इच्छा
कथा साहित्य | लघुकथा अवधेश कुमार झा17 Jan 2016
पहली बार पाँच सितारा होटल में गया। झिझकते हुए चाय का ऑर्डर दिया।
सजा-धजा वेटर एक केतली में गर्म पानी, एक केतली में दूध, एक चाय पत्ती का पाऊच और थोड़े चीनी के क्यूब देकर चला गया।
मैंने जैसे-तैसे चाय बनाकर पी ली।
वेटर आया और पूछा, "वुड यू लाईक टू हैव एनिथिंग मोर सर?"
मैंने कहा, "मटर पनीर खाने की इच्छा थी, पर बनाना नहीं आता...!"
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