पिता को समर्पित कविता - ओ पिता!
कविताएँ
डॉ. आरती स्मित
1 Jul 2020
1 Jul 2020
आज पूरे एक वर्ष हो गए पिता के अमूर्त हुए। उनका जाना शायद अमूर्त रूप में मेरे भीतर उतर आना था, तभी तो उन्हें अधिक महसूस रही ....