आर-पार
काव्य साहित्य | कविता ख़ुदेजा ख़ान1 Nov 2022 (अंक: 216, प्रथम, 2022 में प्रकाशित)
99 के साँप ने
पासे को झट 3 पर पहुँचा दिया
सौवें रन पर आउट
यानी चूके शतक से
90 पर चयनित
89 पर आयोग्य
माइक्रोसेकंड की चूक से
ओलंपिक पदक छूटा
साँस चले तो ज़िंदा
रुके तो मौत
अदृश्य सी रेखा
विभाजित कर देती है
व्यक्ति को
इस पार या उस पार।
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