किसी दिन तो
काव्य साहित्य | कविता डॉ. कविता भट्ट1 Dec 2019 (अंक: 145, प्रथम, 2019 में प्रकाशित)
किसी दिन तो
फूटता तुम्हारा प्रेम
पहाड़ से छल-छल
बहते झरने-सा
अभिसिंचित होता तन-मन
अतृप्त धरा-सा।
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