आज के युग में क्रांतिवाद
काव्य साहित्य | कविता इन्द्रभूषण मिश्र30 Apr 2012
आतंकवाद से लड़ने को,
एक क्रांतिवाद लाओ यारो
ये धर्मवाद, ये जातिवाद,
ये राज्यवाद, जड़-से आज मिटाओ यारो
धार्मिक कट्टरपंथी महारथियों को,
सही-धर्म समझाओ यारो
आतंकवाद से लड़ने को,
एक क्रांतिवाद लाओ यारो।
जातिवादी राजनीति को,
भारत से आज उखाडो यारो
आतंकवाद से लड़ने को,
एक क्रांतिवाद लाओ यारो
ये स्थानवाद, ये भूमिवाद,
ये राज्यवादी संकुचिता को,
मन से आज मिटाओ यारो
आतंकवाद से लड़ने को,
एक क्रांतिवाद लाओ यारो।
देश पे मरने वालों को,
यूँ ही नहीं भुलाओ यारो
आतंकवाद से लड़ने को,
एक क्रांतिवाद लाओ यारो.
‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का अर्थ,
आज सबको समझाओ यारो
आतंकवाद से लड़ने को,
एक क्रांतिवाद लाओ यारो।
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