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हिन्दी राइटर्स गिल्ड कैनेडा-विश्व हिंदी दिवस की रिपोर्ट

10 जनवरी 2022 को हिन्दी राइटर्स गिल्ड कैनेडा ने एक अत्यंत सुंदर आयोजन किया विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में। यह कार्यक्रम हमारी संस्था तथा भारतवर्ष के टोरोंटो की कोउंसलाधीश श्रीमती अपूर्वा श्रीवास्तव के सहयोग से संपन्न किया गया। श्रीमती अपूर्वा जी इस कार्यक्रम की प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। इस कार्यक्रम का विवरण इस प्रकार है। 

सर्वप्रथम कार्यक्रम के आरंभ में कुशल संचालिका श्रीमती अंबिका शर्मा जी ने सभी दर्शकों को स्वागत कर हिंदी दिवस की महत्ता को रेखांकित किया। इसके पश्चात् एक प्यारी सी पंचवर्षीय कियारा तिवारी को मंच पर आमंत्रित किया जिसने अपने मधुर स्वर में 'या कुंदेंदु तुषार हार धवला' का अत्यंत सुंदर गान कर सरस्वती वंदना की और सबका मन मुग्ध कर दिया। इसके बाद अंबिका जी ने हिंदी के अनवरत सेवी हिंदी राइटर्स गिल्ड के संस्थापक निदेशक श्री सुमन घई जी का स्वागत कर मंच पर आमंत्रित किया। सुमन जी साहित्य कुंज के प्रधान संपादक तथा हिंदी के एक प्रसिद्ध कवि व् कथाकार भी हैं। 

इसके पश्चात् सुमन जी ने भारत की विदेश और संस्कृति मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी जी का भारत से वीडियो संदेश प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने भारत में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा हिंदी के महत्त्व के सम्बन्ध में बताते हुए सब को हिंदी दिवस की बधाई दी। इसके बाद सुमन जी ने कोंसुलाध्यक्ष श्रीमती अपूर्वा श्रीवास्तव जी का अभिनंदन कर उन्हें मंच पर आमंत्रित किया। अपूर्वा जी ने कहा कि हिन्दी राइटर्स गिल्ड कैनेडा के साथ काम करना उन्हें बहुत अच्छा लगता है क्योंकि हिंदी राइटर्स गिल्ड कैनेडा हिंदी साहित्य के प्रचार-प्रसार में सतत कार्यशील है। उनके अनुसार हिंदी एक अत्यंत सरल, सुगम और वैज्ञानिक भाषा है। हिंदी राइटर्स गिल्ड कैनेडा से यह भी अनुरोध किया कि वह नई पीढ़ी के हिंदी के प्रशिक्षण के सम्बन्ध में भी कार्य करें, जिससे नई पीढ़ी हिंदी सीख सके। इसके पश्चात सुमन जी ने दर्शकों को बताया कि किस प्रकार हिंदी राइटर्स गिल्ड कैनेडा गोष्ठियों और कार्यशालाओं का आयोजन कर हिंदी के प्रचार-प्रसार में सहायक होने का प्रयत्न करती है। इसके उपरान्त उन्होंने हिंदी राइटर्स गिल्ड कैनेडा की गतिविधियों के सम्बन्ध में एक वीडियो प्रस्तुत किया। 

डॉ. नरेंद्र ग्रोवर जी ने हिंदी राइटर्स गिल्ड के 2021 वर्ष की गतिविधियों का विस्तृत वर्णन किया। इसके उपरांत भारतीय संस्कृति से गहरे जुड़े श्री नवीन पांडे जी ने अपने मधुर स्वर में प्रसाद जी की एक उद्बोधन कविता 'हिमाद्रि तुंग श्रृंग से प्रबुद्ध शुद्ध भारती ' मधुर स्वर में प्रस्तुत किया। अगली प्रस्तुति थी बाल कलाकार श्रेयांशी कानूनगो की जिसने अत्यंत ओजपूर्ण वाणी में श्री भवानी प्रसाद मिश्र की प्रसिद्ध कविता 'सतपुड़ा के घने जंगल' प्रस्तुत की। इसके पश्चात् व्यवसाय से गणितज्ञ और हृदय से कवि श्रीमती आशा मिश्रा जी ने महादेवी वर्मा जी की प्रसिद्ध कविता ’मैं नीर भरी दुख की बदली’ अपने सुरीले स्वर में गाकर प्रस्तुत की। 

इसके बाद बाल कलाकार कुमारी नेहा भार्गव ने बच्चन जी की एक अत्यंत प्रेरणादायक कविता पढ़ी ’तुम मुझको कब तक रोकोगे।’ यह एक अत्यंत सुंदर प्रस्तुति रही जिसे बहुत सराहा गया। 

उसके बाद हमारे हिंदी राइटर्स गिल्ड की गायिका, कवयित्री, लेखिका श्रीमती मानोशी चैटर्जी ने एक स्वरचित गीत प्रस्तुत किया जो आज के युग के लिए प्रेरणादायक गीत था, जिसकी पहली पंक्ति थी ’तोड़कर सब वर्जनायें स्वप्न सारे जीत लेंगे एक दिन हम।’

