ऑनलाइन माध्यम से भागीदारी की।  प्रो. पचौरी ने फ़िल्मों का उदाहरण देते हुए कहा फ़िल्म देखने के पश्चात फ़िल्म के बारे में बनी हमारी समझ ही समीक्षा है। समीक्षा के लिए किसी भी पाठ के मानी पाठ के भीतर से ही खोजे जाने की ज़रूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा मीडिया...

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12 Apr 2022

हिन्दू कॉलेज में अभिधा का समापन 

इस दुनिया में आदमी की जान से बड़ा कुछ भी नहींं है।   दिल्ली। देश एक व्यक्तिगत इकाई से बनने वाला समूह है परन्तु वर्तमान में देश एक मिथक बना दिया गया है। सरकार को ही देश समझ लेना अनुचित है क्योंकि देश सरकार कहीं से बड़ी सच्चाई है। सुप्रसिद्ध लेखक और पत्रकार प्रियदर्शन ने हिन्दू कॉलेज में हिंदी साहित्य सभा के वार्षिक समारोह 'अभिधा' के दूसरे दिन आयोजित संगोष्ठी 'साहित्य और देश' में कहा कि हमें देश और साहित्य के सम्बन्ध को ठीक ढंग से परिभाषित करने के लिए रवींद्रनाथ ठाकुर जैसे मनीषी को पढ़ना चाहिए। प्रियदर्शन ने विश्व युद्धों की विभीषिका का उल्लेख करते हुए स्मरण किया कि साहित्य हमारे भीतर उन संवेदनाओं का पोषण करता है जिनसे भौगोलिक सीमाओं का अतिक्रमण कर हम बेहतर मनुष्य बन पाते हैं। प्रियदर्शन ने सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की कविता ‘देश काग़ज़ पर बना नक़्शा नहींं होता’ को उद्धृत कर...

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12 Apr 2022

हिन्दू कॉलेज में 'अभिधा' के अंतर्गत संगोष्ठी आयोजित

औपनिवेशकता ने हमारा सांस्कृतिक और इतिहास बोध नष्ट किया है: प्रो. अभय कुमार दुबे    दिल्ली। औपनिवेशिकता केवल हमारे शरीरों को ग़ुलाम नहीं बनाती है बल्कि हमारे दिमाग़ों को भी ग़ुलाम बनाती है। यूरोपीय साम्राज्यवाद ने भारत और अपने अन्य उपनिवेशों में पहले हथियारों और बाद में स्कूलों के माध्यम से हमें मानसिक ग़ुलाम बनाया है जिसके चलते भले ही आज हम राजनैतिक रूप से स्वतंत्र हो गए लेकिन मानसिक रूप से स्वतंत्र नहीं हो सके हैं। सुविख्यात समाज विज्ञानी और लेखक प्रो. अभय कुमार दुबे ने उक्त विचार हिन्दू कॉलेज में आयोजित 'साहित्य का भारत और जनता का भारत' विषयक व्याख्यान में व्यक्त किए। प्रो. दुबे ने कहा कि हमारा अकादमिक ढाँचा पूरी तरह से औपनिवेशिक ग़ुलामी से बँधा हुआ है जिसके बाहर जाने की कल्पना भी हम नहीं कर पाते। उन्होंने तक्षशिला और नालंदा विश्वविद्यालयों के उदाहरण देकर कहा कि भारतीय ज्ञानार्जन की यदि कोई पद्धति...

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5 Apr 2022

अनुभूति की मासिक काव्य गोष्ठी में ’जीवन’ की बिखरी छटा

कोला सरस्वती विद्यालय के प्रांगण में आयोजित ’जीवन’ विषयक अनुभूति की मासिक काव्य गोष्ठी में सदस्य कवियों ने अपनी रचनाओं के द्वारा जीवन के अनेक रंग बिखेरे। जीवन जीने की कला पर अशोक मिमानी, जीवन के निराले खेल पर उदय मेघानी, सफल जीवन के अर्थ पर लीलावती मेघानी, पौधों सा परोपकारी जीवन पर नीलम सारडा, जीवन के नज़रिए पर मोहिनी चौरडिया, जीवन में प्रेम व परमार्थ पर रमेश गुप्त ’नीरद’, जीवन के संघर्षों में आशा चुनने की बात कहते हुए शोभा चोरड़िया ने अपनी रचनाएँ सुनाकर श्रोताओं की ख़ूब वाहवाही लूटी।  कोलकाता से पधारी इस गोष्ठी की विशिष्ट अतिथि श्रीमती निशा कोठारी ने धूपछांव के बीच साँसों को जीवन की आस्था बनाने के गीत गाए व मुक्तक व ग़ज़लें सुनाकर श्रोताओं को भाव विभोर किया। यथा: “मृत्यु सुनिश्चित है ये माना, बस उसको इतना समझाना, अपने सारे क़र्ज़ चुकाने फिर आते हैं, साँसों की धुन पूरी गाने फिर...

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30 Mar 2022

डॉ. सुरंगमा यादव सम्मानित

राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान, उ.प्र., लखनऊ द्वारा डाॅ. सुरंगमा यादव, असि. प्रो., महामाया राजकीय महाविद्यालय, महोना लखनऊ को उनकी हाइकु पुस्तक ‘भाव-प्रकोष्ठ’ हेतु वर्ष 2021–22 का "रामधारी सिंह ‘दिनकर’" पुरस्कार प्रदान किया गया। यह पुरस्कार उन्हें दिनांक 20 मार्च 2022 को आयोजित भव्य समारोह में पद्मश्री डाॅ. विद्या बिन्दु सिंह एवं संस्था के अध्यक्ष श्री आलोक रंजन (आई.ए.एस.) के कर-कमलों द्वारा प्राप्त हुआ। पुरस्कार स्वरूप प्रतीक चिह्न, अंग वस्त्र व एक लाख रुपए की धनराशि प्रदान की गयी। 

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28 Mar 2022

हिन्दू कॉलेज में ‘हस्ताक्षर’ का लोकार्पण

‘हस्ताक्षर’ पूरे देश के सभी हिंदी विभागों में सबसे विलक्षण प्रयोग है: प्रो. अपूर्वानंद   नई दिल्ली। साहित्य की दृष्टि से देखें तो हस्ताक्षर बहुत व्यंजक नाम है। हस्ताक्षर करने का सभी का अपना विशिष्ट अंदाज़ होता है। साहित्य भी अपने अंदाज़, अपने विशिष्ट शैली, अपने हस्ताक्षर के निर्माण की प्रक्रिया ही है। इस प्रकार ‘हस्ताक्षर’ पत्रिका पूरे देश के सभी हिंदी विभागों में सबसे विलक्षण प्रयोग है। उक्त विचार हिंदी साहित्य सभा, हिंदू विभाग, हिंदू कॉलेज में ‘हस्ताक्षर’ पत्रिका के लोकार्पण के अवसर पर आयोजित ‘हिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता और हमारा समय’ विषय पर परिसंवाद सत्र में प्रो. अपूर्वानंद ने व्यक्त किए। साहित्यिक पत्रिकाओं पर बात करते हुए प्रो. अपूर्वानंद ने पत्रिकाओं और साहित्य के बीच के अंतरसम्बन्धों पर प्रकाश डाला। उन्होंने मूर्धन्य कवि और पत्रकार माखनलाल चतुर्वेदी के उदाहरण के माध्यम से स्पष्ट किया कि पत्रकारों का काम अधिक जवाबदेही वाला है। पत्रकारिता के लोगों पर...

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28 Mar 2022

प्राइड ऑफ़ हिमाचल बेस्ट फ़र्स्ट यंगेस्ट एंकर का अवार्ड कांगड़ा की अक्षिता जसवाल के नाम

प्राइड ऑफ़ हिमाचल बेस्ट फ़र्स्ट यंगेस्ट एंकर का अवार्ड कांगड़ा की अक्षिता जसवाल को मिला है। अक्षिता हिमाचल की सबसे कम उम्र की एंकर है इसलिए उसको यह अवार्ड अरनी यूनिवर्सिटी इंदौरा में आयोजित भव्य समारोह में कार्यक्रम आयोजक अमित शर्मा ने अपने करकमलों से प्रदान किया।  अक्षिता की माँ मंजू जसवाल का कहना है की यह अवार्ड कम उम्र में बेटी को मिलना उनके लिए गौरव की बात है। उल्लेखनीय है कि 15 साल की कम उम्र में अक्षिता ने बड़ी मंज़िल तय की है। हाल ही में होली मेला परौर में बेहतरीन एंकरिंग कर कांगड़ा की बेटी अक्षिता जसवाल ने ख़ूब वाहवाही लूटी। स्टेज शो के साथ-साथ अक्षिता म्यूज़िक एल्बम व शॉर्ट मूवी में भी नज़र आ रही है तमाचा शॉर्ट मूवी रिलीज़ हो चुकी है और गुड बाय पापा 28 मार्च को रिलीज़ हो रही है। पहाड़ी नॉन स्टॉप म्यूज़िक वीडियो बाँका बाबू में भी...

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20 Mar 2022

प्रेमचंद्र जैन की प्रथम पुण्यतिथि पर भावपूर्ण स्मरण 

समाज निर्माण के लिए भाईचारे को बढ़ाने की आवश्यकता-डॉ. देवराज प्रेमचंद्र जैन शिक्षा और ज्ञान के अगाध समंदर थे-डॉ. सूर्यमणि रघुवंशी नजीबाबाद (उत्तर प्रदेश) के साहू जैन डिग्री कॉलेज के पूर्व प्रोफ़ेसर डॉ. प्रेमचंद्र जैन की प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर 16 मार्च, 2022 को उनके विद्यार्थियों द्वारा आयोजित ‘प्रेमचंद्र जैन स्मरण’ कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए ‘चिंगारी’ के संपादक डॉ. सूर्यमणि रघुवंशी ने कहा कि डॉ. प्रेमचंद्र जैन एक व्यक्ति नहीं थे, बल्कि वे व्यक्तित्व थे, परंपरा थे। उन्होंने यह भी कहा कि उनके भीतर एक संत और एक ऐसा सिपाही विद्यमान था जो सागर की तरह शांत था तथा समुद्र की लहरों की तरह ही आगे बढ़ता था। प्रेमचंद्र जैन शिक्षा और ज्ञान के अगाध समंदर थे।  डॉ. देवराज ने अपने गुरु प्रेमचंद जैन का स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने अपने शिष्यों को सही कहना और निर्भय रहना सिखाया। उन्होंने आगे कहा कि...

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20 Mar 2022

बापू की पाती का विमोचन एवं सम्मान समारोह संपन्न

ओमप्रकाश क्षत्रिय 'प्रकाश' सम्मानित सवाई माधोपुर। त्रिनेत्र गणेश की नगरी में फर्न रिसोर्ट होटल में बापू की पाती सहित सात पुस्तकों का विमोचन समारोह समृद्ध मंचस्थ मुख्य अतिथि-जयपुर डाक अधीक्षक प्रियंका गुप्ता, वरिष्ठ साहित्यकार बजरंग सोनी, वरिष्ठ पत्रकार अशोक सक्सेना, बाल साहित्यकार ओमप्रकाश क्षत्रिय प्रकाश, गुजराती अनुवादक प्रभा पारीक, ग़ज़लकार मुजीब अता आज़ाद, प्रशासकीय अधिकारी कपिल शर्मा, अतिरिक्त ज़िला उप अधिकारी सूरज सिंह नेगी के कर कमलों द्वारा रविवार को संपन्न हुआ।  स्मरणीय हैं कि पाती मुहिम को पुनर्जीवित करने के लिए अब तक इस पर विभिन्न विषयों पर 16 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। इस में प्रकृति की पुकार, शिक्षक को पाती, मीत को पाती, दादी-नानी को पाती आदि प्रकाशित हो चुकी हैं। इस मुहिम से विभिन्न विद्यालयों के 7000 से अधिक विद्यार्थी जुड़ चुके हैं। उसी मुहिम के अंतर्गत यह कार्यक्रम बापू की पाती पुस्तक का विमोचन एवं सम्मान समारोह के उपलक्ष्य में...

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11 Mar 2022

वेद मित्र शुक्ल कृत एक समंदर गहरा भीतर का हुआ लोकार्पण

कविता और जीवन दोनों की सादगीपूर्ण साधना ही कवि-धर्म: रामदरश मिश्र मार्च 3, 2022, नई दिल्ली। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. रामदरश मिश्र के आवास पर दिल्ली विश्वविद्यालय से जुड़े प्राध्यापक डॉ. वेद मित्र शुक्ल कृत सॉनेट-संग्रह एक समंदर गहरा भीतर का लोकार्पण श्री मिश्र एवं प्रख्यात आलोचक व कवि डॉ. ओम निश्चल द्वारा किया गया। इस दौरान कवि व दोहाकार नरेश शांडिल्य, प्रोफ़ेसर स्मिता मिश्र, डॉ. जसवीर त्यागी, समकालीन अभिव्यक्ति के संपादक हरिशंकर राढ़ी, ग़ज़लकार शशिकान्त, रविशंकर सिंह तथा उज्जवल शुक्ल मुख्य रूप से उपस्थित रहे।  पुस्तक-लोकार्पण के बाद सॉनेट-संग्रह पर एक परिचर्चा का भी आयोजन किया गया। इसका शुभारंभ लेखक श्री शुक्ल द्वारा अपने संग्रह से “माँ, धरती, बादल-सा” और “मजबूरी में मज़दूरी, पर स्वाभिमान से” शीर्षक से दो प्रतिनिधि सॉनेटों के काव्यपाठ से हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ. ओम निश्चल ने जहाँ एक ओर 126 सॉनेट वाले संग्रह एक समंदर गहरा...

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26 Jan 2022

उदयपुर के डॉ.चंद्रेश कुमार छतलानी ने सबसे ज़्यादा अकादमिक प्रमाणपत्र अर्जित कर वर्ल्डस ग्रेटेस्ट रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया

डॉ.छतलानी ने विद्यापीठ को गर्वित किया: प्रो. सारंगदेवोत लॉकडाउन का सदुपयोग उदयपुर 26 जनवरी, किसी बेहतरीन कार्य को करने के लिए यदि ठान लिया जाए तो हर समय व परिस्थिति अनुकूल हो जाती हैं। यह सम्भव कर दिखाया है उदयपुर, राजस्थान के डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी ने, जिन्होंने लॉकडाउन के समय का सदुपयोग करते हुए विभिन्न अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तरीय संगठनों यथा माइक्रोसॉफ़्ट, गूगल, सिस्को, विश्व स्वास्थ्य संगठन आदि द्वारा विविध अकादमिक विषयों व कार्यकर्मों के ऑनलाइन माध्यम से एक हज़ार से अधिक प्रमाणपत्र अर्जित किए। अंतरराष्ट्रीय संगठन वर्ल्डस ग्रेटेस्ट रिकॉर्ड्स, जो प्रमाणीकरण के साथ दुनिया भर के असाधारण रिकॉर्ड्स को सूचीबद्ध और सत्यापित करता है, द्वारा छतलानी को शैक्षणिक प्रमाणपत्रों की उच्चतम संख्या के वैश्विक स्तर पर रिकॉर्ड स्थापित करने की मान्यता प्रदान की...

