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डॉ. जयप्रकाश तिवारी

लखनऊ, उत्तर प्रदेश
जन्म-तिथि: जनवरी, 1961
जन्म-स्थान: ग्राम व पोस्ट-भरसर, ज़िला-बलिया (उत्तर प्रदेश) 
शिक्षा: 

संगोष्ठी/सम्मेलन प्रतिभागिता: विश्व दार्शनिक सम्मेलन (2000-2001) नई दिल्ली में सक्रिय सहभागिता। 
प्रकाशित कृतियाँ: 

  1. अजेय यशोधरा 2021, 

  2. नारी बनाम नारी 2022, 

  3. माँ का शब्द पुराण (प्रेस में)। 

  4. संपादन: जय वेदान्त (दार्शनिक ग्रंथ) 2023

  5. प्रकाशन के लिए तैयार:

  6. कवि का अपराध

  7. ओ मेरी संवेदना

  8. हिंदी: आर्त्तनाद से सिंहनाद

  9. ‘दुर्गासप्तशती का दार्शनिक विवेचन’ कार्य प्रगति पर . . .

प्रकाशित साझा संग्रह: शब्दों के अरण्य में, अर्ध सत्य तुम, शक्ति स्रोत तुम, शोध प्रतिमान, फ़ैसले गढ़े जाते हैं, हिंदी हैं हम, नारी सशक्तिकरण के अर्थ, साहित्यदीप, नीले गगन के तले, दिनकर दर्शन प्रथम पुष्प, जीवन दर्शन, काव्य वासुरी इत्यादि। 
समीक्षा: शब्दों के अरण्य में, रेत का समंदर, साँसों का सरगम, पगडंडियाँ, कस्तूरी, नारी सशक्तिकरण का निहितार्थ, यायावर, किनारे बहते हुए, हमिंग बर्ड, समय बहेलिया, उम्मीद की लौ, प्रेम की रचनाएँ, मैं द्रौपदी नहीं हूँ, शकुंतला: माटी अक्षतवट की, मुरारी की चौपाल आदि। 
सम्मान व पुरस्कार: 

प्रचलित ब्लॉग: 
pragyan vigyan 
pragyan vigyan paricharcha
gyan vigyan 100 

सम्प्रति: उत्तर प्रदेश पुलिस दूर संचार विभाग से रेडियो केंद्र अधिकारी पद से दिनांक 31.12.2020 को सेवा निवृत्ति के पश्चात साहित्य सृजन, ब्लॉग लेखन। 

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