दीवार
काव्य साहित्य | कविता जयदेव टोकसिया15 Jan 2022 (अंक: 197, द्वितीय, 2022 में प्रकाशित)
दीवार एक रिश्ता है
दो भाइयों के बीच का।
दीवार एक बटवारा है
दो घरों के बीच का॥
दीवार एक दूरी है
दो दिलों के बीच में।
दीवार एक मजबूरी है
दीवानों के बीच में॥
दीवार एक सम्बन्ध है
दो देशों के बीच का।
दीवार एक कारण है
बटवारे के बीच का॥
तोड़ दीवार जो मान रखें
अपनी दहलीज़ का।
वही तो कारण होगा
बदलती तक़दीर का॥
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