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24 Jan 2022

बालिका दिवस पर राजीव, अमित, सुहानी और श्रुति हुए सम्मानित

कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश जैसे की हम जानते हैं कि 24 जनवरी को पूरे भारतवर्ष में बालिका दिवस मनाया जाता है। इसी अवसर पर शान्ती फ़ॉउंडेशन कार्यालय अशोकपुर टिकिया वजीरगंज गोण्डा में आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार एवं सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. विजय कुमार शाह पद्मश्री महाराष्ट्र, विशिष्ट अतिथि सुनील दत्त मिश्रा अभिनेता छत्तीसगढ़, श्रीमती रेनू रॉव प्रवक्ता डायट गोण्डा, विशिष्ट वक्ता रम्भा सिंह माँ माया फ़ॉउंडेशन, ज्योति शिक्षिका हरियाणा, विशेषज्ञ श्रीमती विनीता कुशवाहा एस आर जी गोण्डा, श्रीमती पिंकी देवी अध्यक्ष शान्ती फ़ॉउंडेशन गोण्डा, सुनील कुमार आनन्द के द्वारा कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। जिसमें बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ दहेज़, भ्रूण हत्या एवं लिंग भेद जैसी कुरीतियों को दूर करने का संकल्प लिया गया। इस कार्यक्रम में कांगड़ा के अमित डोगरा, भाषा अध्यापक राजीव डोगरा तथा उनकी छात्राएँ...

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17 Jan 2022

क्षितिज साहित्य संस्था की ऑनलाइन संगोष्ठी

“कहानी में कथाकथन के साथ नाट्य दृश्य और संवाद उसे ज़्यादा प्रभावी बनाते हैं।”— श्री बी एल आच्छा क्षितिज साहित्य संस्था की ऑनलाइन संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए चेन्नई के वरिष्ठ समालोचक श्री बी। एल। आच्छा ने कहा कि, “कहानियाँ ज़मीनी सच्चाइयों को व्यक्त करती हैं। कहानी का आंतरिक ताना बाना जितना उलझा होता है, पाठक उतना ही कहानी का सहयात्री बनता जाता है। यदि कथा में कहानीकार कम कहे और दृश्य विधान या पात्र सहजता से कह जाए तो पाठक उनके निकट हो जाता है। आधुनिक साहित्य में समय का समाजशास्त्र जितना ज़रूरी है, उतना ही साहित्य की विधाओं का संक्रमण उन्हें प्रयोगशील बनाता है।”  इस संगोष्ठी में दतिया के कथाकार श्री राज नारायण बोहरे ने अपनी रचना प्रक्रिया पर बात करते हुए ’हल्ला’ कहानी का प्रभावी वाचन...

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22 Dec 2021

‘अनुभूति सम्मान’ से विभूषित हुए उदय प्रताप सिंह

सुप्रसिद्ध कवि एवं राजनेता श्री उदय प्रताप सिंह, लखनऊ को वर्ष 2021 के ‘अनुभूति सम्मान’ से सम्मानित किया गया। चेन्नै महानगर के डी.जी. वैष्णव कॉलेज के सभागार में रविवार, 19 दिसम्बर 2021 को ‘अनुभूति’ संस्था द्वारा आयोजित इस सम्मान समारोह में हिंदी साहित्य प्रेमियों संग ‘अनुभूति’ के सदस्य भी अपने परिजनों व इष्ट मित्रों सहित भारी संख्या में उपस्थित थे। हिंदी साहित्य में अप्रतिम योगदान के लिए प्रतिवर्ष यह सम्मान हिंदी कवि को प्रदान किया जाता है। गोपालदास नीरज, बालकवि बैरागी, माया गोविंद, अशोक चक्रधर जैसे कीर्ति-स्तंभ इस सम्मान से विभूषित किए जा चुके हैं।  उदय प्रताप सिंह का स्वागत कर अनुभूति के अध्यक्ष श्री रमेश गुप्त नीरद ने सम्मान-पत्र एवं अंगवस्त्रम् से...

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21 Dec 2021

गुर्रमकोंडा नीरजा की पुस्तक ‘समकालीन साहित्य विमर्श’ लोकार्पित

  हैदराबाद; 21 दिसंबर, 2021 साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था ‘साहित्य मंथन’ और दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा-आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना के संयुक्त कार्यक्रम में गुर्रमकोंडा नीरजा की पुस्तक ‘समकालीन साहित्य विमर्श’ का लोकार्पण संपन्न हुआ।  इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अरबा मींच विश्वविद्यालय के पूर्व अँग्रेज़ी प्रोफ़ेसर डॉ. गोपाल शर्मा ने कहा कि यह उन विमर्शों का युग है जिनको अब तक विमर्श के बाहर रखा जाता रहा और यह पुस्तक उन विमर्शों का सोदाहरण प्रस्तुतीकरण है। पुस्तक में संकलित 24 आलेखों में सामाजिक, सांस्कृतिक और भाषिक मुद्दों को रेखांकित किया जा सकता है।  लोकार्पण वक्तव्य में मुख्य अतिथि उस्मानिया विश्वविद्यालय की पूर्व प्रोफ़ेसर डॉ. शुभदा वांजपे ने कहा कि आज स्त्री और दलित विमर्श पर अधिकांश रूप से प्रकाश डाला जा रहा है, किन्तु लोकार्पित पुस्तक ‘समकालीन साहित्य विमर्श’ में...

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17 Dec 2021

वसंत के हरकारे—कवि शैलेंद्र चौहान

सुप्रसिद्ध कवि आलोचक शैलेंद्र चौहान के कृतित्व पर विश्लेषणात्मक दृष्टि से समालोचना संचयन 'वसंत के हरकारे' का विमोचन एवं लोकार्पण विदिशा के सम्राट अशोक अभियांत्रिकी महाविद्यालय के स्मार्ट क्लास हॉल में भव्यता से संपन्न हुआ। यह पुस्तक शैलेंद्र चौहान की विभिन्न विधाओं में की गई रचनाशीलता पर आलोचनात्मक दृष्टि से लिखे गए विभिन्न लेखों का संचयन /संपादन है। इसका संपादन विदिशा के सुधि संपादक सुरेंद्र सिंह कुशवाह द्वारा किया गया है। पुस्तक का लोकार्पण मध्य प्रदेश हिंदी साहित्य सम्मेलन के प्रदेश अध्यक्ष पलाश सुरजन, सुप्रसिद्ध साहित्यकार प्रोफेसर शील चंद पालीवाल, पाठक न्यास के कार्यकारी अध्यक्ष गोविंद देवलिया एवं वरिष्ठ कवि कालूराम पथिक के सानिध्य में संपन्न हुआ।  सर्वप्रथम वयोवृद्ध कथाकार सूर्यकांत नागर के आलेख "गहरी जीवन दृष्टि के अन्वेषक कवि शैलेंद्र चौहान" का वाचन हुआ जिसमें कहा गया कि शैलेंद्र चौहान...

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12 Dec 2021

अभिनव बालमन का किया गया निःशुल्क वितरण

  आगरा। ताजगंज नगर क्षेत्र के ’प्राथमिक विद्यालय- सौहल्ला’ में अध्ययनरत् विद्यार्थियों को उमाशंकर जेटली द्वारा निःशुल्क बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय पत्रिका ‘अभिनव बालमन’ का वितरण किया गया। आज के समय में बाल साहित्य के प्रति रुचि जगाने के लिए विभिन्न प्रयास किए जाते हैं। साहित्य छपता बहुत है परन्तु बच्चों तक उतना नहीं पहुँचता जितना उसे पहुँचना चाहिए। ऐसे में बच्चों के साहित्य को निःशुल्क बच्चों के बीच वितरित करने का कार्य उमाशंकर जेटली द्वारा निरन्तर किया जाना सुखद है। इस कार्य के लिए अभिनव बालमन के संपादक निश्चल ने प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि अगर इस तरह उपहार में पत्रिका दी जाएँ तो बच्चों का साहित्य के प्रति लगाव भी बढ़ेगा जो कि बच्चों को रचनात्मकता की ओर ले जाने में सार्थक होगा। 

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3 Dec 2021

'श्रीरामकथा का विश्वसंदर्भ महाकोश' के पहले खंड का लोकार्पण संपन्न

30 नवंबर 2021 को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन के प्लेनरी हॉल में संपन्न "रामकथा में सुशासन" विषयक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार के अवसर पर 56 खंडों के 'श्रीरामकथा विश्वसंदर्भ महाकोश' के पहले खंड 'लोकगीत और लोक कथाओं में श्रीरामकथा का संदर्भ' का लोकार्पण मुख्य अतिथि जी। किशन रेड्डी (संस्कृति, पर्यटन व डोनर मंत्री, भारत सरकार) ने अतिविशिष्ट अतिथि अश्विनी कुमार चौबे (पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री, भारत सरकार) तथा विशिष्ट अतिथिगण साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (सांसद, लोकसभा), स्वामी परिपूर्णानंद, विजय गोयल, श्याम जाजू, प्रोफेसर दिलीप सिंह, प्रोफेसर विनय कुमार, प्रोफेसर प्रदीप कुमार सिंह, डॉ. अमित जैन एवं समारोह अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण भाला की गरिमामय उपस्थिति में संपन्न किया।  इस अवसर पर बोलते हुए मुख्य अतिथि जी. किशन रेड्डी ने राम संस्कृति के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचार-प्रसार के लिए साहित्यिक सांस्कृतिक शोध संस्था...

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3 Nov 2021

लोकार्पण व सम्मान समारोह कार्यक्रम संपन्न

आगरा— कोठी मीना बाज़ार मैदान (आगरा) में कार्यक्रम ’आगरा महोत्सव’ का भव्य आयोजन 23 से 31 अक्टूबर 2021 तक किया गया। इस भव्य कार्यक्रम में डॉ. अमी आधार निडर जी को समर्पित ‘साहित्यिक पवेलियन’ मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा। इसी कार्यक्रम में मुकेश कुमार ऋषि वर्मा द्वारा संपादित साझा संकलन– ’कालिका दर्शन’ का लोकार्पण शहर के वरिष्ठ क़लमकार आदर्श नंदन गुप्त जी, वरिष्ठ पत्रकार डॉ. भानु प्रताप सिंह जी, कवि दिनेश अगरिया, विमल अग्रवाल, निखिल शर्मा व अवधेश कुमार निषाद मझवारजी के कर कमलों से संपन्न हुआ। साझा संकलन– ’कालिका दर्शन’ की सम्मानित क़लमकारों ने प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि लोग सोचते रह जाते हैं, अब लिखेंगे-तब लिखेंगे परन्तु  कुछ लिख नहीं पाते। प्रकाशित कराना तो बहुत दूर की बात है।  प्रयास सराहनीय है। इस अवसर पर बृजलोक साहित्य-कला-संस्कृति...

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11 Oct 2021

दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, हैदराबाद में हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह संपन्न

भाषाई आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ना हमारा कर्तव्य है - रुद्रनाथ मिश्र हैदराबाद, अक्टूबर, 2021 — दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा-आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना के सचिव एवं संपर्क अधिकारी श्री एस. श्रीधर की अध्यक्षता में संपन्न हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि एनएमडीसी के उप महाप्रबंधक श्री रुद्रनाथ मिश्र ने कहा कि हिंदी की प्रकृति समावेशी है। इसी प्रवृत्ति के कारण ही वह सभी भारतीय भाषाओं के शब्दों को आत्मसात करते हुए आगे बढ़ रही है। हिंदी में आज रोज़गार की संभावनाएँ बढ़ चुकी हैं क्योंकि यह रोज़ी-रोटी से जुड़ चुकी है। उन्होंने इस बात का ख़ुलासा किया कि भाषाई आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ना हमारा कर्तव्य है। अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में श्री एस. श्रीधर ने कहा कि हिंदी हमारी अस्मिता है और भारतीय संस्कृति की आत्मा है। आज...

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9 Oct 2021

घनी रात में भी उजाला करने वाली एक चिंगारी हैं गाँधी – तुषार गाँधी

(हिंदू कॉलेज में ‘गाँधी : एक असंभव संभावना’ विषय पर ऑनलाइन व्याख्यान)   नई दिल्ली। ‘आज के दौर में गाँधी असंभव लगे यह आश्चर्य की बात नहीं है। आज ऐसी विपरीत परिस्थितियाँ हैं, जिससे यह प्रश्न उठना स्वाभाविक हो जाता है कि क्या सच में गाँधी जैसा कोई व्यक्तित्व था या उन्हें बड़ा बना दिया गया।’ सुप्रसिद्ध चिंतक, लेखक एवं समाजकर्मी तुषार गाँधी ने उक्त विचार हिंदी साहित्य सभा, हिंदू कॉलेज द्वारा आयोजित ऑनलाइन व्याख्यान में ‘गाँधी : एक असंभव संभावना’ विषय पर व्यक्त किए। तुषार गाँधी ने कहा कि गाँधी संभव लग रहे थे क्योंकि उनके जीवनकाल में उनका प्रत्यक्ष दर्शन था और उसके बाद कहीं दशकों तक हम गाँधी के सहयोगियों को देखते रहे। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में देखेंगे कि समाज में गाँधी जैसे अनुकरणीय...

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30 Sep 2021

लघुकथा समकालीन समय की संवेदना के साथ बातचीत करती है – नरहरी पटेल

"लघुकथा में संवेदना, रिश्ते, साहित्य को समझना आवश्यक है।  लघुकथाकार लघुकथा के माध्यम से समकालीन समय की संवेदना के साथ बातचीत करती है।" उपरोक्त विचार नगर की साहित्यिक संस्था 'क्षितिज' द्वारा आयोजित तृतीय अखिल भारतीय लघुकथा सम्मेलन में श्री नरहरि पटेल के द्वारा व्यक्त किए गए। श्री मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति में आयोजित कार्यक्रम में साहित्य अकादमी के निदेशक श्री विकास दवे ने मुख्य अतिथि के रूप में कहा कि, "साहित्य जगत में और अलक्ष्य क़लमों को रेखांकित किया जाना आवश्यक है। जिस तरह  संयुक्त परिवार में दादा-दादी एवं अन्य वरिष्ठ सदस्यों के साथ नाती-पोते भी रहते हैं लेकिन नाती पोतियों की धमाल सबसे ज़्यादा आकर्षित करती है, उसी तरह इन दिनों साहित्य जगत लघुकथा की लोकप्रियता इस धमाल के स्तर की ही है। साहित्य में लघुकथा के क्षेत्र में बहुत...

