योग्यता
कथा साहित्य | लघुकथा आलोक कुमार सातपुते25 Nov 2009
‘‘सर मैं वरिष्ठ पत्रकार श्री जे.के. सिंग का भाई हूँं। उन्होंने मुझे आपके पास कलाकार के रिक्त पद के सिलसिले में भेजा है। सर मैं कला के सभी क्षेत्रों में दख़ल रखता हूँ। सर ये कुछ बड़ी साहित्यिक पत्रिकाओं के अंक हैं, जिनमें मेरी रचनाएँ छपी हैं। सर ये फोटोग्राफ़ी का डिप्लोमा और उससे सम्बन्धित पुरस्कार और सर ये रही मेरी संगीत विषारद की डिग्री और सर ये मेरी मूर्तिकला के नमूने और सर ये...’’
"देखो मिस्टर तुम्हारे इस ताम-झाम से हमें कोई मतलब नहीं है। तुम्हारी सबसे बड़ी योग्यता यह है कि तुम उस वरिष्ठ पत्रकार जे.के. सिग के भाई हो, जिसके पास हमारी कई सारी पोल हैं। तुम अपना आवेदन दो और निकल लो।"
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