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रज़ाउल जब्बार

10 मार्च,1937 में हैदराबाद (भारत) में पैदा हुए श्री रज़ाउल जब्बार ने, जीवन के पहले वर्ष में ही पोलियो से ग्रसित होते हुए भी जो कुछ कर दिखाया है, वह न केवल सराहनीय है अपितु उदाहरण भी है।

श्री रज़ाउल जब्बार ने हैदराबाद से एम.कॉम करने करने पश्चात मुम्बई से एल.एल.बी. और सी.ए. की डिग्री प्राप्त की। भारतीय जहाज बनाने वाली कम्पनी में काम करते हुए ‘पार्ट टाईम’ प्राध्यापक भी रहे। 1981 में कैनेडा प्रवास के पश्चात ‘रेवन्यू कैनेडा’ में कार्यरत हो गए। आजकल कार्यावकाश ग्रहण करने के बाद, कैनेडा में एल.एल.बी. की डिग्री लेकर ‘बार-काऊँसिल’ की परीक्षा उत्तीर्ण।

लेखन तो बचपन से ही आरम्भ हो गया था। 1955 में मुम्बई से प्रकाशित होने वाली पत्रिका ‘रहबर’ में पहली कहानी पुरस्कृत हुई और तब से पुरस्कारों की शृंखला अभी तक अनवरत है। 6 कहानी संग्रह प्रकाशित तथा भारतीय, महाराष्ट्र सरकार व अन्य कई संस्थाओं द्वारा पुरस्कृत और सम्मानित हो चुके हैं। रचनाएँ उर्दू साहित्य के जगत में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न पत्रिकाओं में छपती रही हैं।

रज़ाउल जब्बार का देहावसान टोरोंटो में हुआ जहाँ वह अपनी पत्नी, बच्चों के साथ रह रहे थे।

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