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28 Sep 2021

काव्य वर्षा द्वारा लिखित 'समाज' जल्द होगी रिलीज़

शार्ट फ़िल्म ’द पिल्लो’ और ’पॉकेट मनी’ की अपार सफलता के बाद काव्य वर्षा की एक और लघु फ़िल्म बनकर लगभग तैयार है और जल्दी रिलीज़ की जाएगी जिसका शीर्षक ’समाज’ है। फ़िल्म का निर्देशन एक बार फिर एकलव्य ने किया है। इसे एन एम  इंटरप्राइजेज एवं बैक बेंचर्स टीम ने प्रोड्यूस किया है।  समाज लघु फ़िल्म एक बहुत ही गम्भीर विषय पर आधारित है जो आज की रोज़मर्रा की ज़िंदगी में अक़्सर होता है। बहुत से लोग ऐसी स्थिति में होते कुछ समाज की कुरीतियों के साथ समझौता कर लेते हैं; कुछ उन कुरीतियों से लड़ते हैं। बस उसी विषय के संदर्भ में दो दोस्तों की आपस की बातचीत और समाज को लेकर उनके नज़रिये को दर्शाती है। बाक़ी, वो क्या सोच और नज़रिया है यह इस लघु फ़िल्म के...

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27 Sep 2021

मनोज कुमार पांडेय को पहला स्वयं प्रकाश स्मृति सम्मान 

कहानी संग्रह 'बदलता हुआ देश' का सम्मान के लिए चयन    दिल्ली 27 सितंबर 2021– साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में कार्यरत संस्थान ’स्वयं प्रकाश स्मृति न्यास’ ने सुप्रसिद्ध साहित्यकार स्वयं प्रकाश की स्मृति में दिए जाने वाले वार्षिक सम्मान की घोषणा कर दी है। न्यास के अध्यक्ष प्रो. मोहन श्रोत्रिय ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर के इस सम्मान में इस बार कहानी विधा के लिए सुपरिचित कथाकार मनोज कुमार पांडेय के कहानी संग्रह 'बदलता हुआ देश' को दिया जाएगा।  सम्मान के लिए तीन सदस्यी निर्णायक मंडल ने सर्वसम्मति से इस संग्रह को वर्ष 2021 के लिए चयनित करने की अनुशंसा की है। निर्णायक मंडल के वरिष्ठतम सदस्य कथाकार काशीनाथ सिंह (वाराणसी) ने अपनी संस्तुति में कहा कि यह संग्रह लोकतंत्र के पतनोन्मुख कालखंड का दिलचस्प किन्तु बेचैन...

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23 Sep 2021

तृतीय अखिल भारतीय लघुकथा सम्मेलन का आयोजन

संस्था 'क्षितिज' द्वारा तृतीय अखिल भारतीय लघुकथा सम्मेलन 2021 का आयोजन 26 सितंबर, 2021 रविवार को सुबह 10.00 बजे से श्री मध्य भारत हिंदी साहित्य समिति, शिवाजी सभागृह इंदौर में किया जा रहा है। इस आयोजन में  कमल चोपड़ा (दिल्ली)  एवं रामकुमार घोटड चुरू को क्षितिज लघुकथा शिखर सम्मान, पुरुषोत्तम दुबे को क्षितिज लघुकथा समालोचना सम्मान से, ज्योति जैन एवं ‌योगेन्द्रनाथ शुक्ल को लघुकथा समग्र सम्मान से, दिव्या राकेश शर्मा (दिल्ली) एवं अंजू निगम (देहरादून को क्षितिज लघुकथा नवलेखन सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। नगर के वरिष्ठ साहित्यकारों को कुछ विशिष्ट सम्मान प्रदान किए जाएँगे। श्री नरहरि पटेल (क्षितिज मालव गौरव सम्मान), शरद पगारे (क्षितिज समग्र जीवन साहित्यिक अवदान सम्मान) सत्यनारायण व्यास (क्षितिज समग्र जीवन साहित्यिक अवदान सम्मान) से सम्मानित किए जाएँगे। सर्वश्री विकास दवे, गोविंद मूंदड़ा (चेन्नई), राजनारायण बोहरे, नंदकिशोर बर्वे,...

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17 Sep 2021

अभिनव बालमन के नए अंक का हुआ विमोचन

अलीगढ़। बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय पत्रिका ‘अभिनव बालमन’ के 12वें वर्ष के 44वें अंक का विमोचन मॉरीशस इण्टरनेशनल स्कूल में किया गया। अभिनव बालमन अलीगढ़ से प्रकाशित ऐसी पत्रिका है जिसमें बाल रचनाकारों की रचनाओं को प्राथमिकता दी जाती है। कविता, कहानी, चित्रकला, संस्मरण, पत्र लेखन, चित्र पहेली एवं विविध रचनात्मक प्रतियोगिताओं को समाहित करती हुई यह पत्रिका बाल रचनाकारों की रचनात्मकता को मंच प्रदान कर रही। विद्यालय के प्रबन्धक मुकेश सिंह ने कहा कि ‘अभिनव बालमन’ से जुड़कर हमारे विद्यालय के विद्यार्थी लेखन गतिविधियों में सक्रिय हो रहे हैं। उनमें बाल साहित्य के प्रति रोचकता उत्पन्न हो रही है जिससे उनका लेखन भी निखर रहा है। अभिनव बालमन की प्रकाशक सरोज शर्मा ने सभी बाल रचनाकारों को शुभकामनाएँ दीं। इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या पायल अग्रवाल, उप...

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16 Sep 2021

भारतीय साहित्य मानव जाति की प्राचीन ज्ञान परंपरा का दर्पण है : प्रो. अवधेश प्रधान

हिंदू कॉलेज में डॉ. दीपक सिन्हा स्मृति व्याख्यान का आयोजन नई दिल्ली। ‘भारतीय साहित्य की अवधारणा भारत से जुड़ी है। भारत एक बहुनस्लीय, बहुधर्मी तथा बहुभाषी देश है। भारतीय साहित्य के संबंध सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसके तार पाकिस्तान, बांग्लादेश, चीन, तिब्बत तथा दक्षिणी एशिया से भी जुड़े हैं।’ उक्त विचार हिंदी के सुपरिचित आलोचक एवं काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व आचार्य प्रो. अवधेश प्रधान ने हिंदी साहित्य सभा, हिंदी विभाग, हिंदू कॉलेज द्वारा ‘डॉ. दीपक सिन्हा स्मृति व्याख्यान’ के अंतर्गत आयोजित ऑनलाइन व्याख्यान में ‘भारतीय साहित्य की अवधारणा’ विषय पर व्यक्त किए।  हिंदी विभाग की इस प्रतिष्ठित वार्षिक व्याख्यान शृंखला में प्रो. अवधेश प्रधान ने कहा कि भारतीय साहित्य का इतिहास आज से क़रीब पाँच हज़ार वर्ष पुराना है। भारतीय साहित्य की...

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13 Sep 2021

मनुष्यधर्मी मूल्यों की स्थापना लघु पत्रिकाओं का उद्देश्य : डॉ. राजीव रंजन गिरि

संभावना द्वारा वेबिनार का आयोजन चित्तौड़गढ़। हिंदी साहित्य के अतीत और वर्तमान को पहचानने और विश्लेषित करने की कोई भी कोशिश, लघु-पत्रिकाओं की दुनिया पर नज़र डाले बिना, पूरी नहीं हो सकती। युवा अध्येता और दिल्ली विश्वविद्यालय में हिंदी के सहायक आचार्य डॉ. राजीव रंजन गिरि ने कहा कि छोटे-छोटे शहरों-क़स्बों से निकलती रही लघु पत्रिकाओं ने साहित्य के क्षेत्र में भी लोकतंत्र की स्थापना की है। डॉ. गिरि ने चित्तौड़गढ़ की साहित्य-संस्कृति की संस्था 'सम्भावना' द्वारा आयोजित वेबिनार में कहा कि विचारशीलता और प्रतिरोध लघु-पत्रिका के मूल स्वर हैं। 'लघु पत्रिका आंदोलन और हमारा समय' विषय पर उन्होंने कहा कि विचारशीलता से आशय है, अपने समाज और समय के द्वंद्वों को गहराई से संबोधित करना वहीं प्रतिरोध से आशय है मनुष्य विरोधी संरचनाओं को पहचान कर उनका सच्चा विरोध...

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6 Sep 2021

शिक्षक रत्न सामान 2021 से सम्मानित हुए भाषा अध्यापक राजीव डोगरा

कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश — शिक्षक दिवस के अवसर पर नवोदय क्रांति परिवार उत्तर प्रदेश द्वारा प्रकाशित पत्रिका 'शिक्षक' में अपनी उत्कृष्ट रचना सुसज्जित करने तथा शिक्षा के उत्थान के लिए किए जाने वाले सराहना पूर्ण कार्य के लिए राजीव को "शिक्षक रत्न सम्मान-2021" देकर सम्मानित किया गया। उनको यह सम्मान संस्था के संस्थापक संदीप ढिल्लों तथा संपादक "शिक्षक" पत्रिका/जिला मोटिवेटर नवनीत कुमार शुक्ल द्वारा प्रदान किया गया। सम्मान मिलने पर उनके पिता हंसराज, माता सरोज कुमारी और बड़े भाई पीएचडी शोधकर्ता अमित डोगरा तथा स्कूल के मुख्याध्यापक प्रवेश शर्मा, रविंदर नरयाल खण्ड स्त्रोत केंद्रीय समन्वयक खण्ड कांगड़ा के बी.आर.सी,कुल्लू के साहित्यकार तथा संस्कृति के संरक्षक राज शर्मा और शिमला के साहित्यकार रोशन जसवाल ने अत्यंत ख़ुशी व्यक्त की तथा राजीव को ऐसे ही अपने...

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5 Sep 2021

साहित्यिक पत्रिका 'स्रवंति' का पावस विशेषांक लोकार्पित

हैदराबाद, 5 सितंबर, 2021— यहाँ दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा (आंध्र एवं तेलंगाना) के खैरताबाद स्थित परिसर में पधारे केंद्रीय हिंदी निदेशालय के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. राकेश कुमार शर्मा ने सभा द्वारा प्रकाशित साहित्यिक मासिक पत्रिका 'स्रवंति' के 'पावस विशेषांक-2' का लोकार्पण किया। उन्होंने लोकार्पित पत्रिका की शोधपरक दृष्टि की प्रशंसा करते हुए संस्कृत और हिंदी सहित्य में पावस ऋतु के वर्णन की परंपरा पर भी प्रकाश डाला।  समारोह के अध्यक्ष एवं सभा के सचिव एस. श्रीधर ने कहा कि पावस ऋतु पर केंद्रित अपने दो विशेषांकों के माध्यम से पत्रिका ने साहित्य और मीडिया में वर्षा के विबिध रूपों पर शोधपरक सामग्री प्रकाशित की है।  अवसर पर ए. जानकी, प्रो. संजय ल मादार, डॉ. बिष्णु राय और डॉ. गोरखनाथ तिवारी भी उपस्थित रहे। पत्रिका की सहसंपादक डॉ....

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5 Sep 2021

ज़ूम मीटिंग के माध्यम से श्री बी.एम. जैन पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने शिक्षक दिवस मनाया

सोलन (हिमाचल प्रदेश) — आज अध्यापक दिवस पर श्री बी.एम. जैन पब्लिक स्कूल, नालागढ़ के विद्यार्थियों द्वारा ज़ूम मीटिंग के माध्यम से एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन को याद किया गया। उनके जीवन वृत्तांत पर प्रकाश डालते हुए शिक्षा के क्षेत्र में उनके द्वारा स्थापित सामाजिक एवं नैतिक मूल्यों की सार्थकता बताते हुए प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष श्री रमेश कुमार जैन जी, प्रिंसिपल प्रीति शर्मा जी तथा शिक्षकों को संदेश दिया कि छात्रों में समाज के प्रति कर्तव्य की भावना को जागृत किया जाए तथा अपनी संस्कृति के प्रति उन को जागरूक किया जाए। विद्यार्थियों के जीवन निर्माण की ज़िम्मेदारी सबकी है। माता-पिता, घर -परिवार और आस-पड़ोस सभी की यह ज़िम्मेदारी है पर सर्वाधिक ज़िम्मेदारी है . . . अध्यापक की। विद्यार्थी का...

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30 Aug 2021

साहित्य में विशेषज्ञता की चर्चा की जाना ज़रूरी है  – श्री विकास दवे, निदेशक साहित्य अकादमी

"किसी भी साहित्य का लेखक ही उस विषय का विशेषज्ञ होता है और समालोचना का कार्य भी वह स्वयं अधिक कुशलता और सब क्षमता के साथ कर सकता है। यदि व्यंग्यकार स्वयं ही व्यंग्य रचनाओं की समालोचना करे तो वह समालोचना उसकी उस विषय की विशेषज्ञता के साथ सामने आती है और वह उस विषय पर न्याय पूर्ण तरीक़े से प्रस्तुत होती है। विशेषज्ञ होने की क्षमता ईश्वर ने सभी को प्रदान नहीं की है, इसलिए साहित्य में विशेषज्ञता पर चर्चा होना ज़रूरी है।" उपर्युक्त विचार साहित्य अकादमी के निदेशक श्री विकास दवे के द्वारा नगर की साहित्यिक संस्था 'क्षितिज' के द्वारा आयोजित श्री अश्विनी कुमार दुबे के व्यंग्य संग्रह 'इधर होना एक महापुरुष' पर चर्चा संगोष्ठी में व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार श्री सूर्यकांत नागर ने...

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16 Aug 2021

ठाकुरद्वारा स्कूल के बच्चों द्वारा मनाया गया ऑनलाइन स्वतंत्रता दिवस

कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश राजकीय उच्च विद्यालय ठाकुरद्वारा द्वारा मनाया गया ऑनलाइन स्वतंत्रता दिवस इस मौक़े पर  विद्यालय के बच्चों ने सुन्दर-सुन्दर पेंटिंग, सलोगन आदि बनाये। सभी बच्चों ने इस में बढ़-चढ़ कर भाग लिया जैसे अलीशा, मानसी, श्रुति, प्रियांशा, आकृति, राशि, सुहानी, गौरव, खुशी, दीक्षा, सारांश प्रथम, पूजा, शिनाम, सिया आदि। मुख्याध्यापक  प्रवेश कुमार और अन्य अध्यापकों जैसे अध्यापक राजीव डोगरा, रविंदर कुमार, ज्योतिप्रकाश, राकेश कुमार, अमीचंद, सुनील कुमार, और मैडम प्रवीण लता ने 75वें स्वतंत्रता दिवस पे सभी को शुभकामनायें दीं। राजीव डोगरा 'विमल' (भाषा अध्यापक) गवर्नमेंट हाई स्कूल ठाकुरद्वारा पिन कोड 176029 कांगड़ा हिमाचल प्रदेश 9876777233 rajivdogra1@gmail.com

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31 Jul 2021

हिन्दू कॉलेज में प्रेमचंद जयंती पर प्रो. अपूर्वानंद का व्याख्यान

आवाज़ में भी रोशनी होती है – प्रो. अपूर्वानंद हिंदू कॉलेज में प्रेमचंद जयंती पर वेबिनार   दिल्ली— "हम भी इस घृणा, नफ़रत, छोटेपन और ओछेपन से बाहर निकल आएँगे और हम उस सफ़र को जारी रख सकेंगे जो मनुष्यता का सच्चा सफ़र है।  किन्तु प्रेमचंद की बातों को याद रखें कि इंसान होने का भरपूर आनंद तभी ले पाएँगे जब यह आनंद समूचे समाज और समूह को मिले।" महान कथाकार प्रेमचंद की 141 जयंती के अवसर पर हिंदी साहित्य सभा, हिंदू कॉलेज द्वारा आयोजित ऑनलाइन वेबिनार में जाने-माने आलोचक और हिंदी साहित्य के आचार्य डॉ. अपूर्वानंद ने उक्त विचार व्यक्त किए। "प्रेमचंद को क्यों पढ़ें?" विषय पर प्रो अपूर्वानंद ने कहा कि प्रेमचंद पर बात करते हुए कुछ भी नया नहीं कहा जा सकता बल्कि सब...

