उस सर्द मौसम में
काव्य साहित्य | कविता बृजमोहन स्वामी 'बैरागी'19 Feb 2016
उस सर्दी में
जब तुम्हारे हसीन
चेहरे पर
जमी
ओस की सुनहरी बूँद चमकी,
मेरे दिल में, उन्होंने, तमन्नाओं के
सारे दरवाज़े खोल दिए
समेट लिया तुम्हें
हमेशा के लिए
तुम्हारी सच्ची मोहब्बत पर
मुझे
आज भी
नाज़ है गीत....!
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