औरंगाबाद (महाराष्ट्र)
शिक्षा:
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पीएच.डी. (पाणिनियन व्याकरण और भाषाविज्ञान - आईआईटी बॉम्बे)
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एमएससी; एम फिल (भाषाविज्ञान, हैदराबाद विश्वविद्यालय)
सम्प्रति:
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बीजिंग नॉर्मल यूनिवर्सिटी और हांगकांग बैपटिस्ट यूनिवर्सिटी द्वारा संयुक्त रूप से स्थापित सेंटर फॉर हिस्ट्री एंड कल्चर रिसर्च में एसोसिएट प्रोफेसर-शोधकर्ता के रूप में चयनित।
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2013 से 2020 तक - सहायक प्रोफेसर, भाषाविज्ञान विभाग, ‘केरल केंद्रीय विश्वविद्यालय’, कासरगोड के रूप में 7 वर्ष।
भाषा ज्ञान: मराठी, हिंदी, संस्कृत और अंग्रेजी, उर्दू, फारसी, अरबी, बंगाली, गुजराती, कोंकणी, कन्नड़, तेलुगु, मलयालम् में धाराप्रवाह।
लेखन: साहित्यिक आलोचना, दर्शन, फीचर भाषाविज्ञान, भाषा का समाजशास्त्र, अनुवाद अध्ययन, संस्कृत व्याकरण, आधुनिक भारत में राजनीतिक विचार में विशेष रुचि।
प्रकाशन: भाषाई पत्रिकाओं, राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं, शोधपत्रों, पुस्तक समीक्षाओं आदि में प्रकाशित। पामुक के व्याख्यान 'नाइव एंड द सेंटीमेंटलिस्ट नॉवेलिस्ट' का मराठी अनुवाद प्रसिद्ध है। @chinmayshubhada या इंस्टाग्राम अकाउंट पर 'दाफा औरंगाबादी' नाम से उर्दू शायरी करते हैं।
लेखक की कृतियाँ
पुस्तक समीक्षा
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