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19 Jul 2021

कोरोनाकाल की क़ैद में सौरभ दम्पती ने रची तीन पुस्तकें

(डॉ. सत्यवान सौरभ एवं प्रियंका सौरभ आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है, एक दोहाकार के रूप में जहां उनकी दोहा सतसई ‘तितली है का खामोश’ के अलावा हजारों दोहे प्रकाशित हो चुके हैं, वह दैनिक स्तंभकार के रूप में राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में समसामयिक विषयों संपादकीय पृष्ठों पर पर प्रमुखता से प्रकाशित हो रहे हैं। ) कोरोनाकाल की क़ैद ने उन्हें राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर स्तंभ लेखन के लिए प्रेरित किया, जिसमें उनकी पत्नी प्रियंका तथा परिजनों का बहुमुखी योगदान रहा। दोहा संग्रह तितली है खामोश, व्यंग्य आंध्या की माख़ी राम उड़ावै और निबंध नए पंख डॉ. सत्यवान सौरभ एवं प्रियंका सौरभ की कोरोना काल में रची नयी कृतियाँ हैं जिनके अंश आये दिन देश-विदेश की पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते हैं। माता कौशल्या तथा...

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6 Jul 2021

'पर्यावरण' विषयक हाइकु संगोष्ठी

'हाइकु गंगा' व्हाट्सएप समूह के तत्त्वावधान में दिनांक 27 जून 2021  को आज की ज्वलंत समस्या 'पर्यावरण' विषय पर आनॅलाइन हाइकु संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी  पर्यावरण के विविध पक्षों यथा – जल संरक्षण, जल शुद्धिकरण, वायु-प्रदूषण  से बचाव, ध्वनि-प्रदूषण की समस्या व समाधान तथा अग्नि व पृथ्वी की महत्ता पर केन्द्रित  थी। देश के प्रसिद्ध  हाइकुकारों ने न केवल दूषित होते पर्यावरण पर चिंता व्यक्त की बल्कि समाधान भी प्रस्तुत किये। प्रकृति की सर्वोत्कृष्ट कृति होने के कारण तथा विवेकशील प्राणी होने के नाते मनुष्य ही पर्यावरण की शुद्धता एवं प्रकृति संरक्षण पर चिंतन करते हुए निदान खोज सकता है। कटु सच्चाई यह भी है कि मनुष्य ने ही पर्यावरण को सबसे अधिक नुक़्सान पहुँचाया है, इसलिए यह मनुष्य का दायित्त्व भी है कि वह पर्यावरण को दूषित होने से बचाये। इन्हीं विचारों के आलोक में डॉ. मिथिलेश दीक्षित जी ने संगोष्ठी का संयोजन किया।

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5 Jun 2021

सुंदर चित्रकारी तथा पौधारोपण के माध्यम से ठाकुरद्वारा स्कूल के बच्चों ने दिया पर्यावरण सुरक्षा का सुंदर संदेश

कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश राजकीय उच्च विद्यालय ठाकुरद्वारा में मनाया गया ऑनलाइन पर्यावरण दिवस। बच्चों ने पर्यावरण सुरक्षा संबंधी संदेश देने के लिए विभिन्न तरह की गतिविधियाँ कीं, जैसे– सुंदर-सुंदर चित्र बनाये ,पौधारोपण किया, स्लोगन बनाए, पर्यावरण सुरक्षा संबंधी कविताओं का गान किया। भाषा अध्यापक राजीव डोगरा ने कहा पर्यावरण दिवस मनाने का तात्पर्य बच्चों को पर्यावरण के साथ जोड़ना है तथा और इसी बहाने बच्चों के अंदर के कलात्मक गुणों को बाहर निकालना ही मुख्य लक्ष्य है। मुख्याध्यापक प्रवेश शर्मा ने बच्चों को पर्यावरण सुरक्षा संबंधी संदेश दिया तथा कहा कि ठाकुरद्वारा स्कूल में हर दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है ताकि बच्चों की शिक्षा के साथ-साथ उनके कलात्मक गुणों का भी विकास किया जा सके। कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी अध्यापकों जैसे अमीचंद, सुनील कुमार, ज्योति...

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26 May 2021

राजकीय उच्च विद्यालय ठाकुरद्वारा ने करवाई कोरोना पेंटिंग प्रतियोगिता

कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश— राजकीय उच्च विद्यालय ठाकुरद्वारा द्वारा बच्चों को कोरोना के प्रति जागृत करने के लिए कोरोना पेंटिंग प्रतियोगिता करवाई गई। जिसमें विभिन्न कक्षाओं के बच्चों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपनी कला का प्रदर्शन किया। जिनमें से आकृति, दीक्षा, कशिश, शिनम, राशि, सिया, सोनाली, मेहक, रोहित, हर्ष, पीयूष, सारांश, प्रथम, स्मृति, सुहानी, कामना, गौरव, पूजा इत्यादि बच्चों ने बहुत सुंदर पेंटिंग बनाई।  भाषा अध्यापक राजीव डोगरा ने कहा करोना प्रतियोगिता करवाने का अर्थ सिर्फ़ प्रतियोगिता ही नहीं है बल्कि इसके द्वारा बच्चों को कोरोना से संबंधित जानकारी देना है जिससे बच्चे सुरक्षित रह सकें। मुख्य अध्यापक प्रवेश शर्मा ने बच्चों को संदेश दिया कि जब तक स्कूल नहीं खुलते तब तक घर...

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12 Mar 2021

अभिनन्दन! अभिनन्दन!

श्रेष्ठ साहित्यकार, संवेदनशील व्यक्तित्त्व एवं ऊर्जावान एवं चंदन चर्चित चरित्र के स्वामी परम सम्माननीय डॉ. राजकुमार आचार्य जी के पाणि पल्लवों में सादर अर्पित अभिनंदन मंज़िलों पर पहुँचना भी खड़े रहना भी, कितना मुश्किल है बड़े होकर बड़े रहना भी। तेज़ आँधी में जलना अपने दम पर सदा, कितना मुश्किल है चिराग़ों का खड़े रहना भी। हे अक्षय कीर्ति के उज्ज्वल पुञ्ज – आज आपका यह अभिनंदन, वंदन और अर्चन व आराधना हमारे अंतस की असीम गहराई से उपजी अद्भुत भावधारा की एक विनम्र अभिव्यक्ति है। ब्रह्मलीन पंडित शंकर लाल जी आचार्य एवं ममतामयी मातुश्री श्रीमती रामवती आचार्य की पावन कुक्षि से 22 जून 1961 को जन्म लेकर आपने अपनी ऊर्जावान व सृजनशील उत्कृष्ट जीवन शैली से सभी को प्रभावित किया है और अपने शानदार व्यक्तित्व के द्वारा "कुलं पवित्रं, जननी कृतार्थं, वसुंधरा भाग्यवती च तेन" की उस पवित्र उक्ति को सर्वार्थ...

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20 Feb 2021

साहित्य सरोकारों और सम्वेदनाओं को आवाज़ देता है- आशुतोष राना

डॉ. सुशील शर्मा की चार पुस्तकें विमोचित   गाडरवारा स्थानीय महाराणा प्रताप वार्ड शांति नगर में परम पूज्य पंडित देव प्रभाकर शास्त्री दद्दा जी की कृपा से नगर के साहित्यकार डॉ. सुशील शर्मा की चार कृतियाँ मन वीणा, स्वप्न झरे फूल से, शब्दनाद, गुलटटा विलटटा का विमोचन किया गया। प्रथम अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के तैल चित्र के समक्ष पूजा अर्चना की गई। इस अवसर फ़िल्म स्टार आशुतोष राणा ने अपने संबोधन में कहा कि साहित्य और शब्दकोश में अंतर होता है। शब्दकोश शब्दों के अर्थ बताता है, जबकि साहित्य मनोभावों को प्रगट करता है। कार्यक्रम के अध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार, पत्रकार, कुशलेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि डॉ. सुशील शर्मा की रचनाओं में वेदना और संवेदना दोनों दिखाई देती हैं। उन्होंने जन मानस के सांस्कृतिक विरासत और परम्पराओं से दूर होने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज घरों से तुलसी कोट गायब हो रहे हैं और...

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20 Feb 2021

डॉ. गुर्रमकोंडा नीरजा की दो पुस्तकें लोकार्पित

हैदराबाद, 19.2.2021 यहाँ दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा के खैरताबाद स्थित परिसर में विगत 11 फरवरी को डॉ. गुर्रमकोंडा नीरजा की दो पुस्तकों ‘तेलुगु साहित्य : एक अंतर्यात्रा’ और ‘कुछ कोलाहल, कुछ सन्नाटा’ का लोकार्पण संपन्न हुआ। समारोह की अध्यक्षता करते हुए सभा के सचिव श्री जी. सेल्वराजन ने कहा कि एक तेलुगुभाषी लेखिका के रूप में डॉ. नीरजा की उपलब्धियों पर सभा गर्व का अनुभव करती है।  ‘तेलुगु साहित्य : एक अंतर्यात्रा’ – आलोचना कृति दोनों पुस्तकों का लोकार्पण लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के कुलपति और केंद्रीय हिंदी निदेशालय के निदेशक डॉ. रमेश कुमार पांडेय ने किया। उन्होंने लेखिका को बधाई देते हुए कहा कि हिंदीतरभाषी हिंदी सेवियों ने ही हिंदी को भारत की राष्ट्रभाषा बनाया...

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31 Jan 2021

रिश्तों की विविधता और बाज़ारवाद पर आधारित हैः ’पतियों का एक्सचेंज ऑफर’

सुदर्शन सोनी के चौथे व्यंग्य संकलन ‘पतियों का एक्सचेंज ऑफर’ का विमोचन संपन्न व्यंग्यकार सुदर्शन सोनी की आठवीं पुस्तक चौथे व्यंग्य संकलन के रूप में ’पतियों का एक्सचेंज ऑफर’ का स्वामी विवेकानन्द लायब्रेरी, भोपाल में विमोचन करते हुए श्री मनोज श्रीवास्तव अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने कहा कि प्रशासन के अनुभव और लेखक के अनुभव की आँच से तपकर कई उत्कृष्ट कवि और व्यंग्यकार निकलते हैं। सुदर्शन सोनी इनमें से एक हैं। श्री सोनी थीम आधारित व्यंग्य लिखते हैं जिनमें वे विकृति और विसंगितयों को प्याज के छिलकों की तरह उधेड़ते चले जाते हैं। प्रशासन की मर्यादा व विसंगतियों से उपजे संघर्ष से व्यंग्य व कविता का जन्म होता है। उन्होंने भावुक होकर कहा कि इस लायब्रेरी में आकर पुरानी यादें ताज़ा हो गयीं। इसी लायब्रेरी से किताबें इश्यू करवा-करवा कर मैंने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा दी और आईएएस बना। कार्यक्रम के...

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31 Jan 2021

ऋषभदेव शर्मा की पुस्तक ‘साहित्य, संस्कृति और भाषा’ लोकार्पित

हैदराबाद, 19 जनवरी, 2021          आज यहाँ मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय स्थित दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में डॉ. ऋषभदेव शर्मा की सद्यः प्रकाशित आलोचना कृति ‘साहित्य, संस्कृति और भाषा’ को लोकार्पित किया गया। पुस्तक का लोकार्पण करते हुए निदेशक प्रो. अबुल कलाम ने कहा कि “भाषा और साहित्य दोनों का मूल आधार संस्कृति होती है। इस पुस्तक में इन तीनों के भीतरी रिश्ते की बखूबी पड़ताल और व्याख्या की गई है।“ डॉ. आफताब आलम बेग ने विमोचित पुस्तक में राष्ट्रीयता और समकालीन विमर्शों की उपस्थिति पर चर्चा की। डॉ. मोहम्मद नेहाल अफ़रोज़ ने भारतीय और तुलनात्मक साहित्य की विवेचना के क्षेत्र में लेखक के दृष्टिकोण की व्याख्या की, तो डॉ. अकमल खान ने प्रवासी साहित्य संबंधी अंशों का परिचय दिया। डॉ. इबरार खान ने पुस्तक में दक्षिण भारत की पत्रकारिता और आंध्र प्रदेश के हिंदी रचनाकारों पर केंद्रित शोधपत्रों पर अपने विचार प्रकट किए।...

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31 Jan 2021

सबके भीतर होती है कल्पना : प्रो हेमंत द्विवेदी

हिन्दू कॉलेज में वेबिनार   नई दिल्ली/उदयपुर—   कला और साहित्य दो भिन्न क्षेत्र नहीं हैं, बल्कि एक-दूसरे से गहरे स्तर तक जुड़े हुए हैं। ऐसी कोई भी महीन या बारीक़ रेखा नहीं है,जो इन्हें अलगाती हो। कला और साहित्य की अंतःसूत्रता को समझने के लिए, दोनों का सूक्ष्म निरीक्षण बेहद ज़रूरी है। गहरी अंतर्दृष्टि के संभव होने पर ही कला और साहित्य का वास्तविक रसास्वादन करने की अर्हता अर्जित की जा सकती है। सुविख्यात चित्रकार और उदयपुर के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के मानविकी संकाय के अध्यक्ष प्रो. हेमंत द्विवेदी ने उक्त विचार हिन्दू कॉलेज की हिंदी साहित्य सभा द्वारा आयोजित एक वेबिनार में व्यक्त किए। प्रो. द्विवेदी ने 'कला और साहित्य का अंतर्संबंध' विषय पर कहा कि कल्पना कुछ विशेष लोगों को प्राप्त होने वाली प्राकृतिक शक्ति नहीं है, बल्कि यह सबके भीतर होती है। इस शक्ति के लिए लिए भावक को निरंतर अभ्यासरत रहने की आवश्यकता...

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27 Jul 2020

कविता संग्रह 'नक्कारखाने की उम्मीदें' का ऑन लाइन लोकार्पण/समीक्षा संगोष्ठी

सुपेकर की कविताएँ पूर्वाग्रह मुक्त कविताएँ - श्री सतीश राठी नगर की प्रमुख साहित्यिक संस्था क्षितिज के द्वारा श्री संतोष सुपेकर के कविता संग्रह ‘नक्कारखाने की उम्मीदें’ के लोकार्पण एवं चर्चा संगोष्ठी का आयोजन क्षितिज संस्था के फेसबुक पटल पर किया गया। अपने अध्यक्षीय उद्‌बोधन में श्री सतीश राठी ने कहा, "सुपेकर की कविताएँ पूर्वाग्रह मुक्त कविताएँ हैं। वे आसपास के वातावरण से अपनी रचनाओं के लिए सूत्र बिन्दु निकाल लेते हैं। ऐसे कठिन वक़्त में लेखन करना नक्कारखाने में अपनी उम्मीदों को बुलंद करने जैसा है। सुपेकर की कविताओं में एक आग है, जो व्यवस्था पर सीधे-सीधे चोट करने में सक्षम है।" इस अवसर पर कवि श्री सन्तोष सुपेकर ने अपनी काव्य चेतना में जीवन जगत के प्रति दृष्टिकोण संग्रह की दो प्रतिनिधि कविताओं "हो सकती है" और "हाहाकारी निष्कर्ष" का पाठ कर प्रस्तुत किया। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के कुलानुशासक ख्यात समालोचक...

