कवि होना
काव्य साहित्य | कविता डॉ. कंचन लता जायसवाल29 Sep 2014
बहुत सारा कच्चा माल
पड़ा हुआ है,
बारूद से भरे गोदामों में,
कोई सैनिक
कभी भी
कवि बन सकता है।
कभी भी।
अन्य संबंधित लेख/रचनाएं
बहुत सारा कच्चा माल
पड़ा हुआ है,
बारूद से भरे गोदामों में,
कोई सैनिक
कभी भी
कवि बन सकता है।
कभी भी।
अन्य संबंधित लेख/रचनाएं