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भगवान शिव को संबोधित 7 क्षणिकाएँ

 

पवनेश ठकुराठी
महाशिवरात्रि पर विशेष

1. 
हे शिव! 
तुम कालजयी, तुम अमर! 
हे महादेव! 
तुम यशस्वी, तुम अजर! 
 
2. 
हे महेश्वर! 
तुम होकर क्रुद्ध। 
कर दो, 
मानव हृदय को शुद्ध। 
 
3. 
हे त्रिनेत्रधारी! 
लीला तुम्हारी। 
अद्भुत अलौकिक, 
जगत से न्यारी। 
 
4. 
हे नीलकंठ! 
पीकर गरल। 
किया मनुज का, 
जीवन सरल। 
 
5. 
हे त्रिशूलधारी! 
दुर्गुण संहारी। 
तुमसे आसुरी, 
शक्तियाँ हारीं। 
 
6. 
हे गंगाधर! 
मन हो निर्मल। 
स्वच्छ धरा, 
स्वच्छ हो जल। 
 
7. 
हे गिरीश्वर! 
हे कैलाशवासी। 
तुम्हारे बिना, 
सर्वत्र उदासी। 

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