अनोखा गाना
बाल साहित्य | बाल साहित्य कविता शकुन्तला बहादुर23 Feb 2019
कौआ बोला काँव काँव।
बिल्ली बोली म्याउँ म्याउँ॥
बोला कबूतर गुटर गूँ।
मुर्गा बोला कुकड़ूँ कूँ॥
चिड़िया बोली चूँ चूँ चूँ।
चूहा बोला कूँ कूँ कूँ॥
गधा तो बोला सीपों सीपों।
बन्दर बोला खों खों खों॥
सबने मिल कर गाना गाया।
जो बच्चों के मन को भाया॥
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