एक यार दे दो ना भगवान
बाल साहित्य | किशोर साहित्य कविता जैनी दवे15 Oct 2021 (अंक: 191, द्वितीय, 2021 में प्रकाशित)
सुख में साथ नाचने को तो हज़ारों लोग हैं मेरे पास
दुःख में साथ रोने वाला भी एक दे दो ना भगवान
मुझे भी एक दोस्त दे दो ना भगवान
कैसे हो पूछने वाले तो हज़ारों लोग हैं मेरे पास
क्या हुआ पूछने वाला भी एक दे दो ना भगवान
मुझे भी एक दोस्त दे दो ना भगवान
हज़ारों लोग दिल तोड़ के चले गए मेरा
एक दिल जोड़ने वाला भी दे दो ना भगवान
मुझे भी एक दोस्त दे दो ना भगवान
सलाह देने वाले तो हज़ारों हैं मेरे पास
एक बात सुनने वाला भी दे दो ना भगवान
मुझे भी एक दोस्त दे दो भगवान
कहने को तो रिश्तेदार कई हैं मेरे पास
एक सच्चा वाला दोस्त भी दे दो ना
अन्य संबंधित लेख/रचनाएं
टिप्पणियाँ
कृपया टिप्पणी दें
लेखक की अन्य कृतियाँ
किशोर साहित्य कविता
विडियो
उपलब्ध नहीं
ऑडियो
उपलब्ध नहीं