हैदराबाद (तेलंगना)
जन्म स्थान: सागरपुर, सकरी, मधुबनी, बिहार।
मातृ भाषा एवं भाषासन: मैथिली, बज्जिका, हिंदी, अँग्रेज़ी, बँगला तथा तेलुगु
शैक्षणिक योग्यता: एम.ए., एम. फिल., पीएच.डी., एम.एड.
वर्तमान: 50 वर्ष से हैदराबाद में निवास एवं अब स्थायी तौर पर तेलंगाना वासी
रुचि: साहित्य के विभिन्न विधाओं में लेखन एवं समाजसेवा
व्यवसाय: पूर्व प्राचार्य-नवजीवन बालिका विद्यालय, मानद प्रशासक महिला नवजीवन मंडल निर्देशक नवजीवन वोकेशनल अकादमी, रामकोट हैदराबाद।
विशेष पद:
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सदस्या हिंदी सलाहकार समिति विद्युत मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली।
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कृषि मंत्रालय भारतसरकार नई दिल्ली।
प्रकाशित साहित्य:
कविता:
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पत्थर, पत्थर-पत्थर 1980,
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कैक्टस पर गुलाब 1989
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आखर अन्त; दीपके 2000
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श्वास से शब्द तक 2015
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इस शहर के लोगों से (प्रकशनाधीन)
कहानी:
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फांस की काई
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मेरी इकावन कहानियाँ 200
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धुँधलका छाया रहा (प्रकाशनधीन)
उपन्यास:
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उल्का पात (प्रकाशनाधीन)
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रकती दीवारों से झाँकती ज़िन्दगी (प्रकाशनाधीन)
निबंध:
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स्त्री विमर्श एवं नारी दंश-दलन-दयित्व 1992
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आधुनिकता के आईने में स्त्री संघर्ष (6 वर्षों के शोध का निष्कर्ष एवं कई सम्मानों एवं पुरस्कृत)
अन्य निबंध:
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साची कहूँ 2018,
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हिंदी की विभिन्न समस्यायें और समाधान की सम्भावनाएँ 2009
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बिहार सांस्कृतिक एवं साहित्यिक विरासत
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मील का पत्थर 2019
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तेलंगाना की साहित्यिक सांस्कृतिक यात्रा
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संस्मरण संग्रह: जिनको मैंने जाना,
समीक्षा:
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विद्यापति की पदावली का शैली तात्विक अध्ययन
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आलोचना, शब्द एवं प्रवाह
नाटक: भारतीय नारी तेरी जय हो (नाटक संग्रह)
संपादन:
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महिला-दर्पण, महिलासुधा, पुष्पक भाग 1 से 35 तक
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नवजीवन पत्रिका 25 वर्षों तक एवं लगभग 30 पत्र पत्रिकाओं वं संस्मारिकाओं का संपादन
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हिन्दी प्रचार सभा हैदराबाद का मुख-पत्र विवरण पत्रिका का सन् 2011 से 2017 तक सहयोगी सम्पादक
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वर्त्तमान में 2018 कृतित्व पुष्पक साहित्यिकी (त्रैमासिक) पत्रिका की संस्थापक एवं प्रधान संपादक।
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संकल्पों के साए (कहानी संग्रह आ. प्र. हिन्दी की महिला कथाकारों का संग्रह)
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कथा सागर भाग एक, दो का संपादन 1990
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तीसरी कक्षा की सामाजिक अध्ययन पुस्तक में पाठ लेखन तथा संपादन 1999
