चलो मंगल ग्रह में
बाल साहित्य | बाल साहित्य कविता डॉ. प्रमोद सोनवानी 'पुष्प'1 Mar 2019
हमने भी भेज दिये हैं बच्चो,
मंगल ग्रह को यह संदेश।
सकल जहां से कम नहीं है,
अपना प्यारा भारत देश॥1॥
मंगल ग्रह के राजा को हम,
देश का हाल सुनायेंगे।
देश कैसे बढ़ेगा आगे,
सबक यही सीख आयेंगे॥2॥
मंगल वाले दुनियाँ का सच,
चहुँ ओर बगरायेंगे।
चलो-चलें जी मंगल ग्रह में,
हम सबको समझायेंगे॥3॥
यहाँ बढ़ रही है जनसंख्या,
चलो वहाँ सब जायेंगे।
मंगल ग्रह की नगरी में हम,
गीत ख़ुशी के गायेंगे॥4॥
अन्य संबंधित लेख/रचनाएं
टिप्पणियाँ
कृपया टिप्पणी दें
लेखक की अन्य कृतियाँ
स्मृति लेख
बाल साहित्य कविता
पुस्तक चर्चा
विडियो
उपलब्ध नहीं
ऑडियो
उपलब्ध नहीं