जन्मदिवस पर कामना
काव्य साहित्य | कविता रीता तिवारी 'रीत'15 Jan 2022 (अंक: 197, द्वितीय, 2022 में प्रकाशित)
उन्मुख हो आलोकित पथ पर,
हर पल हर क्षण सुंदरतम हो।
सुख खिले पल्लवित जीवन में,
जीवन निष्कपट सरलतम हो।
ख़ुशियाँ बरसें आशीष मिले,
माँ की ममता की छाया हो।
और पिता स्नेह से पूरित मेरा,
जीवन का हर पल-पल हो।
अवतरण दिवस पर यही कामना,
सबका स्नेह मिले मुझको।
किरदार, कथानक हो सुंदर,
मन वाणी भी निर्मलतम हो।
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