पुरुष
काव्य साहित्य | कविता अमित डोगरा1 Aug 2023 (अंक: 234, प्रथम, 2023 में प्रकाशित)
पुरुष,
संस्कृति का दर्पण है
पुरुष
आत्मविश्वास का प्रतिनिधि है
पुरुष
कर्मठता का प्रतीक है
पुरुष
संघर्षशीलता का चित्रण है
पुरुष
आर्थिक परिस्थिति से जूझता
योद्धा है
पुरुष
श्रीराम जैसा एक आदर्श है
पुरुष
श्रीकृष्ण जैसा सर्व क्लेश
नाश करने वाला है
पुरुष
नव जीवन को अंकुरित करने वाला है
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