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हुज़ूर इस क़द्र हॉर्न बजाते न चलिये 

 

कोई सितार बजाता है कोई गिटार बजाता है, कोई वायलिन बजाता है कोई हारमोनियम बजाता है। एक वर्ग ऐसा भी है जो बस हॉर्न बजाता है। 

हॉर्न बजाने में जो बजाना है वह एक मात्र ऐसा बजाना है जिसे सीखा नहीं जाता। इसमें गुरु शिष्य परंपरा का चलन नहीं है और न ही रियाज़ का रिवाज़ है। जिसे गाड़ी चलाना नहीं आता उसे भी हॉर्न बजाना आता है। गाड़ी चलाना सीखने का आरंभ हॉर्न बजाना सीखने से ही होता है। 

बचपन में ये लोग जब गाड़ी चलाने का अभिनय करते थे तब भी लगातार मुँह से हॉर्न बजाया करते थे। तभी इनके पिता जी को विश्वास हो गया था कि ये एक दिन हॉर्न बजाने में रिकार्ड स्थापित करेंगे। 

सितार बजाने वाले को सितार बजाने में वह सुख नहीं मिलता जो सुख हॉर्न बजाने वाले को हॉर्न बजाने में मिलता है। इस आनंद की इंतेहा यह है कि बजय्या जब गाड़ी नहीं चला रहा होता है तब भी वह खड़ी गाड़ी का हॉर्न बजाता रहता है। 

गाड़ी में ब्रेक लगाने का मक़सद होता है, गेयर लगाने का मक़सद होता है, लाईट लगाने का मक़सद होता है। गाड़ी चलाने वाला हर हिस्से का इस्तेमाल उसके लगाए जाने के मक़सद के अनुसार करता है लेकिन हॉर्न बजाने में से उसका मक़सद हटा दिया जाता है। अधिकतर लोग हॉर्न बेमक़सद बजाते हैं। 

जहाँ बजाना चाहिए वहाँ नहीं बजाते लेकिन जहाँ बजाने की ज़रूरत नहीं वहाँ लगातार बजाते रहते हैं। ऐसे भी लोग है जो बिना बजाये चला ही नहीं सकते, ये नॉन स्टॉप हॉर्न बजाते रहते हैं। रेड सिगनल पर तो ऐसा लगता है मानो यहाँ हॉर्न बजाओ प्रतियोगिता चल रही है। 

यह वाद्य यंत्र नहीं लेकिन सूचना तंत्र अवश्य है। लोग-बाग किसी को सामने से हटाने के लिये हॉर्न नहीं बजाते बल्कि किसी को बुलाने के लिये भी इसे बजाते हैं। हॉर्न बजा कर बुलाने में इसका पीड़ादायक पक्ष यह है कि हॉर्न की कान फोड़ आवाज़ पूरा महल्ला सुन लेता है बस वह बंदा नहीं सुनता जिसके लिये बजाया जा रहा है। जब ये किसी से मिलने जाते हैं तो अपने पहुचने की सूचना हॉर्न बजा कर ही देते हैं। जितनी दूर तक इनकी हॉर्न की आवाज़ पहुची है उससे भी आगे इनका बजाना पहुँच चुका है। उन्हें तो ईंट से ईंट बजा देना था जो हॉर्न बजा कर समय नष्ट कर रहे है। 

एक तरफ़ तो लोग इनके हॉर्न बजाने से त्रस्त है और दूसरी ये श्रीमान इस ख़ुशफ़हमी में है कि कहते हैं—हॉर्न बजा कर मैं लोगों की उदासी और निराशा को भगाता हूँ। यह नव जागरण का तरीक़ा है। जो गहरी नींद में हैं उन्हें जगाता हूँ। मेरे हॉर्न में स्वाद, सम्मोहन और उत्साह का संगम है। 

इनके हॉर्न का इतना आतंक मचा है कि हॉर्न विरोधी दस्ते का गठन की तैयारी हो रही है। यह दस्ता घर-घर जाकर निवेदन करेगा कि अनावश्यक हॉर्न न बजाये। हॉर्न से फैलने वाला प्रदूषण स्वास्थ्य के लिये हानिकारक है। जो नहीं मानेगे उनके वाहन में से हॉर्न ज़ब्ती की माँग की जायेगी। 

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