हमारी हिंदी
बाल साहित्य | किशोर साहित्य कविता विवेक कुमार ‘विवेक’15 May 2024 (अंक: 253, द्वितीय, 2024 में प्रकाशित)
हिंदी हमारी आन है,
हिंदी हमारी शान है,
हिंदी ही पहचान है,
यह मेरा अभिमान है।
हिंदी हिंदी हिंदी इस देश की
“आन बान और शान” है,
हिंदी में भाषा ही हमारी पहचान है,
हिंदी हमारे पूर्वजों का यह अभिमान है,
हिंदी भाषा ज्ञान का भंडार हम,
सबको मिलकर हिंदी को एक ऐसी
ऊँची उड़ान देनी है,
कि वह उड़ सके!
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अमन 2024/09/04 08:51 AM
अत्तिउत्तम kavita