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ब्रिटेन में कत्थक का मनोहारी प्रदर्शन—दिव्या शर्मा का मंच प्रवेश

 

स्थान: मिडलैंड आर्ट सेंटर, बर्मिंघम, 14 सितंबर 2024

ब्रिटेन में 14 सितंबर 2024 को मिडलैंड आर्ट सेंटर, बर्मिंघम में दिव्या शर्मा के कथक मंच प्रवेश का आयोजन हुआ। दिव्या पेशे से दंत चिकित्सक हैं। वे प्रसिद्ध कत्थक नृत्यांगना सोनिया साबरी की पहली शिष्या हैं जिनका मंच प्रवेश का कार्यक्रम हुआ। इस कार्यक्रम में दिव्या ने सोनिया साबरी की विशिष्ट कत्थक शैली का शानदार प्रदर्शन किया, जो उनकी वर्षों की निष्ठा, परिश्रम और गहरी श्रद्धा का परिणाम था। दिव्या के नृत्य ने एक अनुभवी कलाकार की गरिमा और परिपक्वता को प्रदर्शित किया, जिसमें लगभग दो घंटे तक शीर्ष स्तर के कत्थक का उत्कृष्ट प्रदर्शन देखने को मिला। उनकी प्रस्तुति की गहराई, शिल्प की सूक्ष्मता और विशिष्टता ब्रिटेन में दुर्लभ अनुभवों में से एक थी। 

प्रस्तुति दो भागों में विभाजित थी। पहले भाग में ‘नमः’, ‘होरी’, ‘ठुमरी’ और ‘तराना’ जैसी रचनाएँ थीं, जबकि दूसरे भाग में दिव्या ने तीन ताल पर आधारित प्रदर्शन किया, जिसमें उनकी लयकारी कला का प्रभावशाली प्रदर्शन हुआ। उनके भाई पुलकित शर्मा ने तबले पर संगत दी, जो नृत्य के साथ तालबद्ध सामंजस्य का एक अद्भुत उदाहरण था। 

दिव्या की प्रस्तुति में उनका अभिनय और हाव-भाव अत्यंत प्रभावशाली था। प्रत्येक मुद्रा और लय ने कत्थक के गहरे भावों को जीवंत किया, और सोनिया साबरी की शास्त्रीय परंपरा को बख़ूबी प्रस्तुत किया। दिव्या का यह प्रदर्शन पारंपरिक कत्थक की उत्कृष्टता का प्रमाण था। 

यह कार्यक्रम ब्रिटेन में पारंपरिक नृत्य और कत्थक को बढ़ावा देने के लिए एक महत्त्वपूर्ण क़दम था और दिव्या जैसी असाधारण नृत्यांगना के इस प्रदर्शन ने भविष्य में और भी मंचों और अवसरों की आवश्यकता को उजागर किया। 

बर्मिंघम में उपस्थित भारतीय कौंसुलावस से पधारे चांसरी प्रमुख श्री अमन बंसल इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। दक्षिण एशियाई नृत्य समुदाय के अग्रणी कलाकार और समर्थक जैसे उस्ताद सरवार साबरी, पियाली रे, चित्रलेखा बोलार, अत्रेयी भट्टाचार्य, विविध क्षेत्रों से उपस्थित कलाप्रेमियों में श्री पद्मेश गुप्त, डॉ. कृष्ण कुमार, सुश्री तितिक्षा शाह की उपस्थिति उल्लेखनीय थी। 

—वंदना मुकेश

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