प्रशस्ति ग्रंथ:
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स्त्री सशक्तीकरण के विविध आयाम: डॉ. अहिल्या मिश्र के निमित्त 2004
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अहिल्या मिश्र कृतित्व से गुज़रते हुए 2017
अन्य प्रकाशन: लगभग 40 पुस्तकों में लेख, कहानी, कविताएँ, संस्मरण आदि संकलित
प्रपत्र एव भाषण: देश भर में लगभग 200 गोष्ठियों एव सेमिनारों में विभिन्न साहित्यिक एव सामाजिक विषयों पर प्रपत्र प्रस्तुति। भोपाल में महिला लेखिका संघ के द्वारा आयोजित सगोष्ठी में मुख्य अतिथि एव भाषण प्रस्तुत, बिहार एसोशिएशन हैदराबाद एव ब्रह्मर्षि सेवा समाज में प्रमुख वक्ता के रूप में वर्षों भाषण प्रस्तुत। कई संस्थाओं द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि, साहित्यिक सामाजिक वक्ता के रूप में वक्तव्य। सन् 2009 बिहार संस्कृत अकादमी पटना द्वारा आयोजित द्विदिवसीय संगोष्ठी एवं कवि सम्मेलन में विशेष अतिथि के रूप में सहभागिता। 1-2 अप्रैल 2016 बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के 37 वें दिवसीय अधिवेशन में विशिष्ठ अतिथि के रूप में सहभागिता एवं सन् 2018 में पटियाला तथा दिल्ली के भाषा विभाग संस्था द्वारा आयोजित संगोष्ठी की अध्यक्षता एवं भाषण प्रस्तुत सन् 2018 में केंद्रीय हिंदी निदेशालय तथा म.ओ.पी. कॉलेज चेन्नई द्वारा आयोजित गाँधी जी की 150 वीं वर्षगाँठ पर विशिष्ट अतिथि के रूप में भाषण प्रस्तुत।
सस्थापिका संयोजिका व अध्यक्ष:
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कादम्बिनी क्लब हैदराबाद, (सन् 1994 में आरंभ से वर्तमान तक)
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आथर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया हैदराबाद चैप्टर सन् 1994 से
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साहित्य गरिमा वार्षिक पुरस्कार दक्षिण भारत में (स्त्री लेखन हेतु) सन् 2000 से
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अखिल भारतीय भाषा साहित्य सम्मेलन म.प्र. में आ.प्र. महिला इकाई की अध्यक्षा
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संरक्षक एवं परामर्शदाता:
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बिहार असोसिएशन हैदराबाद1986 से
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बह्मऋषि सेवा संगठन 2000
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भाग्यनगर कोविड सेवासंघ देसिल बयना 2010
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साहित्यसेवा समिति हैदराबाद 2016
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वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब, हैदराबाद 2014
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रामादेवी गोयनका पुरस्कार समिति, बंगलुरु 2014
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मिथिला सांस्कृतिक परिषद हैदराबाद 1999
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मिथिला सामाजिक मंच हैदराबाद 2002
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वाजा (waja) इंडिया के हैदराबाद चेप्टर 2018 से
अन्तरराष्ट्रीय पुरस्कार व सम्मान: सन् 1990 के मार्च में मोरिशियस के राष्ट्रपति के समक्ष में काव्य पाठ हेतु सम्मानित।