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13 Jul 2020

’अगले जनम मोहे कुत्ता कीजो’ पुस्तक को ’इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्डस’ द्वारा मान्यता

सुदर्शन सोनी द्वारा लिखी पुस्तक ’अगले जनम मोहे कुत्ता कीजो’ एक ऐसा व्यंग्य संग्रह जिसके सभी 34 व्यंग्य केवल कुत्तों पर केन्द्रित हैं। अपनी तरह की पहली पुस्तक होने के कारण यह चर्चा में रही। प्रसिद्ध व्यंग्यकार आलोक पुराणिक द्वारा इसे संपूर्ण एशिया की केवल श्वानों पर लिखे व्यंग्यों की पहली कृति माना गया है। डाक्टर ज्ञान चतुर्वेदी जी द्वारा इसे व्यंग्य में नया प्रयोग कहा है। इसी कड़ी में इसे ’इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्डस्’ नई दिल्ली द्वारा केवल कुत्तों पर लिखे 34 व्यंग्य संग्रह का एक रिकार्ड बनाया जाना मानते हुये लेखक सुदर्शन सोनी को 21 मार्च 2020 को रिकार्ड की मान्यता देते हुये प्रमाण पत्र व मैडल प्रदान किया है। लेखक ने बताया कि वे अब गिन्नीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्डस् व गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्डस में भी...

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30 Jun 2020

अनिल शर्मा केंद्रीय हिंदी शिक्षण मंडल के नए उपाध्यक्ष 

27 जून 2020 (भारत): मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार ने अनिल कुमार शर्मा को केंद्रीय हिंदी शिक्षण मंडल का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। अनिल शर्मा साहित्य जगत में अनिल जोशी के नाम से जाने जाते हैं। आपने नौ वर्षों तक ब्रिटेन और फीजी में राजनयिक के रूप में कार्य करते हुए हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार का महत्वपूर्ण कार्य किया है। फीजी उच्चायोग में द्वितीय सचिव के पद पर रहते हुए अनिल शर्मा के कार्य सराहनीय रहे हैं। हिंदी संस्थान के निदेशक प्रो. नन्दकिशोर पांडेय ने अपनी शुभकामनाएँ देते हुए आशा व्यक्त की है कि अनिल शर्मा के नेतृत्व में संस्थान विकास के नए सोपान चढ़ेगा। अनिल शर्मा से पहले डॉ. कमल किशोर गोयनका केंद्रीय हिंदी शिक्षण मंडल के उपाध्यक्ष थे। दिल्ली के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज से अवकाशप्राप्त डॉ. गोयनका...

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5 Jun 2020

डिजिटल संप्रेषण और साहित्य पर अंतरराष्ट्रीय वेबिनार संपन्न

हैदराबाद, 1 जून 2020 हिंदी हैं हम विश्व मैत्री मंच, हैदराबाद के तत्वावधान में 1 जून, 2020 को मध्याह्न 3 बजे से 5 बजे तक "तकनीकी व डिजिटल संप्रेषण की दुनिया में हिंदी साहित्य के बढ़ते क़दम" विषय पर एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेबिनार सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में प्रसिद्ध कवि-समीक्षक प्रो. ऋषभदेव शर्मा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त वरिष्ठ प्रवासी साहित्यकार तेजेंद्र शर्मा उपस्थित थे।  हैदराबाद केंद्र से संचालित अंतरराष्ट्रीय वेबिनार में दोनों विद्वानों ने महत्वपूर्ण विचार रखे। प्रो. ऋषभदेव शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय  स्तर पर हिंदी साहित्य के क्षेत्र में हैदराबाद नगर को एक विशेष स्थान दिलाया है। उन्होंने तकनीकी संप्रेषण के माध्यम से हिंदी साहित्य की बढ़ोतरी के बारे में अपने विचार अभिव्यक्त किए। प्रो. ऋषभ ने कहा कि वर्तमान समाज सही अर्थ...

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28 May 2020

संक्रामक समय में आशावादी लघुकथाओं का आयोजन

 क्षितिज संस्था की संकल्पना क्षितिज साहित्य मंच, इंदौर के द्वारा दिनांक 26 मई 2020 शनिवार शाम 4:00 बजे एक ऑनलाइन ऑडियो सार्थक लघुकथा गोष्ठी का क्षितिज के व्हाट्सएप पटल पर आयोजन किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार श्री सूर्यकांत नागर ने की। प्रमुख अतिथि साहित्यकार, समीक्षक डॉ. पुरुषोत्तम दुबे रहे। गोष्ठी के आरम्भ में सस्वर सरस्वती वंदना विनीता शर्मा द्वारा प्रस्तुत की गई। क्षितिज संस्था के अध्यक्ष श्री सतीश राठी द्वारा स्वागत भाषण दिया गया। अतिथियों का स्वागत करते हुए श्री राठी ने कहा कि, "आठवां दशक लघुकथा के लिए एक महत्वपूर्ण समय था। उस समय में लघुकथा की स्थापना के लिए जद्दोजेहद हो रही थी। बहुत सारा काम लघुकथा के लिए हो रहा था। तब लघुकथा विधा के विकास के लिए जून 1983 में 'क्षितिज' की स्थापना...

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26 Apr 2020

लॉकडाऊन में रचनाधर्मिता को नवीन आयाम : क्षितिज की ऑनलाइन सार्थक लघुकथा ऑडियो गोष्ठी

लघुकथा प्रवासी और टेक दुनिया के अंतरंग का हिस्सा- श्री बीएल आच्छा श्री बलराम अग्रवाल (दिल्ली) कोरोना वायरस के कारण किए गए लॉकडाऊन को देखते हुए क्षितिज साहित्य मंच, इंदौर द्वारा दिनांक 25 अप्रैल 2020 शनिवार शाम 4:00 बजे एक ऑनलाइन ऑडियो सार्थक लघुकथा गोष्ठी का क्षितिज साहित्य मंच के पटल पर आयोजन किया गया। इस गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार, लघुकथाकार, कथाकार, आलोचक श्री बलराम अग्रवाल (दिल्ली) ने की और इस समारोह के प्रमुख अतिथि थे मूर्धन्य साहित्यकार, समीक्षक, आलोचक श्री बी.एल. आच्छा (चैन्नई)। गोष्ठी के आरम्भ में क्षितिज संस्था के अध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार, लघुकथाकार, समीक्षक श्री सतीश राठी द्वारा स्वागत भाषण दिया गया और अतिथियों का स्वागत करते हुए श्री राठी...

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12 Mar 2020

'इंडियन पोएट्री इन इंग्लिश— पेट्रीकॉर' का लोकार्पण

पटना, मार्च 06, 2020 -  शुक्रवार को अँग्रेज़ी के जाने-माने साहित्यकार, कवि एवं टीपीएस कॉलेज के अँग्रेज़ी विभाग के आचार्य डॉ. छोटे लाल खत्री के साहित्यिक अवदान पर डॉ. सुधीर के अरोड़ा और डॉ. अवनीश सिंह चौहान द्वारा सम्पादित पुस्तक 'इंडियन पोएट्री इन इंग्लिश— पेट्रीकॉर : ए क्रिटीक ऑफ़ सी. एल. खत्रीज़ पोएट्री' का लोकार्पण कॉलेज के प्राचार्य प्रो. उपेन्द्र प्रसाद सिंह एवं उर्दू विभागाध्यक्ष प्रो. अबू बकर रिज़वी, दर्शनशास्त्र के अध्यक्ष प्रो. श्यामल किशोर, हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो. जावेद अख्तर खाँ एवं प्रो. शशि भूषण चौधरी ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर प्रो. छोटे लाल खत्री भी मौजूद थे। प्रकाश बुक डिपो, बरेली द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक में भारतीय अँग्रेज़ी काव्य के परिप्रेक्ष्य में सीएल खत्री की रचनाधर्मिता पर 22 शोधपरक आलेख/आलोचनात्मक निबंधों के साथ रचनाकार का...

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5 Mar 2020

भाषा और संस्कृति पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न

नई दिल्ली, 1 मार्च 2020 "आज का समय पूरी दुनिया में मानवीय मूल्यों के संकट, आसुरी शक्तियों के आतंक और आदर्शों के अभाव का समय है। ऐसे में पूरी दुनिया भारत की ओर उम्मीद की नज़रों से देख रही है। भारत के पास राम और कृष्ण जैसे आदर्श चरित्र उपलब्ध हैं, जो विश्व कल्याण की प्रेरणा दे सकते हैं। इनके माध्यम से दुनिया भर में मानवमूलक संस्कृति की पुनः स्थापना की जा सकती है। तरह तरह के खंड खंड विमर्शों के स्थान पर परिवार विमर्श आज की आवश्यकता है और इसी के साथ रामत्व और कृष्णतव की प्रतिष्ठा जुड़ी है।" ये विचार प्रख्यात साहित्यकार, लोक संस्कृति विशेषज्ञ और गोवा की पूर्व राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने नई दिल्ली महानगर निगम  के विशाल कन्वेंशन हॉल में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन...

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30 Jan 2020

एकदिवसीय राष्ट्रीय शिक्षक उन्नयन कार्यशाला संपन्न

बैंगलोर, 29 जनवरी (मीडिया विज्ञप्ति)। बिशप कॉटन वीमेन्स क्रिश्चियन कॉलेज की ओर से एकदिवसीय राष्ट्रीय शिक्षक उन्नयन कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न महाविद्यालयों के लगभग 75 हिंदी शिक्षक-शिक्षिकाओंऔर छात्राओं ने प्रतिभागिता निभाई। अवसर पर बेंगलुरु केंद्रीय विश्वविद्यालय एवं बेंगलुर विश्वविद्यालय के बी.कॉम. द्बितीय सेमेस्टर की पाठ्यपुस्तक 'काव्य मधुवन' एवं 'काव्य निर्झर' की कविताओं व उनके कवियों पर विशेषज्ञों के साथ चर्चा की गई।  कार्यशाला का उद्घाटन मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय, हैदराबाद के परामर्शी प्रो.ऋषभदेव शर्मा ने बतौर मुख्य किया। उन्होंने दोनों कार्यसत्रों की अध्यक्षता भी की।  मुख्य अतिथि प्रो. ऋषभदेव शर्मा ने सभी आमंत्रित जनों के बारे में अपने स्नेह को प्रदर्शित करते हुए सभी को शुभकामनाएँ दीं व सभी प्रतिभागियों को कार्यक्रम के विषय पर वार्ता के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कविता की ताक़त...

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31 Dec 2019

वीरेन्द्र आस्तिक को 'साहित्य भूषण सम्मान'   

लखनऊ : लखनऊ में सोमवार (दिसंबर 30, 2019) को उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में विख्यात कवि एवं आलोचक श्री वीरेंद्र आस्तिक (कानपुर) को 'साहित्य भूषण सम्मान' (दो लाख रुपये) से अलंकृत किया गया। आस्तिक जी को यह सम्मान माननीय विधानसभा अध्यक्ष डॉ हृदय नारायण दीक्षित के कर-कमलों से प्रदान किया गया।  इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि साहित्य समाज का मार्गदर्शक होता है। साहित्य का अर्थ है, जिसमें सबका हित हो। साहित्य के माध्यम से ही हम किसी समाज, राष्ट्र व संस्कृति को संबल प्रदान कर सकते हैं। साहित्यकार को समाज की ज्वलंत समस्याओं को रचनात्मक दिशा देने का प्रयास करना चाहिए। जब हम अपनी लेखनी को खेमे, क्षेत्रीयता व जातीयता में बांटने का प्रयास करेंगे, तो इससे साहित्यिक साधना भंग होगी। साथ ही समाज व देश का बड़ा नुक़सान होगा।  सोमवार को लखनऊ में उत्तर...

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31 Dec 2019

विशिष्ट प्रतिभा सम्मान 2019 से सम्मानित हुए बालसाहित्यकार ओमप्रकाश क्षत्रिय 'प्रकाश'

राजस्थान के भीलवाड़ा स्थित विनायक विद्यापीठ परिसर में “हम सब साथ साथ” के बैनर तले सातवाँ अंतरराष्ट्रीय सोशल मीडिया एवं मैत्री सम्मान समारोह 2019 का आयोजन 24 और 25 दिसंबर को आयोजित किया गया। इस सम्मान समारोह के लिए प्रसिद्ध बालसाहित्यकार ओमप्रकाश क्षत्रिय 'प्रकाश' को बालसाहित्य में विशेष योगदान के चयनित कर आमंत्रित किया गया था। समाज में भाईचारे और विश्व बंधुत्व की भावना के विकास में सोशल मीडिया की भूमिका विषय पर आयोजित परिचर्चा में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने और बालसाहित्य के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए ओमप्रकाश क्षत्रिय 'प्रकाश' को विशिष्ट प्रतिभा सम्मान 2019 से सम्मानित किया गया। उन्हें यह सम्मान 'हम सब साथ साथ' के राष्ट्रीय संयोजक तथा देश और दुनिया की जाने-माने शख़्सियत श्री किशोर श्रीवास्तव, वीर रस के लब्धप्रतिष्ठित कवि योगेंद्र शर्मा, समाजसेवी विनोद...

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28 Nov 2019

विश्वरंग – भोपाल में भव्य और सार्थक महोत्सव

4 से 10 नवंबर के बीच भोपाल में टैगोर अंतरराष्ट्रीय साहित्य एवं कला महोत्सव का भव्यतम आयोजन हुआ। हिंदी को केंद्र में रख कर सात दिन तक चले इस 'विश्वरंग'  में तीस देशों के पाँच सौ से अधिक रचनाकारों ने शामिल हो कर एक ऐसा वैश्विक उत्सव रचा जो एशिया के अब तक के सबसे बड़े साहित्य और संस्कृति के आयोजन के रूप में जाना जाएगा। आईसेक्ट समूह के पाँच विश्वविद्यालयों के इस संयुक्त उपक्रम को भोपाल के रवींद्रनाथ टैगोर विश्व विद्यालय के परिसर, रवींद्र भवन, भारत भवन, स्वराज भवन और मिंटो हाल में साकार होते देखना एक अद्भूत अनुभव रहा। भारतीय भाषाओं और बोलियों, फिल्मों, नाट्य संगीत, बाल और वैज्ञानिक लेखन, प्रवासी साहित्य, विश्व कविता और थर्ड जेंडर के कविता सत्रों जैसे विभिन्न विषयों पर लगभग साठ विशिष्ठ सत्रों ने विचार-विमर्श को सार्थक दिशा दी।  टैगोर की सांस्कृतिक विरासत के पुनरावलोकन के बहाने कबीर, फैज़, इक़बाल,...

