ये तो कहा ही नहीं
काव्य साहित्य | कविता राजू पाण्डेय15 Jul 2020 (अंक: 160, द्वितीय, 2020 में प्रकाशित)
अभी घंटा भर पहले ही तो
बॉर्डर से
आई लव यू बोला था
और चूमा था माथे को
वीडियो कॉल पे
बोला था रखना ईजा, बाबू
और बच्चों का ध्यान
फिर शाम को बात करूँगा
ये तो कहा ही नहीं
तू ही रखना अकेले
अब ध्यान सबका
बोल दो! बोल दो! ना भईया
झूठ है जो तुमने कहा
"वो अब नहीं रहे!"
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