केन्द्रीय रेलवे मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव द्वारा साहित्यकार दिनेश कुमार माली सम्मानित
‘रामायण प्रसंगों पर हलधर नाग के काव्य एवं युगीन विमर्श’ लोकार्पण
‘कालजयी ओड़िया कहानियाँ’ लोकार्पण
केन्द्रीय रेलवे मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव द्वारा साहित्यकार दिनेश कुमार माली सम्मानित
अन्य | कार्यक्रम रिपोर्ट दिनेश कुमार माली15 Jan 2023 (अंक: 221, द्वितीय, 2023 में प्रकाशित)
अंगुल। महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड के अंगुल-बलराम न्यू रेलवे लाइन के उद्घाटन, सम्बलपुर-शालीमार महिमा गुसाईं एक्स्प्रेस के शुभारंभ एवं अंगुल में केन्द्रीय विद्यालय के भूमि-पूजन के अवसर पर भारत सरकार के तीन मंत्री, केन्द्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री, श्री धर्मेन्द्र प्रधान; कोयला, खान एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री प्रह्लाद जोशी; केन्द्रीय रेलवे, संचार-सूचना एवं इलेक्ट्रॉनिक मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव; महानदी कोलफ़ील्डस लिमिटेड के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री ओम प्रकाश सिंह एवं निदेशक (कार्मिक) श्री केशव राव; केन्द्रीय विद्यालय के डिप्टी कमिश्नर डॉ. शीहरण बोस, केन्द्रीय विद्यालय नंबर 2 की प्रिंसिपल श्रीमती सुस्मिता प्रधान के कर-कमलों द्वारा महानदी कोलफ़ील्डस लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारी प्रख्यात हिन्दी लेखक दिनेश कुमार माली की दो पुस्तकों‘कालजयी ओड़िया कहानियाँ’ एवं ‘रामायण प्रसंगों पर हलधर नाग के काव्य एवं युगीन विमर्श’ का विमोचन हुआ।
ओड़िया भाषा से हिन्दी भाषा में अनुवाद के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के उन्हें रेलवे मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव के कर-कमलों से अंगवस्त्र एवं पुष्प-गुच्छ देकर सम्मानित किया गया।
ज्ञात हो, दिनेश कुमार माली कोल इंडिया, महानदी कोलफ़ील्ड्स, चतुर्थ अंतर-राष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन, थाईलैंड, अंतर-राष्ट्रीय ब्लागर सम्मलेन, लखनऊ, भारतीय राजभाषा विकास संस्थान, देहरादून द्वारा आयोजित अखिल भारतीय राजभाषा संगोष्ठी-2012, शिमला में पुस्तक ‘ओड़िया भाषा की प्रतिनिधि कविताएँ’ पर संस्थान का सर्वोच्च पुरस्कार ‘भारतेन्दु साहित्य शिरोमणि सम्मान’, नौवें अंतरराष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन, बीजिंग, चीन में ‘सृजनगाथा-सम्मान’, जयपुर की भव्या फ़ॉउंडेशन से साहित्य, शिक्षा और मोटिवेशन के क्षेत्र में ‘इंडियन बेस्टीज अवॉर्ड’, फिरोदाबाद में राष्ट्रीय प्रज्ञा संस्थान द्वारा भाषा सेतु अलंकरण सम्मान समेत अनेक स्थानीय संस्थाओं से शताधिक पुरस्कारों से सम्मानित हैं। दिनेश कुमार माली की हिन्दी के आलोचना के क्षेत्र में ‘त्रेता: एक सम्यक मूल्यांकन’, ‘राधामाधव: एक समग्र मूल्यांकन’, ‘मिथकीय सीमा से परे: रुद्रावतार’ पुस्तकें बहुचर्चित रही हैं, जबकि हलधर के काव्यों पर उनकी पुस्तकों ‘हलधर नाग का काव्य-संसार’, ‘हलधर नाग के लोक-साहित्य पर विमर्श’, ‘रामायण प्रसंगों पर आधारित हलधर के काव्य एवं युगीन विमर्श’ की वजह सड़े संबलपुरी भाषा के उदात्त साहित्य को इग्नू के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में स्थान मिला।
ओड़िया के विशिष्ट साहित्यकारों सीताकान्त महापात्र, विभूति पटनायक, बैरिस्टर गोविंद दास, जगदीश मोहंती आदि की कृतियों को ओडिशा की सीमाओं से अतिक्रम कर हिन्दी जगत में ले गए हैं। मंच का सफल संचालन टीवी चैनल की प्रसिद्ध उद्घोषिका शोभना मिश्रा ने किया और मंच प्रबंधन में भारतीय मज़दूर संघ के वरेण्य श्रमिक नेता सुदर्शन मोहंती का अनुकरणीय सहयोग रहा।
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