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28 Nov 2019

क्षितिज अखिल भारतीय लघुकथा सम्मेलन 2019, इंदौर

कोई भी कला संयम और समय के साथ ही विकसित होती है - सुकेश साहनी ‘क्षितिज’ संस्था, इंदौर द्वारा द्वितीय ‘अखिल भारतीय लघुकथा सम्मेलन 2019’ का आयोजन दिनांक 24 नवम्बर 2019, रविवार को श्री मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति, इन्दौर में किया गया। यह कार्यक्रम चार विभिन्न सत्रों में आयोजित हुआ। प्रथम उद्घाटन, लोकार्पण एवम्‌ सम्मान सत्र रहा। इस सत्र की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार, कला मर्मज्ञ श्री नर्मदा प्रसाद उपाध्याय ने की। मंच पर क्षितिज साहित्य संस्था के अध्यक्ष श्री सतीश राठी, श्री सूर्यकांत नागर, श्री सुकेश साहनी, श्री श्याम सुंदर अग्रवाल, श्री माधव नागदा एवम श्री कुणाल शर्मा उपस्थित थे।  संस्था परिचय एवं अतिथियों के लिए स्वागत भाषण श्री सतीश राठी ने दिया। लघुकथा विधा को लेकर वर्ष 1983 से संस्था द्वारा किए गए कार्यों की उन्होंने जानकारी दी एवं संस्था के विभिन्न प्रकाशनों पर जानकारी देते हुए लघुकथा विधा के पिछले 35 वर्ष के इतिहास पर...

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27 Nov 2019

अवनीश सिंह चौहान को 'बाबूसिंह स्मृति साहित्यरत्न सम्मान'

मथुरा : रविवार, 24 नवम्बर 2019 को आलोक पब्लिक स्कूल, पंचवटी कॉलोनी, मथुरा के सभागार में बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, बरेली के मानविकी एवं पत्रकारिता महाविद्यालय में प्रोफेसर और प्राचार्य के पद पर कार्यरत वृन्दावनवासी कवि, आलोचक, अनुवादक डॉ. अवनीश सिंह चौहान को  'बाबूसिंह स्मृति साहित्यरत्न सम्मान' से सम्मानित किया गया। बहुभाषी रचनाकार डॉ. चौहान हिंदी भाषा एवं साहित्य की वेब पत्रिका— 'पूर्वाभास' और अंग्रेज़ी भाषा एवं साहित्य की अंतर्राष्ट्रीय शोध पत्रिका— 'क्रिएशन एण्ड क्रिटिसिज़्म' के संपादक हैं। यह सम्मान उन्हें आलोक प्रताप सिंह मैमोरियल शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक समिति, मथुरा, उत्तर प्रदेश ने प्रदान किया है। डॉ. अवनीश सिंह चौहान के नवगीत 'शब्दायन', 'गीत वसुधा', 'सहयात्री समय के', 'समकालीन गीत कोश', 'नयी सदी के गीत', 'गीत प्रसंग', 'नयी सदी के नये गीत' आदि समवेत संकलनों में और मेरी शाइन द्वारा सम्पादित...

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25 Nov 2019

विद्यार्थियों को बाल पत्रिका पढ़ने के लिए किया गया प्रेरित

मिशन इण्टरनेशनल स्कूल के 50 विद्यार्थियों ने ली सदस्यता अलीगढ़। बाल रचनाकारों की राष्ट्रीय पत्रिका ‘अभिनव बालमन’ द्वारा मिशन इण्टरनेशनल स्कूल में विद्यार्थियों को बाल पत्रिकाओं को पढ़ने एवं रचनात्मक गतिविधियों में प्रतिभाग करने के उद्देश्य को लेकर प्रेरित किया गया और इसी प्रेरणा को लेकर विद्यालय के 50 विद्यार्थियों ने ‘अभिनव बालमन’ की सदस्यता ली। प्रधानाचार्य शीतल शर्मा ने विद्यार्थियों से कहा कि आपको पाठ्यक्रम तक सीमित न रहकर पत्र-पत्रिकाओं को भी पढ़ना चाहिए जिससे आपके ज्ञान का प्रसार हो। इसके लिए ‘अभिनव बालमन’ का यह प्रयास श्रेयस्कर है। प्रबंधक आशीष शर्मा ने कहा कि ऐसा नहीं है कि बच्चों पर अन्य पत्रिकाएँ पढ़ने के लिए समय नहीं है बल्कि समस्या यह है कि बच्चे अपना समय पढ़ने के अलावा मोबाइल, टीवी में लगा रहे हैं। जब तक हम उन्हें पत्र-पत्रिकाओं को पढ़ने के लिए प्रेरित नहीं करेंगे तब तक बच्चे को इनके बारे में...

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24 Nov 2019

डॉ. सुरंगमा यादव को मिला ’हिन्दी भूषण श्री’ सम्मान

के.बी. हिन्दी साहित्य समिति (पंजी.) बिसौली, बदायूँ (उ.प्र.) द्वारा 03 नवंबर 2019 को आर. के. इण्टरनेशनल स्कूल बिसौली में  आयोजित पंचम अखिल भारतीय सम्मान समारोह में डॉ. सुरंगमा यादव को उनकी हाइकु कृति ’यादों के पंछी’ के लिए ’हिन्दी भूषण श्री’ सम्मान 1100/- सहित अंगवस्त्र, सम्मान पत्र एवं प्रतीक चिह्न से सम्मानित किया गया। इस समारोह में भारत के 17 प्रांतों और नेपाल से पधारे साहित्यकारों ने हिस्सा लिया। 

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22 Nov 2019

ओमप्रकाश क्षत्रिय 'प्रकाश' ’क्रांतिधरा अंतरराष्ट्रीय साहित्य साधक” सम्मान से सम्मानित

सुपरिचित बाल-साहित्यकार ओमप्रकाश क्षत्रिय 'प्रकाश' को साहित्य सृजन, हिन्दी के प्रचार-प्रसार एवं बाल-साहित्य उन्नयन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए त्रिदिवसीय क्रान्तिधरा मेरठ साहित्यिक महाकुम्भ 2019 में आज दिनांक 20 नवम्बर 2019 को अंतरराष्ट्रीय हास्य कवि एवं शायर डॉ. एजाज पॉपुलर मेरठी, श्री सरण घई (कनाडा), श्री कपिल कुमार (बेल्जियम ), श्री रामदेव धुरंधर (मारीशस), श्रीमती जया वर्मा (ब्रिटेन), डॉ. रमा शर्मा (जापान), डॉक्टर श्वेता दीप्ति नेपाल डॉ. सच्चिदानंद मिश्र नेपाल आदि आदि देश-विदेश के मंचस्थ अतिथि साहित्यकारों के द्वारा #क्रांतिधरा_अंतरराष्ट्रीय_साहित्य_साधक_सम्मान प्रदान किया गया। इस अवसर पर देश विदेश से पधारे हुए 200 से अधिक शब्द शिल्पियों की उपस्थिति में यह सम्मान प्रदान किया गया। उल्लेखनीय है कि आप की बाल-कहानियाँ देश की प्रसिद्ध बाल पत्रिकाओं जैसे- नंदन, चम्पक, देवपुत्र, बाल किलकारी, हँसती दुनिया सहित कई पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित...

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19 Nov 2019

बालकविता संग्रह ‘कहावतों की कविताएं’ का हुआ लोकार्पण

  संस्कृति शिक्षा संस्थान, कुरुक्षेत्र (हरियाणा) द्वारा प्रकाशित डॉ. वेद. मित्र शुक्ल के बाल-कविता संग्रह ‘कहावतों की कविताएं’ का लोकार्पण कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा के कुलपति प्रो. रजनीश शुक्ल एवं मुख्यातिथि प्रो. अवनीश कुमार, निदेशक, केंद्रीय हिंदी निदेशालय, व अध्यक्ष, वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग द्वारा किया गया। यह पुस्तक बच्चों की भाषा को लोक-आधार से समृद्ध करने के उद्देश्य से ‘संस्कृति भवन बाल साहित्य माला’ के अंतर्गत प्रकाशित की गई है। ज्ञात हो कि इस संस्थान से प्रकाशित यह श्री शुक्ल की दूसरी पुस्तक है। इससे पूर्व महात्मा गाँधी जयंती के १५० वर्ष पूर्ण होने पर ‘बापू से सीखें’ का प्रकाशन हो चुका है।   इस दौरान शिक्षा एवं बाल-साहित्य से जुड़े देश भर के 12 विद्वानों को ‘संस्कृति भवन...

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12 Nov 2019

गोइन्का राजस्थानी साहित्य पुरस्कार वितरण समारोह सम्पन्न

चूरू जिले के सम्मानित विधायक श्री राजेन्द्रसिंह जी राठौड़ की अध्यक्षता में "मातुश्री कमला गोइन्का राजस्थानी साहित्य पुरस्कार" वितरण समारोह जयपुर (राजस्थान) में भारतीय विद्या भवन के "महाराणा प्रताप सभागृह" में संपन्न हुआ। इस अवसर पर फाउण्डेशन के प्रबंध न्यासी श्री श्यामसुन्दर गोइन्का द्वारा कोटा राजस्थान के सुप्रसिद्ध साहित्यकार श्री अंबिका दत्त जी को पुरस्कार स्वरूप एक लाख ग्यारह हज़ार एक सौ ग्यारह रुपये नगद के संग श्री राजेन्द्रसिंह जी के हाथों शॉल, श्रीफल व स्मृतिचिन्ह भेंट कर पुरस्कृत किया गया। संग-संग जयपुर की स्वनामधन्य साहित्यकार श्रीमती सावित्री चौधरी जी को भी "रानी लक्ष्मीकुमारी चूण्डावत महिला साहित्यकार पुरस्कार" के तहत पुरस्कार स्वरूप इकतीस हज़ार रुपये नगद के संग समारोह अध्यक्ष के हाथों शॉल, श्रीफल व स्मृतिचिन्ह भेंट कर पुरस्कृत किया गया। समारोह आयोजक श्री गोइन्का जी ने पुरस्कार व फाउण्डेशन के कार्यकलापों के बारे में जानकारी दी तथा आये हुए अतिथियों व साहित्यकारों का स्वागत किया। सम्मानित...

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21 Oct 2019

भोजपाल साहित्य संस्थान, भोपाल की मासिक काव्य गोष्ठी संपन्न

19 अक्टूबर 2019 को भोपाल में साहित्य के क्षेत्र में निरंतर सक्रिय संस्था, भोजपाल साहित्य संस्थान, भोपाल की मासिक साहित्यिक गोष्ठी का आयोजन भोपाल हाट परिसर स्थित ’9 एम मसाला रेंस्तरां’ में किया गया। कार्यक्रम संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष श्री सुदर्शन सोनी की अध्यक्षता, श्री प्रियदर्शी खैरा के मुख्य आतिथ्य व वरिष्ठ साहित्यकार द्वय श्री अशोक निर्मल व श्री वीरेंद्र जैन के विशिष्ट आतिथ्य में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में बडी़ संख्या में साहित्यकार व साहित्य प्रेमी उपस्थित थे । 

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9 Oct 2019

पुस्तक विमोचन व विराट कवि सम्मेलन तमनार में सम्पन्न

’दर्दोगम की बस्ती’ नामक पुस्तक हृदय को उद्वेलित करने वाली है - जयशंकर रायगढ़ - औद्योगिक व वनांचल तहसील तमनार के नवदुर्गा समिति बरभांठा द्वारा पुस्तक विमोचन एवं विराट कवि सम्मेलन का सफल आयोजन गत् दिवांक 05 अक्टूबर को किया गया। उक्त आयोजन के मुख्य अतिथि रायगढ़ के ख्यातिलब्ध साहित्यकार पं. शिवकुमार पाण्डेय जी, कार्यक्रम अध्यक्ष ग़ज़लकार शुकदेव पटनायक जी, विशिष्ट अतिथि प्रो. के. के. तिवारी जी व कवि कमल बहिदार जी थे। कार्यक्रम के प्रथम चरण में माँ ज्ञानदात्री महासरस्वती जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण व समक्ष दीप, धूप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया। तत्पश्चात स्वागत के क्रम में आयोजक समिति के सक्रिय सदस्यों ने सभी साहित्यकारों को तिलक लगाकर व श्रीफल प्रदान करके स्वागत - सम्मान किया। स्वागत पश्चात् अंचल के प्रतिष्ठित ग़ज़लकार जयशंकर प्रसाद डनसेना जी द्वारा सृजित ग़ज़ल संग्रह "दर्दोगम की बस्ती" नामक पुस्तक का विमोचन...

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28 Sep 2019

डॉ. सुरंगमा यादव को मिला ’हिन्दी रत्न सम्मान’

डॉ. सुरंगमा यादव को सुल्तानपुर की सर्वोच्च साहित्यिक संस्था ’सरिता लोकसेवा संस्थान’ द्वारा दिनांक 22 सितम्बर 2019 को अयोध्या शोध संस्थान,अयोध्या के हाल में आयोजित उन्नीसवें अखिल भारतीय सम्मान समारोह में उनके साहित्यिक योगदान के लिए ’हिन्दी रत्न सम्मान’ से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जगतगुरू श्री रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय,चित्रकूट के कुलपति प्रो. योगेश चन्द्र दुबे, सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. विद्याविन्दु सिंह एवं संस्था के अध्यक्ष डॉ. कृष्णमणि चतुर्वेदी ’मैत्रेय’ ने सुरंगमा यादव को सम्मान पत्र एवं अगं वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया । डॉ. सुरंगमा यादव ,महामाया राजकीय महाविद्यालय महोना, लखनऊ में एसो.प्रो. हिन्दी के पद पर कार्यरत हैं।

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28 Sep 2019

भोजपाल साहित्य संस्थान, भोपाल की मासिक काव्य गोष्ठी दिनांक 28 सितम्बर 2019 को भोपाल में संपन्न

साहित्य के क्षेत्र में निरंतर सक्रिय संस्था, भोजपाल साहित्य संस्थान, भोपाल की मासिक साहित्यिक गोष्ठी का आयोजन दिनांक 28 सितम्बर 2019 को भोपाल हाट परिसर स्थित ’9 एम मसाला रेंस्तरां’ में किया गया। कार्यक्रम संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष श्री सुदर्शन सोनी की अध्यक्षता, वरिष्ठ साहित्यकार श्री अशोक व्यास के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ।  कार्यक्रम में वरिष्ठ व्यंग्यकार श्री अशोक व्यास, दुर्गारानी श्रीवास्तव,  श्री के के दुबे, श्री जयपाल सिंह, सुश्री सरिता, श्री चन्द्रभान राही आदि उपस्थित थे। श्री अशोक व्यास द्वारा सशक्त  सामयिक व्यंग्य ’मेरे अनमोल रतन आयेंगे’, दुर्गारानी श्रीवास्तव द्वारा कविता ’नार्यस्तु पूजयंते  के देश में पशु घूमते मनुज के वेष में’ का  श्रोताओं को मुग्ध करने वाला पाठन किया। चन्दभान राही द्वारा शेर ’जब जब हमें पीठ में खंजर लगा है हमने अक्सर अपने को दोस्तों के बीच पाया है’ का पाठ किया गया। मुम्बई से पधारी सुश्री सरिता द्वारा वॉलीवुड पर हास्य कविता का...

