दीप्ति–हाइकु–001
काव्य साहित्य | कविता - हाइकु डॉ. दीप्ति15 Mar 2025 (अंक: 273, द्वितीय, 2025 में प्रकाशित)
1.
पशु पक्षी है
प्रकृति की संतान
सम प्रभुत्व
2.
बलात्कार है
बच्चियों का चीत्कार
हैवानियत
3.
अन्नदाता वो
अभावित जीवन
विरोधाभास
5.
वृद्धाश्रम में,
भीगी व्याकुल आँखें
ढूंढे स्वजन
6.स्वप्निल तंद्रा,
समृद्धता की आस,
प्रवासी बने।
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