आम का पेड़
काव्य साहित्य | कविता डॉ. दयाराम1 Jun 2021 (अंक: 182, प्रथम, 2021 में प्रकाशित)
सड़क किनारे
खड़ा
आम का पेड़
कर रहा है
इंतज़ार!
एक यात्री का
जो उसकी छाया में
खड़ा होकर
सुन सके कोयल का मधुर गीत
चिड़िया का संगीत
भँवरे की गुंजार
महसूस कर सके
कच्चे आमों की खट्टास
हवा में फैली सुंगध
अपनेपन का अहसास
इक्कीसवीं सदी की
भागदौड़ में
उसका इंतज़ार
बढ़ता ही जा रहा है।
दिनोंदिन!
अन्य संबंधित लेख/रचनाएं
टिप्पणियाँ
कृपया टिप्पणी दें
लेखक की अन्य कृतियाँ
कविता
साहित्यिक आलेख
शोध निबन्ध
विडियो
उपलब्ध नहीं
ऑडियो
उपलब्ध नहीं