जय श्री राम
काव्य साहित्य | कविता योगेश किराड़ू1 Feb 2024 (अंक: 246, प्रथम, 2024 में प्रकाशित)
राम: रामौ रामा:,
आख़िरकार लौट आएँगे अयोध्याधामा,
रामम् रामौ रामान्,
प्रेम से कर रहे हम तेरा आह्वान,
रामेन् रामाभ्याम् रामैः,
राम नाम के गूँज रहे जयकारे,
रामाय रामाभ्याम् रामेभ्य:,
श्रीराम के होते अब किस बात है भय,
रामात् रामाभ्यम् रामेभ्य:,
हे मर्यादा पुरुषोत्तम! तेरी सदा है जय,
रामस्य रामयो: रामानाम्,
सब करे बस राम तेरा ही गुणगान,
रामे रामयो: रामेषु,
छलक आए ख़ुशी के आँसू,
हे राम! हे रामौ! ये रामा!
लौट आए अब हमारे अयोध्याधामा,
हे पुरुषोत्तम! हे रघुवर!
हे रघुनंदन! हे श्री राम!
तुमसे ही पूर्ण होते सब काम,
जय श्रीराम! जय श्रीराम!
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