अन्तरजाल पर
साहित्य-प्रेमियों की विश्राम-स्थली

काव्य साहित्य

कविता गीत-नवगीत गीतिका दोहे कविता - मुक्तक कविता - क्षणिका कवित-माहिया लोक गीत कविता - हाइकु कविता-तांका कविता-चोका कविता-सेदोका महाकाव्य चम्पू-काव्य खण्डकाव्य

शायरी

ग़ज़ल नज़्म रुबाई क़ता सजल

कथा-साहित्य

कहानी लघुकथा सांस्कृतिक कथा लोक कथा उपन्यास

हास्य/व्यंग्य

हास्य व्यंग्य आलेख-कहानी हास्य व्यंग्य कविता

अनूदित साहित्य

अनूदित कविता अनूदित कहानी अनूदित लघुकथा अनूदित लोक कथा अनूदित आलेख

आलेख

साहित्यिक सांस्कृतिक आलेख सामाजिक चिन्तन शोध निबन्ध ललित निबन्ध हाइबुन काम की बात ऐतिहासिक सिनेमा और साहित्य सिनेमा चर्चा ललित कला स्वास्थ्य

सम्पादकीय

सम्पादकीय सूची

संस्मरण

आप-बीती स्मृति लेख व्यक्ति चित्र आत्मकथा वृत्तांत डायरी बच्चों के मुख से यात्रा संस्मरण रिपोर्ताज

बाल साहित्य

बाल साहित्य कविता बाल साहित्य कहानी बाल साहित्य लघुकथा बाल साहित्य नाटक बाल साहित्य आलेख किशोर साहित्य कविता किशोर साहित्य कहानी किशोर साहित्य लघुकथा किशोर हास्य व्यंग्य आलेख-कहानी किशोर हास्य व्यंग्य कविता किशोर साहित्य नाटक किशोर साहित्य आलेख

नाट्य-साहित्य

नाटक एकांकी काव्य नाटक प्रहसन

अन्य

रेखाचित्र पत्र कार्यक्रम रिपोर्ट सम्पादकीय प्रतिक्रिया पर्यटन

साक्षात्कार

बात-चीत

समीक्षा

पुस्तक समीक्षा पुस्तक चर्चा रचना समीक्षा
कॉपीराइट © साहित्य कुंज. सर्वाधिकार सुरक्षित

अजन्ता शर्मा

पश्चिमी बंगाल में जन्मी अजन्ता शर्मा आजकल देहली की निवासी हैं। कम्प्यूटर साईन्स में एम.एस सी. और इन्फ़रमेशन टेक्नालोजी में मास्टर्ज़ (एम.आई.टी) के पश्चात सोफ़टवेयर के क्षेत्र में कार्यरत हैं।
बालावस्था से ही गायन में अति रुचि रही है। अपनी कविताओं द्वारा अपने मन के भावों को वाणी देती हैं और अपनी चित्रकला द्वारा उनको व्यक्त करती हैं। बागवानी में भी रुचि है जिसकी हरियाली अजन्ता के प्रेम का प्रतिबिम्ब है और आजकल गिटार वादन की शिक्षा भी ले रही हैं। कभी कभी अपने घर के द्वार को “अल्पोना” से भी सज्जित करती हैं।
चित्रकला प्रदर्शनी, काव्य, नाटक व मंच संचालन, गायन और समाज सेवा के लिये स्कूल, कॉलेज व रोटरी क्लब द्वारा कई बार सम्मानित की जाने वाली अजन्ता शर्मा आज कर रोटरी क्लब की “रोट्रैक्टर” भी हैं।
प्रकाशन: इनकी कविताएँ वेबदुनिया, अनुभूति, उद्‍गम और हिन्दीनेस्ट में प्रकाशित हो चुकी हैं।

लेखक की कृतियाँ

कविता

विडियो

उपलब्ध नहीं

ऑडियो

उपलब्ध नहीं