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20 Sep 2019

सृजनलोक अंतरराष्ट्रीय साहित्योत्सव संपन्न

    विशेष अतिथि डॉ. ऋषभदेव शर्मा को  सम्मानित करते हुए कुलपति डॉ. संदीप संचेती, मुख्य अतिथि चित्रा मुद्गल और वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. दिविक रमेश। हैदराबाद, 20 सितंबर, 2019 - एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलोजी, चेन्नै तथा सृजनलोक प्रकाशन समूह के संयुक्त तत्वावधान में एसआरएम विश्वविद्यालय के चेन्नै स्थित सभागार में ‘हिंदी की विकास यात्रा : विविध आयाम’ विषयक द्विदिवसीय सृजनलोक अंतरराष्ट्रीय साहित्योत्सव संपन्न हुआ। इस समारोह में चित्रा मुद्गल, डॉ. दिविक रमेश, शरद आलोक (नॉर्वे), डॉ. सत्यनारायण मुंडा, डॉ. बी.एल. आच्छा, डॉ. पुष्पिता अवस्थी (सूरीनाम), कुसुम भट्ट, रानू मुखर्जी, कंचन शर्मा, डॉ. उषा रानी राव आदि उपस्थित रहे। समारोह का उद्घाटन एसआरएम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. संदीप संचेती ने किया।  दो-दिवसीय सम्मेलन में...

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17 Sep 2019

’खूँटी पर आकाश’ का लोकार्पण

बंगलौर, 3 सितंबर, 2019 यहाँ जयनगर स्थित मानंदी संस्कृति सदन में आयोजित भव्य समारोह में प्रसिद्ध कवि एवं लेखक ज्ञानचंद मर्मज्ञ के सद्यःप्रकाशित निबंध संग्रह "खूँटी पर आकाश" का लोकार्पण सम्पन्न हुआ। अखिल भारतीय साहित्य साधक मंच, बंगलौर के सौजन्य से आयोजित, इस समारोह में हैदराबाद से आये, दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा के पूर्व प्रोफ़ेसर एवं प्रख्यात साहित्यकार डॉ. ऋषभदेव शर्मा बतौर मुख्य अतिथि शामिल रहे। बतौर विशिष्ट अतिथि राजस्थान पत्रिका के प्रभारी संपादक राजेंद्र शेखर व्यास, बिशप कॉटन वुमंस क्रिश्चयंस कॉलेज के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. विनय कुमार यादव, और हिंदी प्रचार परिषद पत्रिका के संपादक डॉ. मनोहर भारती उपस्थित थे। अध्यक्षता आकाशवाणी बंगलौर के पूर्व निदेशक एवं उर्दू साहित्यकार मिलनसार अहमद ने की। समारोह के मुख्य अतिथि और लोकार्पणकर्ता ऋषभदेव शर्मा ने अपने लोकार्पण भाषण में आलोच्य...

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17 Sep 2019

राष्ट्रीय संगोष्ठी में रचना प्रतिभा सम्मान से सम्मानित हुए प्रमोद सोनवानी

रायगढ़ - अंतर्राष्ट्रीय साहित्य संस्था ’मंजिल ग्रुप साहित्य मंच’ - नई दिल्ली के बैनर तले तहसील घरघोड़ा के प्राचीन बैगिन डोकरी मन्दिर प्रांगण में गत् दिवस एक भव्य राष्ट्रीय साहित्य संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी के प्रमुख अतिथि दिल्ली से पधारे मगसम के राष्ट्रीय संयोजक व ख्यातिलब्ध साहित्यकार डॉ. सुधीर सिंह 'सुधाकर' जी थे । आयोजित राष्ट्रीय साहित्य संगोष्ठी में तमनार, पड़िगाँव निवासी बाल साहित्यकार प्रमोद सोनवानी पुष्प को बाल साहित्य लेखन - सृजन हेतु "रचना प्रतिभा सम्मान - 2019" से सम्मानित किया गया। उक्त प्रद्दत सम्मान के तहत पुष्प को अलंकरण वस्त्र , अलंकरण पट्टी, साहित्य व सम्मान पत्र अतिथियों के करकमलों से प्रदान किया गया। काव्यपाठ के क्रम में  प्रमोद सोनवानी ने माँ के ऊपर केन्द्रित व बालमन को समर्पित बाल-कविता ’बचपन खोने न दें’ शीर्षक से सस्वर पाठ करके ख़ूब वाहवाही व तालियाँ बटोरीं। प्राप्त सम्मान हेतु बाल साहित्यकार प्रमोद को डॉ. सुधीर सिंह जी,...

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17 Sep 2019

राजकुमार जैन राजन की नेपाली में अनूदित पुस्तकों का लोकार्पण उज्जैन में

उज्जैन- आकोला (राजस्थान) के सुपरिचित साहित्यकार, संपादक, प्रकाशक, समाजसेवी श्री राजकुमार जैन राजन की बाल-साहित्य कृतियों के नेपाल से प्रकाशित नेपाली अनूदित संस्करण का लोकार्पण उज्जैन में हुआ। उज्जैन की कालिदास अकादमी परिसर में 'शब्द प्रवाह सृजन मंच' उज्जैन व 'राष्ट्रीय पुस्तक न्यास', नई दिल्ली के भव्य आयोजन में राजन के बाल कहानी संग्रह 'मन के जीते जीत' एवम बाल कविता संग्रह 'रोबोट एक दिला दो राम' के नेपाली संस्करण 'मनले जिते जित' एवम 'एउटा रोबट दिलाइदेऊ राम' का लोकार्पण सम्पन्न हुआ।  मंचस्थ अतिथि राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के संपादक डॉ. लालित्य ललित, विक्रम विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति, मध्य प्रदेश हिंदी ग्रन्थ अकादमी के निदेशक व प्रसिद्ध साहित्यकार, चिंतक डॉ. राम राजेश मिश्र, कुलानुशासक हिंदी विभागाध्यक्ष विक्रम विश्वविद्यालय एवम प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. शैलेन्द्र कुमार शर्मा, सुप्रसिद्ध संपादक, साहित्यकार श्री संदीप सृजन, डॉ. राजेश रावल, श्री राजेश राज आदि के करकमलों द्वारा इन कृतियों का लोकार्पण सम्पादित हुआ। इस आयोजन...

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16 Sep 2019

स्पंदन द्वारा 'जिन्हें जुर्म-ए-इश्क पर नाज़ था' पर चर्चा

ललित कलाओं के प्रशिक्षण प्रदर्शन एवं शोध की अग्रणी संस्था स्पंदन द्वारा पंकज सुबीर के बहुचर्चित उपन्यास 'जिन्हें जुर्म-ए-इश्क पर नाज़ था' पर पुस्तक चर्चा का आयोजन स्वराज भवन में किया गया। इस अवसर पर उपन्यास के दूसरे संस्करण का भी विमोचन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता मध्यप्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री सैयद मोहम्मद अफ़ज़ल ने की। पुस्तक पर वक्ता के रूप में भोपाल कलेक्टर श्री तरुण पिथोड़े, एबीपी न्यूज़ के संवाददाता श्री बृजेश राजपूत तथा दैनिक भास्कर के समाचार संपादक श्री सुदीप शुक्ला उपस्थित थे।  सर्वप्रथम अतिथियों का स्वागत स्पंदन की संयोजक वरिष्ठ कथाकार डॉ उर्मिला शिरीष ने किया। इस अवसर पर बोलते हुए श्री सुदीप शुक्ला ने कहा कि यह उपन्यास एक ऐसे समय पर आया है, जब इस उपन्यास की सबसे अधिक आवश्यकता थी। यह इस समय की सबसे ज़रूरी किताब है। इस उपन्यास में प्रश्नोत्तर के माध्यम से आज के कुछ महत्वपूर्ण सवालों के...

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20 Jul 2019

पंकज सुबीर के नए उपन्यास ‘जिन्हें जुर्म-ए-इश्क़ पे नाज़ था’ का विमोचन

"एक रात की कहानी में सभ्यता समीक्षा है ये उपन्यास"- डॉ. प्रज्ञा शिवना प्रकाशन द्वारा आयोजित एक गरिमामय साहित्य समारोह में सुप्रसिद्ध कथाकार पंकज सुबीर के तीसरे उपन्यास "जिन्हें जुर्म-ए-इश्क़ पे नाज़ था" का विमोचन किया गया। इस अवसर पर सुप्रसिद्ध कथाकार, उपन्यासकार तथा नाट्य आलोचक डॉ. प्रज्ञा विशेष रूप से उपस्थित थीं। कार्यक्रम का संचालन संजय पटेल ने किया। श्री मध्य भारत हिंदी साहित्य समिति के सभागार में आयोजित इस समारोह में अतिथियों द्वारा पंकज सुबीर के नए उपन्यास का विमोचन किया गया। इस अवसर पर वामा साहित्य मंच इन्दौर की ओर से पंकज सुबीर को शॉल, श्रीफल तथा सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। मंच की अध्यक्ष पद्मा राजेन्द्र, सचिव ज्योति जैन, गरिमा संजय दुबे, किसलय पंचोली तथा सदस्याओं द्वारा पंकज सुबीर को सम्मानित किया गया।  स्वागत भाषण देते हुए कहानीकार, उपन्यासकार ज्योति जैन ने कहा कि पंकज सुबीर द्वारा अपने नए उपन्यास के...

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20 Jul 2019

गुरुपूर्णिमा पर्व के अवसर पर सम्मानित हुए क़लम-कला साधक 

आगरा- विश्वशांति मानव सेवा समिति के कार्यालय में बृजलोक साहित्य-कला-संस्कृति अकादमी के सौजन्य से देशभर के साहित्यकारों, कलाकारों, पत्रकारों को सम्मानित किया गया। उपर्युक्त कार्यक्रम गुरुपूर्णिमा पर्व के पावन अवसर पर आयोजित किया गया। उक्त कार्यक्रम में मुख्यरूप से जयकिशन सिंह एकलव्य को उनकी क़लम साधना के लिए साहित्य साधक सम्मान उपाधि से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जिन अन्य महानुभावों को सम्मानित किया गया वे हैं - राहुल सिंह (मुंबई - महाराष्ट्र), रेशमा शेख (मुंबई - महाराष्ट्र), दिव्या कुमारी जैन (चित्तौड़गढ़ - राजस्थान), एस.डी. ओमी प्रताप (वाराणसी - उ. प्र.), डॉ. राजेन्द्र श्रीवास्तव (फैजाबाद - उ. प्र.), भेरूलाल जैन (कलकत्ता - पं. बंगाल), सनातन कुमार वाजपेयी सनातन (जबलपुर - म. प्र.), बादल प्रयागवासी (प्रयागराज - उ. प्र.), शिव बक्श सागर प्रजापति (फैजाबाद - उ. प्र.), चित्रकार खलीक अहमद खाँ (फैजाबाद - उ. प्र.), सुनील कुमार दिवाकर (लखनऊ - उ. प्र.), शाह आलम (जालौन - उ. प्र.),...

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1 Jun 2019

साहित्यकार त्रिलोक सिंह ठकुरेला सम्मानित

ब्रजभाषा साहित्य समिति, कोटा (राजस्थान) के तत्वावधान में दिनांक 18 मई 2019 को आयोजित माताश्री शान्ति देवी उपाध्याय स्मृति सम्मान समारोह 2019 के  अंतर्गत  कुण्डलिया  छन्द के सशक्त हस्ताक्षर  व वरिष्ठ साहित्यकार श्री त्रिलोक सिंह ठकुरेला  को महाप्रभु मंदिर के अधिष्ठाता आचार्य विनय कुमार गोस्वामी जी के आशीर्वाद, समारोह के अध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. रघुनाथ मिश्र ‘सहज’, मुख्य अतिथि श्री अमित भटनागर  (ज़ोनल सेक्रेटरी NFIR नई दिल्ली, अध्यक्ष/मीडिया प्रभारी WCRMS जबलपुर & CRMS मुंबई), विशिष्ट अतिथि विकल्प कोटा इकाई के महासचिव, वरिष्ठ शायर श्री शकूर अनवर, बाल साहित्य के जाने-माने रचनाकार, वरिष्ठ साहित्यकार श्री भगवती प्रसाद गौतम, संस्था के संरक्षक श्री प्रताप  भानु सिंह, अध्यक्ष श्री शून्य आकांक्षी, महासचिव श्री कमलेश कमल, वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के मंडल अध्यक्ष श्री  गिरिराज यादव, मंडल सचिव श्री अब्दुल खलीक आदि की गरिमामयी उपस्थिति में माताश्री शान्ति देवी उपाध्याय स्मृति सम्मान - 2019, समारोह आयोजक श्री गया प्रसाद उपाध्याय जी द्वारा,...

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23 May 2019

डॉ. सुरंगमा यादव के आलेख संग्रह ’विचार प्रवाह’ का विमोचन

महामाया राजकीय महाविद्यालय, महोना, लखनऊ में दिनांक 9 व 10 फरवरी 2019 को आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार में डॉ. सुरंगमा यादव, असि प्रो. हिन्दी की पुस्तक ’विचार प्रवाह’ का लोकार्पण मुख्य अतिथि डॉ. राजीव कुमार पाण्डेय, क्षे़त्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, लखनऊ(उ.प्र.) के कर कमलों द्वारा किया गया। इस पुस्तक में संकलित उच्च स्तरीय लेखों की विद्वत समाज द्वारा भूरि-भूरि प्रशंसा की गयी।

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10 May 2019

ओमप्रकाश क्षत्रिय शब्द-निष्ठा सम्मान हेतु चयनित

  रतनगढ़ - आचार्य रत्नलाल विज्ञानुग की स्मृति में शब्दनिष्ठा सम्मान देशभर की प्रसिद्ध साहित्यिक प्रतिभा और उन की कृति के आधार पर चयनित रचनाकारों को पुरस्कार प्रदान किया जाता है। यह पुरस्कार दो वर्ग में विभाजित किया जाता है। एक वर्ग में पुस्तक की श्रेष्ठता के आधार पर और दूसरे वर्ग का पुरस्कार कहानी की श्रेष्ठता के आधार पर दिया जाता है। जिस में प्रथम वर्ग में 5500 रुपए, दूसरे वर्ग में 5100 रुपए और तृतीय वर्ग में 3100 रुपए की राशि के साथ शाल, श्रीफल, प्रमाणपत्र व प्रकाशित पुस्तक दे कर सम्मान पुरस्कृत किया जाता है। प्रत्येक वर्ग में दो-दो रचनाकारों का सम्मान किया जाता है। संयोजक डॉ. अखिलेश पालरिया ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में 2019 के सम्मान की घोषणा की है। जिस में नीमच ज़िले के प्रसिद्ध बालसाहित्कार...

