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  1. अनुभूति की आठवीं 'संवाद शृंखला' में बोले डॉ. बी.एस. सुमन अग्रवाल: ‘हिंदी ना उर्दू, हिंदुस्तानी भाषा का शायर हूँ मैं’ 
  2. अनुभूति की ‘गीत माधुरी’ में बही प्रेमगीतों की रसधार
  3. अपनी सांस्कृतिक गतिविधियों के कारण वर्ष-भर चर्चित रहा नारनौल का मनुमुक्त ‘मानव’ मेमोरियल ट्रस्ट

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  1. ईश कुमार गंगानिया का आत्‍मवृत्त: जाति की हदों से आगे की रचना

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  1. केन्द्रीय रेलवे मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव द्वारा साहित्यकार दिनेश कुमार माली सम्मानित

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  1. डब्लूसीसी में उत्कर्ष '23 के अंतर्गत हिंदी गद्य लेखन कार्यशाला एवं अंतर्महाविद्यालयीन प्रतियोगिताओं का आयोजन
  2. डब्लूसीसी में डॉ. सुनीता जाजोदिया का प्रथम काव्य संग्रह: ‘ज़िन्दगी का कोलाज’ का लोकार्पण
  3. डॉ. मनीष कुमार मिश्रा संत नामदेव पुरस्कार से सम्मानित

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  1. तकनीकी कार्यशाला - 02 'विंडोज़ 10 : कितना जाना, कितना अनजाना' विषयक तकनीकी कार्यशाला संपन्न
  2. तानसेन समारोह 2021: एक झलक 
  3. तुम्हारे क़दमों के निशान दूर तक चले लो मैंने बदल ली राह अपनी: मेरी सृजन यात्रा में मोहिनी चोरड़िया से संवाद 
  4. तेजपाल सिंह ‘तेज’: अभिनंदन समारोह

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  1. दर्पण नाट्य संस्था ने अपनी स्थापना के 60 वर्ष पूरे होने के अवसर पर 10 दिवसीय राष्ट्रीय नाट्य समारोह

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  1. प्राण प्रतिष्ठा और संबंधित आयोजनों का विवरण:

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  1. भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान में विभाजन की त्रासदी पर राष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न
  2. भाषा विमर्श शृंखला - 001 भारत की भाषाओं पर आसन्न संकट
  3. भाषा विमर्श शृंखला - 002 उच्च शिक्षा और भारतीय भाषाएँ
  4. भाषा विमर्श शृंखला - 003 'भारत में व्याप्त भाषा भ्रम' पर वेबिनार संपन्न
  5. भाषा विमर्श शृंखला - 004 'भाषा संस्कृति और व्यापार'

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  1. मैं केवल एक किरदार हूँ, क़लम में स्याही वो भरता है: अनुभूति की पंचम ‘संवाद शृंखला’ में बोले रमेश गुप्त नीरद

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  1. युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच: ‘आलूरी बैरागी चौधरी का हिंदी साहित्य में अवदान’ पर संगोष्ठी संपन्न

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  1. राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की 115 वीं जयंती के अवसर पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन संपन्न

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  1. लंदन में ‘भारोपीय हिंदी महोत्सव-2023’ का रंगारंग आयोजन: डॉ. मनोज मोक्षेंद्र

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  1. विश्व हिंदी शिक्षण - 1 (ब्रिटेन व डेनमार्क) हिंदी पाठ्यक्रम की चुनौतियाँ
  2. विश्व हिंदी शिक्षण विमर्श - 1 ‘ हिंदी शिक्षण के विविध आयाम और वर्तमान संदर्भ’
  3. व्यंग्य का प्रभाव बेहद मारक होता है: अनुभूति की पंचम संवाद शृंखला में बीएल आच्छा ने कहा 

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  1. श्रेष्ठ साहित्य का अध्ययन और चिंतन-मनन आवश्यक: अनुभूति की चतुर्थ ‘संवाद शृंखला’ में बोले डॉ. दिलीप धींग
  2. श्रेष्ठ साहित्य का अध्ययन और चिंतन-मनन आवश्यक: अनुभूति की तृतीय ‘संवाद शृंखला’ में बोले डॉ. दिलीप धींग

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  1. श्रेष्ठ साहित्य का अध्ययन और चिंतन-मनन आवश्यक: अनुभूति की चतुर्थ ‘संवाद शृंखला’ में बोले डॉ. दिलीप धींग
  2. श्रेष्ठ साहित्य का अध्ययन और चिंतन-मनन आवश्यक: अनुभूति की तृतीय ‘संवाद शृंखला’ में बोले डॉ. दिलीप धींग

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  1. सच्ची कविता स्वांत: सुखाय की अभिव्यक्ति है, इसमें कोई मायाजाल नहीं होता: अनुभूति की द्वितीय ‘संवाद शृंखला’ में बोले डॉ. ज्ञान जैन
  2. सृजन यात्रा में अब तक नहीं पाई संतुष्टि: अनुभूति की प्रथम 'संवाद शृंखला' में बोले प्रहलाद श्रीमाली

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  1. हर दिन नया . . . हर पल सजीला 
  2. हिन्दी राइटर्स गिल्ड कैनेडा-विश्व हिंदी दिवस की रिपोर्ट

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