जन्म: 1979
शिक्षा: एम.ए.(हिंदी साहित्य), बी.एड.
लेखन विधा: गीत, ग़ज़ल, कविता, कहानी (मूलतः ग़ज़लकार)
प्रकाशन: समकालीन भारतीय साहित्य, वागर्थ, अहा ज़िंदगी, हंस, वीणा, मधुमती, सेतु, पाखी, ककसाड़, हरिगंधा, राजस्थान पत्रिका सहित अनेक पत्र पत्रिकाओं में ग़ज़लें प्रकाशित।
पुस्तक: प्रथम ग़ज़ल संग्रह “हाशिये पर आदमी" सन् 2020 में प्रकाशित।
प्रसारण: कुछ टी. वी. चैनलों व आकाशवाणी से ग़ज़लों का प्रसारण।
संप्रति: राजस्थान अधीनस्थ सेवा में उप प्राचार्य पद पर कार्यरत।
लेखक की कृतियाँ
ग़ज़ल
- इक तमाचा गाल पर तब मार जाती है हवा
- कब किसी बंदूक या शमशीर ने रोका मुझे
- कब ये धरती और कब अंबर बचाना चाहती है
- कौन कहता है हवा दीपक बुझाना चाहती है
- जो चिंतनशील थे इस देश के हालात को लेकर
- बहुत होता सरल अपनी अना से दूर हो जाना
- भाइयों की आपसी तकरार से डरने लगे हैं
- रिश्तों की टूटन को कितना कम कर देता है
- लाभ का हिस्सा बड़ा जाता है जिन व्यापारियों तक
- हवा के साथ मिलकर पंछियों के पर को ले डूबा
विडियो
उपलब्ध नहीं
ऑडियो
उपलब्ध नहीं