हम भारत के सैनिक
बाल साहित्य | किशोर साहित्य कविता श्याम सुन्दर श्रीवास्तव 'कोमल'15 Sep 2020 (अंक: 164, द्वितीय, 2020 में प्रकाशित)
हम भारत के सैनिक हैं यह, देश हमें अति प्यारा है।
इसकी रक्षा करना सबसे, पहला फ़र्ज़ हमारा है।
इसकी पावन मिट्टी में हम, खेलकूद कर बड़े हुये।
फल, औषधियाँ, अन्न-जल पा, स्वस्थ, पुष्ट हो खड़े हुये।
वृक्ष, पुष्प, पर्वत मालायें, प्रकृति ने रूप सँवारा है।
इसकी रक्षा करना सबसे, पहला फ़र्ज़ हमारा है॥
मान और सम्मान देश का, कभी नहीं जाने देंगे।
अपने भारत की धरती पर, शत्रु नहीं आने देंगे।
पर्वत की चोटी पर चढ़कर, दुश्मन को ललकारा है।
इसकी रक्षा करना सबसे, पहला फ़र्ज़ हमारा है॥
पूर्व दिशा में सूरज उग कर, नई रोशनी भरता है।
देश गान गा मधु लय स्वर में, झर-झर झरना झरता है।
जागो, उठो! चूम लो चोटी, रवि ने हमें पुकारा है।
इसकी रक्षा करना सबसे, पहला फ़र्ज़ हमारा है॥
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