सुभाष चंद्र बोस
काव्य साहित्य | कविता मनीषा कुमारी आर्जवाम्बिका1 Feb 2021 (अंक: 174, प्रथम, 2021 में प्रकाशित)
अटल था स्वदेश प्रेम
इरादे थे उनके ठोस
नेताजी कहते थे सब
नाम था सुभाष चंद्र बोस
विलक्षण बुद्धि के थे वो
अद्वितीय था पराक्रम
देश की आज़ादी के लिए
किए उन्होंने सारे श्रम
स्वाधीनता के बदले
वीरों से माँगते थे रक्त
करता है राष्ट्र नमन
वो थे सच्चे देशभक्त
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