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पशुता से मनुष्यता की ओर ले जाता है साहित्य

बरेली 7 अगस्त– अखिल भारतीय साहित्य परिषद के तत्वाधान में चंद्र चंद्रकांता सभागार में साहित्य समागम का आयोजन किया गया। तीन सत्रों में आयोजित इस समारोह में पहले सत्र में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी का विषय था, “साहित्य का प्रदेय” विचार गोष्ठी के मुख्य अतिथि केंद्रीय हिंदी संस्थान के उपाध्यक्ष अनिल शर्मा जोशी ने विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि साहित्य समाज में संस्कारों एवं संस्कृति का संवाहक होता है। साहित्य का पहला धर्म है कि वह समाज को पशुता से मानवता की ओर ले जाए। उन्होंने साहित्यकारों से यह भी अनुरोध किया कि वे प्रोफ़ेशनल कोर्सों एमबीबीएस एवं बीटेक की पुस्तकें हिंदी में लिखने का अभियान चलाएँ। 

कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉक्टर ऐन.के. गुप्ता ने कहा कि साहित्य के माध्यम से समाज में भारतीय संस्कृति भारतीय विचारधारा जन-जन तक पहुँचाने का कार्य करें। 

कहानी वाचन के सत्र में डॉक्टर संदीप अवस्थी, मीनू खरे, डॉ. अमिता दुबे, प्रतिभा सिंह, आरती बाजपेई, डॉ. सुरेश बाबू मिश्रा तथा ऋचा पाठक ने अपनी-अपनी कहानियों का वाचन किया। 

कहानी गोष्ठी के मुख्य अतिथि संघ के विभाग प्रचारक ओमवीर जी रहे। अध्यक्षता डॉक्टर संदीप अवस्थी ने की। कार्यक्रम संयोजक डॉ. शशि बाला राठी जी ने सभी अभ्यागतों का स्वागत किया। कार्यक्रम के अंत में आभार डॉक्टर दीपंकर गुप्त ने प्रकट किया। कहानी वाचन के पश्चात तीसरे सत्र में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता डॉक्टर ओम प्रकाश शुक्ला अज्ञात ने की। मुख्य अतिथि डॉक्टर हरि अग्रवाल हरि (लखनऊ) रहे। काव्य गोष्ठी में कवियों ने भावपूर्ण कविताएँ प्रस्तुत कर समय बाँध दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अनिल शर्मा जोशी, अध्यक्ष संदीप अवस्थी, ब्रज प्रांत के अध्यक्ष साहित्य भूषण सुरेश बाबू मिश्रा, संरक्षक डॉ. अनिल शर्मा एवं कार्यक्रम संयोजक डॉक्टर शशिवाला राठी ने विभिन्न राज्यों से आए 22 साहित्यकारों को उत्तर प्रदेश साहित्य गौरव सम्मान से शॉल सम्मान पत्र एवं माल्यार्पण कर सम्मानित किया। 60 साहित्यकारों एवं समाजसेवियों को पांचाल गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। 

उत्तर प्रदेश साहित्य गौरव सम्मान से सम्मानित होने वाले साहित्यकारों में डॉ. अनिल शर्मा जोशी (दिल्ली), डॉक्टर संदीप अवस्थी (आगरा), हरि अग्रवाल हरि (लखनऊ), ओमप्रकाश अज्ञात (छिबरामऊ), डॉक्टर महेश पांडे बजरंग (उरई), मीनू खरे (लखनऊ), डॉ. अमिता दुबे (लखनऊ), प्रदीप श्रीवास्तव (लखनऊ), डॉक्टर राम कृष्ण बुद्ध (नागपुर), आरती सिंह एकता, प्रतिभा सिंह (अयोध्या), रेनू हुसैन (दिल्ली), प्रोफ़ेसर कृष्ण कुमार कौशिक (दिल्ली), आरती बाजपेई (लखनऊ), सुरेंद्र कुमार अग्निहोत्री (लखनऊ), रिचा पाठक (काशीपुर), सौम्या मिश्रा (लखनऊ) एवं डॉक्टर चंद्र प्रकाश शर्मा (रामपुर) तथा कंचन वर्मा मुख्य रूप से सम्मिलित रहे। 

कार्यक्रम का संचालन डॉ. ऐन.एल. शर्मा रविंद्र कुमार मिश्रा तथा रोहित राकेश ने संयुक्त रूप से किया कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ. शशि वाला राठी, डॉक्टर दीपंकर गुप्त, उमेश चंद्र गुप्ता, डॉ. एस पी मौर्या, प्रभाकर मिश्र, मोहन चंद्र पांडे, उपेंद्र सक्सेना, निर्भय सक्सैना, सुरेंद्र बीनू सेना, शिशुपाल सिंह, सुमंत माहेश्वरी, देवेंद्र शर्मा, रणधीर प्रसाद गौड़, रमेश गौतम, गुरविंदर सिंह, प्रवीण शर्मा, डॉ. रवि शर्मा, महिपाल राही आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम संयोजन डॉ. शशि बाला राठी ने किया तथा सभी आए हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर दीपंकर गुप्ता ने किया। 

— शशिवाला राठी कार्यक्रम संयोजक 

उत्तर प्रदेश साहित्य गौरव सम्मान 2022

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