अन्तरजाल पर
साहित्य-प्रेमियों की विश्राम-स्थली

काव्य साहित्य

कविता गीत-नवगीत गीतिका दोहे कविता - मुक्तक कविता - क्षणिका कवित-माहिया लोक गीत कविता - हाइकु कविता-तांका कविता-चोका कविता-सेदोका महाकाव्य चम्पू-काव्य खण्डकाव्य

शायरी

ग़ज़ल नज़्म रुबाई क़ता सजल

कथा-साहित्य

कहानी लघुकथा सांस्कृतिक कथा लोक कथा उपन्यास

हास्य/व्यंग्य

हास्य व्यंग्य आलेख-कहानी हास्य व्यंग्य कविता

अनूदित साहित्य

अनूदित कविता अनूदित कहानी अनूदित लघुकथा अनूदित लोक कथा अनूदित आलेख

आलेख

साहित्यिक सांस्कृतिक आलेख सामाजिक चिन्तन शोध निबन्ध ललित निबन्ध हाइबुन काम की बात ऐतिहासिक सिनेमा और साहित्य सिनेमा चर्चा ललित कला स्वास्थ्य

सम्पादकीय

सम्पादकीय सूची

संस्मरण

आप-बीती स्मृति लेख व्यक्ति चित्र आत्मकथा यात्रा वृत्तांत डायरी बच्चों के मुख से यात्रा संस्मरण रिपोर्ताज

बाल साहित्य

बाल साहित्य कविता बाल साहित्य कहानी बाल साहित्य लघुकथा बाल साहित्य नाटक बाल साहित्य आलेख किशोर साहित्य कविता किशोर साहित्य कहानी किशोर साहित्य लघुकथा किशोर हास्य व्यंग्य आलेख-कहानी किशोर हास्य व्यंग्य कविता किशोर साहित्य नाटक किशोर साहित्य आलेख

नाट्य-साहित्य

नाटक एकांकी काव्य नाटक प्रहसन

अन्य

रेखाचित्र पत्र कार्यक्रम रिपोर्ट सम्पादकीय प्रतिक्रिया पर्यटन

साक्षात्कार

बात-चीत

समीक्षा

पुस्तक समीक्षा पुस्तक चर्चा रचना समीक्षा
कॉपीराइट © साहित्य कुंज. सर्वाधिकार सुरक्षित

पाठ्यपुस्तकों में त्रिलोक सिंह ठकुरेला की रचनाएँ

 

साहित्यकार एवं सुपरिचित कुण्डलियाकार और उत्तर पश्चिम रेलवे में इंजीनियर त्रिलोक सिंह ठकुरेला की रचनाएँ विभिन्न पाठ्यपुस्तकों में संकलित की गयी हैं। ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस की कक्षा-3 की हिन्दी पाठ्यपुस्तक ऑक्सफ़ोर्ड एडवांटेज हिंदी पाठमाला भाग-2 में उनकी कविता ‘अंतरिक्ष की सैर’, शिक्षण की कक्षा-2 की हिंदी पाठ्यपुस्तक अक्षर दीपिका में उनकी बाल कविता ‘उपवन के फूल’ तथा केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पाठ्यक्रम के आधार पर तैयार की गयी कक्षा-5 की हिंदी पाठ्यपुस्तक ‘नवीन सुबोध भारती हिंदी पाठमाला-5’ में त्रिलोक सिंह ठकुरेला की कविता ‘गंध गुणों की बिखराएँ’ सम्मिलित की गयी है। 

उल्लेखनीय है कि राजस्थान साहित्य अकादमी के शंभूदयाल सक्सेना बाल साहित्य पुरस्कार से पुरस्कृत एवं पण्डित जवाहर लाल नेहरू बाल साहित्य अकादमी (जयपुर) सहित अनेक साहित्यिक संस्थाओं से सम्मानित त्रिलोक सिंह ठकुरेला की रचनाएँ महाराष्ट्र राज्य की दसवीं कक्षा की हिन्दी पाठ्यपुस्तक ‘हिन्दी कुमारभारती’ सहित लगभग चार दर्जन पाठ्यपुस्तकों में स्थान पा चुकी हैं। नया सवेरा, काव्यगंधा, समय की पगडंडियों पर, आनन्द मंजरी और सात रंग के घोड़े उनकी चर्चित कृतियाँ हैं। 

हाल ही में

अन्य समाचार