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सीमा बागला

न्म और बी.कॉम. की शिक्षा कलकत्ता शहर में हुई। 
प्रारम्भ से हिंदी कविताओं में थोड़ी रुचि बनी रही। शुरू में कुछ छोटी कवितायें लिखी जो मित्रों और स्वजनों को पसंद आने लगीं। धीरे-धीरे पारिवारिक अवसरों पर कुछ लिखने का आग्रह आने लगा और इस तरह एक नए शौक़ का सफ़र शुरू हुआ। स्कूल में पढ़ी कविताओं को अब एक नयी दिलचस्पी के साथ पढ़ने लगी और उसमें एक अद्भुत रस का आभास होने लगा और हिंदी भाषा के प्रति एक गहरा प्रेम पनपने लगा। 2014 में पति और अपने दो पुत्रों के साथ कैनेडा आ गई और नए जीवन की व्यस्तता में लिखने का क्रम धीमी गति से जारी रहा। 
लगभग 4 वर्ष पहले हिन्दी राइटर्स गिल्ड कैनेडा से मेरा परिचय हुआ और यहाँ मेरी कविता को जो सराहना मिली उससे मन में एक आत्मविश्वास जागा और इस सफ़र को आगे बढ़ाने का उत्साह भी। अब यह यात्रा लगातार चलती रहे, यही कोशिश है। 

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