हिंदू हूँ मैं, हिंदुत्व से ही मेरी पहचान है!
काव्य साहित्य | कविता योगेश किराड़ू1 Jan 2024 (अंक: 244, प्रथम, 2024 में प्रकाशित)
ना जात-पात, ना ऊँच नीच,
हिन्दू हूँ मैं, हिंदुत्व से ही मेरी पहचान है।
ना श्याम वर्ण, ना श्वेत वर्ण
भगवा महज़ एक रंग नहीं, मेरे श्री राम की शान हैं।
ना हिंसा, ना धर्म विरोधी
सनातन प्रेमी हूँ मैं, सनातन धर्म मेरा अभिमान है।
ना अपशब्द, ना वैरभाव,
जय श्री राम! जय श्री राम!
इसी से जुड़ा मेरा नाम है।
ना रणनीति, ना कूटनीति,
ये रामभूमि है और इसी से मेरी आन बान शान है।
हिंदू हूँ मैं, हिंदुत्व से ही मेरी पहचान है॥
अन्य संबंधित लेख/रचनाएं
टिप्पणियाँ
कृपया टिप्पणी दें
लेखक की अन्य कृतियाँ
कविता
विडियो
उपलब्ध नहीं
ऑडियो
उपलब्ध नहीं