कार्यक्रम का अत्यंत सुचारु रूप से सञ्चालन करते हुए अम्बिका जी ने दर्शकों को यह बताया कि कविताओं के साथ हिंदी राइटर्स गिल्ड कैनेडा में हिंदी साहित्य की गद्य की विभिन्न विधाओं को भी प्रोत्साहन दिया जाता रहा है। इस संस्था ने अबतक 12 नाटक प्रस्तुत किए हैं, जो दर्शकों के द्वारा अत्यंत सराहनीय रहे। इस संदर्भ में विभिन्न प्रयोग भी किए हैं। ऐसा ही एक प्रयोग आज आप देखेंगे। कैनेडा में भारतवर्ष से प्रवासी यहाँ भिन्न भिन्न समय पर आये, अतः उनके प्रवास के अनुभव भी अलग-अलग रहे। उन्हीं अनुभवों पर आधारित है आज की स्मरण नाटिका। इसे हिंदी राइटर्स गिल्ड कैनेडा के निदेशक मंडल के सदस्य प्रस्तुत कर रहे हैं। ये सभी प्रतिभागी हिंदी की विभिन्न विधाओं में, कविता, लघु कथा आदि में रचनाएँ करते हैं और आज नाटक में भाग ले रहे हैं। इनके नाम है, श्रीमती कृष्णा वर्मा, श्रीमती आशा बर्मन, श्रीमती लता पांडे तथा श्री विद्याभूषण धर। 

इस नाटक का नाम है ’भारत हम में’ जिसकी परिकल्पना की डॉक्टर शैलजा सक्सेना जी ने और इसका अधिकांश भाग इसके प्रतिभागियों ने स्वयं ही लिखा है। 35 मिनट के इस नाटक में इन चारों ने अत्यंत उत्साह के साथ भाग लिया। सभी दर्शकों ने इस नाटक का आनंद उठाया। इसका प्रमाण है ज़ूम तथा फ़ेसबुक पर जुड़े दर्शकों ने इस सम्बन्ध में अत्यंत सुंदर टिप्पणियाँ दीं। 

अंत में श्री दीपक राज़दान जी ने सुंदर शब्दों में इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी लोगों तथा संस्थाओं को धन्यवाद दिया। श्रीमती मीनाक्षी लेखी जी, श्रीमती अपूर्वा श्रीवास्तव जी के योगदान को सराहा। सुमन जी व नरेंद्र ग्रोवर जी ने हिंदी राइटर्स गिल्ड की गतिविधियों पर प्रकाश डाला इसके लिए उनको धन्यवाद दिया और इसके साथ ही बाल कलाकारों तथा आशा मिश्रा जी, श्री नवीन पांडे जी तथा मानोशी चैटर्जी को कविता और मधुर संगीत प्रस्तुत करने के लिए भी धन्यवाद दिया। आज के इस कार्यक्रम के ग्राफ़िक्स, मीडिया और इंटरनेट प्रस्तुति पूनम चंद्रा मनु जी के सहयोग के बिना असंभव थी अत: मनु को भी धन्यवाद दिया। 

यह कार्यक्रम टोरोंटो की कुछ प्रमुख संस्थाओं के सहयोग से प्रस्तुत किया गया। हमें उनमें से कुछ के शुभकामना संदेश भी मिले। ये संस्थाएँ हैं: राना-(के महेंद्र भंडारी और रश्मि नीरज जी का आभार), बाजका (की लता पांडे जी का आभार), एकल फ़ाउंडेशन (संदीप कुमार सिंह-कामिनी सिंह, पुरुषोत्तम गुप्ता जी, इंद्रा वढेरा जी, सुभाष चंद्र जी का आभार), के ओ ए सी (विद्या भूषण धर जी का आभार) CASEC (Canadian Academy of sports, education and culture के लिए पुन: महेन्द्र भंडारी जी का आभार), साहित्यकुंज.नेट ई-पत्रिका का सहयोग के लिए श्री सुमन कुमार घई जी आभार।

अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएँ भी हमेशा हमारा सहयोग करती हैं—हम उनके आभारी हैं। ये संस्थाएँ हैं: भारत से वैश्विक हिन्दी परिवार, अक्षरम, सिंगापुर कविताई, ब्रिटेन से वातायन यू.के. अमेरिका से झिलमिल। ज़ूम, फ़ेसबुक और यूट्यूब से जो लोग जुड़े उन सभी का हार्दिक आभार व्यक्त किया गया। 
 अंत में उन्होंने आशा प्रकट की कि हिंदी राइटर्स गिल्ड के द्वारा हिंदी के प्रचार प्रसार का जो यह दीप प्रज्वलित हुआ है वह हमेशा हमें प्रकाश देता रहेगा और हमारे देश, हमारे मन और संस्कृति को नई ऊँचाइयों तक ले कर जाएगा। 
 इस प्रकार हिंदी राइटर्स गिल्ड के द्वारा विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में एक अत्यंत सुंदर कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया और हिंदी भाषा के महत्त्व को रेखांकित किया गया।

रिपोर्ट प्रस्तुति-आशा बर्मन

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