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8 May 2019

डॉ. गरिमा संजय दुबे के प्रथम कहानी संग्रह 'दो ध्रुवों के बीच की आस' का लोकार्पण

डॉ. गरिमा संजय दुबे के प्रथम कहानी संग्रह 'दो ध्रुवों के बीच की आस' का लोकार्पण वामा साहित्य मंच की सुपरिचित, लोकप्रिय, युवा लेखिका डॉ. गरिमा संजय दुबे के प्रथम कहानी संग्रह "दो ध्रुवों के बीच की आस" का लोकार्पण एवं चर्चा संगोष्ठी दिनांक 28 अप्रैल 2019 प्रीतम लाल दुआ सभाग्रह, इंदौर में हुआ। समारोह में लेखक व प्रकाशक पंकज सुबीर, वरिष्ठ साहित्यकार मनोहर मंजुल व लेखिका ज्योति जैन ने पुस्तक पर चर्चा की। स्वागत भाषण संस्था की अध्यक्ष पद्मा राजेंद्र ने दिया। आत्मकथ्य में लेखिका ने अपनी रचना प्रक्रिया की जानकारी देते हुए अपनी कहानी में आधुनिक युग की समस्याओं को चित्रित करने की बात की। उन्होंने कहा, "युग बदला है तो समस्याएँ भी बदली हैं, इसलिए हल भी नए होने चाहिए। जीवन में संतुलन का समर्थन करती हूँ लेकिन अतिवाद से बचने का प्रयास रहता है, इसीलिए पुस्तक और एक कहानी का शीर्षक दो ध्रुवों के बीच की...

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8 May 2019

आचार्य निरंजननाथ पुरस्कारों की घोषणा

राजसमन्द 6 मई 2019 - आचार्य निरंजननाथ स्मृति संस्थान द्वारा रविवार को इस वर्ष के पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई। इस बार पुरस्कार उपन्यास, कविता तथा कहानी विधा पर केंद्रित थे। पुरस्कार समिति के संयोजक क़मर मेवाड़ी के अनुसार इस वर्ष यह पुरस्कार सुप्रसिद्ध कथाकार, उपन्यासकार और सम्पादक पंकज सुबीर को उनके उपन्यास 'अकाल में उत्सव' पर, सुप्रसिद्ध कवि ओम नागर को उनके कविता संग्रह 'विज्ञप्ति भर बारिश' पर तथा ख्यातनाम कथाकार डॉ. गोपाल सहर को उनके कथा संग्रह 'हवा में ठहरा सवाल' पर प्रदान किए जाएँगे। तीनों पुरस्कारों की राशि इक्कीस-इक्कीस हज़ार रुपये के साथ शाल, प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट किया जायगा। समारोह 9 जून 2019 रविवार को प्रातः दस बजे गाँधी सेवा सदन राजसमन्द में आयोजित होगा। निर्णायक मण्डल के अध्यक्ष कर्नल देशबन्धु आचार्य की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कथाकार माधव नागदा तथा डॉ. नरेन्द्र निर्मल की महत्त्वपूर्ण भागीदारी रही। प्रेषक

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19 Apr 2019

मानवता की प्रबल वकालत की है प्रदीप श्रीवास्तव ने : शिवमूर्ति 

प्रदीप श्रीवास्तव की कहानियाँ नव उदारवाद, उदारवाद और भूमंडलीकरण की कहानियाँ हैं : हरिचरण प्रकाश  यूपी प्रेस क्लब, लखनऊ में 7 अप्रैल 2019 को प्रदीप श्रीवास्तव के कहानी संग्रह 'मेरी जनहित याचिका एवं अन्य कहानियां' पर एक परिचर्चा का आयोजन भारतीय जर्नलिस्ट परिषद, अनुभूति संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ कथाकार श्री शिवमूर्ति ने कहा कि, "सारे नियम क़ानून से ऊपर है मानवता और इस मानवता की प्रबल वकालत की है प्रदीप श्रीवास्तव ने लेकिन अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर वह देश की वसुधैव कुटुंबकम की भावना को पीछे छोड़ देते हैं।" श्री शिवमूर्ति ने संग्रह की कहानियों की पठनीयता की बात करते हुए कहा कि, "लम्बी कहानियों के बावजूद प्रभावशाली भाषा, रोचकता इतनी है कि आप एक बार कहानी पढ़ना शुरू करेंगे तो बीच में छोड़ नहीं पायेंगे, आख़िर तक पढ़ते चले जायेंगे।" संग्रह की "बिल्लो की भीष्म प्रतिज्ञा" कहानी...

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14 Apr 2019

‘प्रवासी हिंदी साहित्य : संवेदना के विविध संदर्भ’ विषयक द्विदिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न

मैसूर, 8 मार्च, 2019 -  प्रवासी हिंदी साहित्य का परिदृश्य वैश्विक बनता जा रहा है। हिंदी में रचे जा रहे प्रवासी साहित्य का अपना वैशिष्ट्य है जो उसकी संवेदना, परिवेश, जीवन दृष्टि तथा सरोकारों में दिखाई देता है। इसी कड़ी में कर्नाटक की पारंपरिक नगरी मैसूर के हिंदी अध्ययन विभाग, मैसूर विश्वविद्यालय, मानसगंगोत्री, मैसूर तथा केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा के संयुक्त तत्वावधान में ‘प्रवासी हिंदी साहित्य : संवेदना के विविध संदर्भ’ विषयक द्विदिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी, मैसूर विश्वविद्यालय के बहादुर इंस्टीट्यूट ऑफ मेनेजमेंट के सभागार में आयोजित की गई।  इस अवसर पर ब्रिटेन की प्रख्यात हिंदी लेखिका उषा राजे सक्सेना प्रमुख अतिथि रही। उद्घाटन भाषण में उन्होंने विदेशों में हिंदी साहित्य सृजन के परिवेश, स्वरूप, विषय-वस्तु, महत्वाकांक्षाओं और चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए कहा - “प्रवासी भारतीय रचनाकारों की लेखन-शैली, शब्द-संस्कृति, संवेदना,...

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14 Apr 2019

ऋषभदेव शर्मा की पुस्तक 'संपादकीयम्' लोकार्पित

मैसूर, 7 मार्च, 2019 - मैसूर विश्वविद्यालय और केंद्रीय हिंदी संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित द्विदिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के अंतर्गत उच्च शिक्षा और शोध संस्थान के पूर्व आचार्य डॉ. ऋषभदेव शर्मा की सद्यःप्रकाशित पुस्तक 'संपादकीयम्' का लोकार्पण ब्रिटेन से पधारी प्रख्यात प्रवासी हिंदी साहित्यकार उषा राजे सक्सेना के हाथों संपन्न हुआ। पुस्तक की प्रथम प्रति छत्तीसगढ़ी कथाकार डॉ. रामनिवास साहु ने ग्रहण की। कार्यक्रम संयोजक प्रो. प्रतिभा मुदलियार ने कहा कि यह पुस्तक समसामयिक विषयों पर निष्पक्ष संपादकीय टिप्पणियों का ऐसा संग्रह है जिसमें वर्तमान समय के सभी विमर्श विद्यमान हैं। अवसर पर फिजी से पधारे खेमेंद्र कमल कुमार तथा सुभाषिणी शिरीन लता, चीन से पधारे प्रो. बलविंदर सिंह राणा और मॉरीशस से पधारी लेखिका दिया लक्ष्मी बंधन ने लेखक को शुभकामनाएँ दी।  केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा के प्रो. रामवीर सिंह ने पुस्तक पर बातचीत में कहा कि संपादकीय टिप्पणियों का प्रकाशन एक अच्छी शुरूआत है क्योंकि इनसे...

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14 Apr 2019

ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन, अमेरिका तथा शिवना प्रकाशन का साहित्य समागमसंपन्न

  ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन अमेरिका तथा शिवना प्रकाशन का संयुक्त आयोजन ‘साहित्य समागम’ राज्य संग्रहालय, भोपाल के सभागार में आयोजित किया गया। इस समारोह में देश भर के साहित्यकारों ने भाग लिया। समारोह में ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन अमेरिका के प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय कथा सम्मान तथा शिवना प्रकाशन के कथा-कविता सम्मान प्रदान किए गए। दिन भर चले इस समारोह में बड़ी संख्या में साहित्यकार उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन की अध्यक्ष डॉ. ओम ढींगरा तथा उपाध्यक्ष डॉ. सुधा ओम ढींगरा ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। तीन सत्रों में आयोजित हुए इस समागम में शिवना प्रकाशन की पुस्तकों का विमोचन तथा रचना पाठ भी शामिल रहा, जिसमें हिन्दी के महत्त्वपूर्ण साहित्यकारों ने भाग लिया। प्रथम सत्र ‘सम्मानित रचनाकारों का पाठ’ की अध्यक्षता डॉ. उर्मिला शिरीष ने की तथा मुख्य अतिथि श्री महेश कटारे थे। इस सत्र में सम्मानित रचनाकारों ने अपनी सम्मानित रचनाओं का पाठ किया। सम्मानित...

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30 Mar 2019

विज्ञान लोकप्रियकरण के लिए डॉ. ज़ाकिर अली 'रजनीश' को राष्ट्रीय विज्ञान संचार पुरस्कार

विज्ञान इसलिए महत्वपूर्ण नहीं है कि वह हमें सुख और सुविधा के साधन मुहैया कराता है, वह इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि हमें तर्कपूर्ण और विचारशील बनाने के लिए भी प्रेरित करता है। और इस नज़रिए से समाज को परिचित कराने में विज्ञान संचारकों की महत्वपूर्ण भूमिका है, जिसके लिए उनकी जितनी सराहना की जाए कम है। उक्त बातें विज्ञान दिवस के अवसर पर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय विज्ञान संचार पुरस्कार वितरण समारोह में सचिव, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार, प्रोफेसर आशुतोष शर्मा ने कहीं। इस पर लखनऊ के लोकप्रिय लेखक और 'साइंटिफिक वर्ल्ड' के सम्पादक डॉ. ज़ाकिर अली 'रजनीश' को बच्चों के मध्य विज्ञान को लोकप्रिय बनाने के लिए राष्ट्रीय विज्ञान संचार पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सम्मान स्वरूप उन्हें दो लाख रूपये, स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये। इस अवसर पर पर प्रिंट मीडिया के लिए हुद्रम बीरकुमार सिंह,...

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29 Mar 2019

पुस्तक विमोचन कार्यक्रम : अगले जनम मोहे कुत्ता कीजो व्यंग्य संग्रह

 दिनांक 20 मार्च 2019: स्वामी विवेकानंद लाइब्रेरी भोपाल -  श्री सुदर्शन कुमार सोनी की पुस्तक ’अगले जनम मोहे कुत्ता कीजो’ का विमोचन दिनांक 20 मार्च 2019 को स्वामी विवेकानंद लाइब्रेरी भोपाल में लब्ध प्रतिष्ठित व्यंग्यकार ’पदमश्री’ डॉक्टर ज्ञान चतुर्वेदी के मुख्य आतिथ्य में आयोजित एक कार्यक्रम में किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री मकरंद देऊस्कर आईजी इंटेलीजेंस तथा वरिष्ठ व्यंग्यकार श्री शांतिलाल जैन उपस्थित थे।  व्यंग्य पुरोधा डॉक्टर ज्ञान चर्तुवेदी जी ने इस अवसर पर कहा कि सुदर्शन की वर्तमान पुस्तक व्यंग्य में एक नया प्रयोग कह सकते हैं। पूरे चौंतीस व्यंग्य कुत्तों पर हैं। व्यंग्य अपने आप में मज़ेदार हैं। इस संग्रह में उनका भोगा हुआ यथार्थ भी दिखता है। कुत्तों पर आप असीमित लिख सकते हो। किसी ने कहा कि ये देश का पहला ऐसा संग्रह है। एक कुत्ता अपने मालिक से निस्वार्थ प्रेम प्यार करता है। नया...

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29 Mar 2019

छत्तीसगढ़ी उपन्यास ‘मोर दुलरुआ’ और बड़का दाई’ लोकार्पित

मैसूर, 3 मार्च, 2019  -  केंद्रीय हिंदी संस्थान के व्याख्यान कक्ष में संपन्न क्षेत्रीय निदेशक डॉ. राम निवास साहू के सेवा निवृत्ति समारोह के अवसर पर उनकी दो छत्तीसगढ़ी पुस्तकों 'मोर दुलरुआ' (जीवनीपरक उपन्यास) और 'बड़का दाई' (अनुवाद : डॉ. गीता शर्मा) का लोकार्पण किया गया। अध्यक्षता मैसूर विश्वविद्यालय की प्रो. प्रतिभा मुदलियार ने की। बतौर मुख्य अतिथि लोकार्पण प्रो. ऋषभदेव शर्मा ने किया। एनसीईआरटी के डॉ. सर्वेश मौर्य और केंद्रीय हिंदी संस्थान के डॉ. परमान सिंह ने लोकार्पित पुस्तकों की समीक्षा प्रस्तुत की। वल्लभविद्यानगर से पधारे डॉ. योगेन्द्रनाथ मिश्र तथा हैदराबाद से पधारे चंद्रप्रताप सिंह ने शुभाशंसा व्यक्त की। इस अवसर पर आशा रानी साहू, शशिकांत साहू, श्रीकांत साहू और श्रीदेवी साहू ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। नराकास-मैसूर के प्रतिनिधियों के अलावा डॉ. साहू के गृहनगर कोरबी-छत्तीसगढ़ से आए समूह के सदस्यों ने भी उत्साहपूर्वक भागीदारी निबाही। • डॉ. गुर्रमकोंडा नीरजा  सह संपादक ‘स्रवंति’ 

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26 Feb 2019

स्पंदन संस्था भोपाल के सम्मानों की घोषणा

श्री उदयन बाजपेई, श्री पंकज सुबीर, श्री आलोक चटर्जी, श्री महेश दर्पण तथा श्री प्रेम जनमेजय को स्पंदन सम्मान प्रदान किया जाएगा, युवा स्पंदन पुरस्कार श्री थवई थियाम को। ललित कलाओं के लिए समर्पित स्पंदन संस्था भोपाल की ओर से स्थापित सामानों की घोषणा कर दी गई है। वर्ष 2018 का 'स्पंदन कथा शिखर सम्मान' हिंदी के वरिष्ठ साहित्यकार श्री असगर वजाहत को प्रदान किया जाएगा। 'स्पंदन कृति सम्मान' कविता संग्रह 'केवल कुछ वाक्य' के लिए कवि श्री उदयन वाजपेई को, 'स्पंदन कृति सम्मान' उपन्यास 'अकाल में उत्सव' के लिए श्री पंकज सुबीर को, 'स्पंदन आलोचना सम्मान' श्री महेश दर्पण को, 'स्पंदन ललित कला सम्मान' रंग कर्म के लिए श्री आलोक चटर्जी को, 'स्पंदन साहित्यिक पत्रिका सम्मान' व्यंग्य यात्रा के लिए श्री प्रेम जनमेजय को तथा 'स्पंदन युवा पुरस्कार' थिवई थियाम को देने का निर्णय सर्वानुमति से किया गया है।  स्पंदन सम्मान समारोह की संयोजक उर्मिला शिरीष...

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