विज्ञानकु: शिक्षक दिवस
काव्य साहित्य | कविता - हाइकु हरेन्द्र श्रीवास्तव15 Sep 2022 (अंक: 213, द्वितीय, 2022 में प्रकाशित)
गुरु महान
माँ बाप से इनका
उच्च है स्थान।
महाविद्वान
गुरु ज्ञान की खान
देते हैं ज्ञान।
अच्छे शिक्षक
वैज्ञानिक सोच के
जो हैं प्रेरक।
राष्ट्र निर्माता
सच्चे मार्गदर्शक
सृष्टि के ज्ञाता।
शिष्ट व सभ्य
जिसके हों लक्षण
वही शिक्षक।
ज्ञान भंडार
बिन गुरु सम्भव
नहीं है ज्ञान।
सच्चा वो छात्र
शिक्षक को जो देता
मान-सम्मान।
उन्हें नमन
जिनसे बना ज्ञानी
पूरा जगत।
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