आँसू (जावेद आलम खान)
काव्य साहित्य | कविता जावेद आलम खान15 Nov 2019
क्या है ये आँसू
शेक्सपियर की ट्रेजडी का मूर्तिमान रूप
अंतस में छिपी पीड़ा का आकार
परिभाषा है अरस्तू के विरेचन की
या मानव को प्राप्त कोई दैवीय वरदान
या फिर वियोगी हृदय का गान
क्या है आँसू की पहचान
सिंचन है प्रेमांकुर का
या ममता का पालना है
अरे छोड़ो भी यार
इन बातों को गुज़रे ज़माने निकल गए
वक़्त के साथ आँसू भी बदल गए
छल कपट फरेब का आगार है आँसू
पश्चात्ताप की शक्ल में
प्रायश्चित का व्यापर है आँसू
क्यों कहते हो प्यार है आँसू
दया, त्याग, वेदना
ये सब बातें है काग़ज़ी
अलमुख़्तसर
विधाता की सृष्टि में
सबसे बड़ा धोखा है आँसू
बर्फ़ की परत से ढका
तेज़ाब का एक समंदर
जिसमें फँसाकर सौंदर्य का आखेटक
शिकार करता है
कोमल निश्छल सरल हृदय का
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