सम्मान एवं पुरस्कार: राष्ट्रपति स्व. शंकर दयाल शर्मा द्वारा दो बार सम्मानित, स्व. सुमन चतुर्वेदी पुरस्कार, भारत भाषा भूषण सम्मान, विशिष्ट महिला सम्मान 2008 महिला रत्न सम्मान, संस्कृत शिक्षा बोर्ड बिहार सरकार दारा सम्मानित, तुलसी सम्मान 2010 भोपाल म.प्र. पुरस्कृत। 2011 में सम्पादन हेतु संस्कारधानी कादंबरी साहित्य एव पत्रकरिता हेतु जबलपुर से पुरस्कृत, मेरी एकावन कहानियाँ पर कई सम्मान व पुरस्कार अन्य 30-40 अन्य सम्मान व पुरस्कार प्राप्त। सन् 2012 में सामाजिक कार्य हेतु सरदार पटेल सम्मान, अखिल भारतीय भाषा साहित्य भोपाल का सर्वोच्च ‘सरस्वती सम्मान’ से सम्मानित। 2012 आ.प्र. अल्प संख्यक समिति दारा महिला दिवस पर वरिष्ठ महिला हिंदी साहित्य्कार के रूप में सम्मानित। स्व. सरोजनी देवी कुलश्रेष्ठ अखिल भारतीय कहानी प्रतियोगिता में पुरस्कृत, 2012 में निबध संग्रह 'स्त्री सघर्ष' पुस्तक पर भारतीय साहित्यपरिषद राजस्थान से प्रथम पुरस्कार। 2013 में पटना से कथासागर सम्मान। 2013 में सदी की उत्तम नारी सम्मानित। सन् 2013 श्रीनाथदारा (राज) से पुष्पक संपादक हेतु 'सपादक शिरोमणि ' सम्मान। सन् 2014 में नारी शिरोमणि 2015 में सम्मान, आचार्यतुलसी साहित्य पुरस्कार के रजतजयंती पर समग्रलावन वरिष्ठ हिंदी साहित्यकार सम्मान, अखिल 2015भारतीय संस्था संघ से हिंदी सेवा सम्मान सन् 2016 में, बिहार असोशियसन द्वारा विशिष्ठ हिंदी सेवा एव समग्र लेखन हेतु नागरिक अभिनन्दन साथ ही सम्पूर्ण देश से अनेकों बार सम्मान एव पुरस्कार प्राप्त। सन् 2016 में तमिलनाडु साहित्य अकादमी चेन्नई द्वारा जीवनोपलब्धि सम्मान प्राप्त सन् 2017-18 में भारतीय विद्या मंदिर एवं भारतीय संसद कलकता के त्रिदिवसीय आयोजन में देश के 10 हिंदी सेवियों के बीच दक्षिण भारत में हिंदी सेवा हेतु सम्मान से सम्मानित। सन् 2018 में कश्मीरी हिंदी संगम सस्था द्वारा आचार्य आनंद वर्धन शारदा सम्मान, जमुना देवी हिंदी पुरस्कार कानपुर से पुरस्कृत। सन् 2019 में तेलंगाना मारवाड़ी सम्मेलन एवं हैं सी। महिला सगठन दोनों संस्था दीर्घ कालीन समाज एवं स्त्री कार्यक्षेत्र में सेवा हेतु सम्मानित। बिहार हिंदी साहित्य सम्मलेन के सौ वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित अखिल भारतीय स्तर के सौ विदुषी साहित्य्कार सम्मान कार्यक्रम में “साहित्य विदुषी शतावदी सम्मान” से सम्मानित एवं विशिष्ठ अतिथि के रूप में सहभागिता से सम्मानित। सन् 2019 कवि कुम्भ नई दिल्ली द्वारा स्वयं सिद्धा शिखर सम्मान। 16 मार्च 2021शिक्षा मंत्रालय, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा सम्मानित।
विशेष उपलब्धि:
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पिछले 45 वर्षों में लगभग दस हज़ार आर्थिक रूप से कमज़ोर एवं अल्पशिक्षित बालिकाओं तथा गृहिणियों को हिंदी प्रचार सभा की विभिन परीक्षाओं में सम्मिलित करते हुए उन्हें प्रशिक्षित करवाया और हिंदी शिक्षिका बनकर जीविकोपार्जन के योग्य बनाया है।
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दसवें विश्व हिंदी सम्मेलन भोपाल में अतिथि के रूप में आमंत्रित एवं 'शब्द नगरी के पम्फलेट की लोकापर्णकर्ता।
एम.फिल. एवं पीएच. डी.:
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फाँस की काई कहानी संग्रह पर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, औरंगाबाद महाराष्ट्र से एम. फिल. की उपाधि प्रदत्त।
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जयपुर विश्वविद्यालय जयपुर से फाँस की काई कहानी संग्रह पर एम. फिल. की उपाधि प्रदत्त।
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दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा हैदराबाद के उच्च शिक्षा एवं शोघ संसथान से मेरी एकावन कहानियों में स्त्री विमर्श पर एम.फिल. की उपाधि हेतु शोघ प्रबंध प्रदत्त सम्पन्न एवं डिग्री प्रदत्त।
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वाल्टेयर विश्वविद्यालय से “मेरी इकावन कहानियाँ“ के सामाजिक परिप्रेक्ष्य पर पीएच. डी. का शोघ प्रबंध संपन्न।
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डॉ. आहिल्या मिश्र समग्र आकलन पर उस्मानिया विश्व विद्यालय से पीएच. डी. शोध कार्य चल रहा है।
विदेश यात्रा: मोरीशियस की साहित्यक यात्रा, यूरोप के फ्रांस जर्मनी नीदरलैंड स्वीडन, हालैंड, स्कॉट्लैंड, एवं लंदन की यात्रा। स्पेन की यात्रा, नेपाल एवं भूटान की यात्रा।
लेखक की कृतियाँ
साहित्यिक आलेख
विडियो
उपलब्ध नहीं
ऑडियो
उपलब्ध नहीं