इस बार दिवाली पर
काव्य साहित्य | कविता प्रीति शर्मा 'असीम'15 Nov 2021 (अंक: 193, द्वितीय, 2021 में प्रकाशित)
इस बार दिवाली पर
पटाखे नहीं चलाएँगे।
इस बार दिवाली पर
पूरे देश को वैक्सीन से,
कोरोना मुक्त बनाएँगे।
इस बार दिवाली पर
कोरोना से कमज़ोर हुई अर्थव्यवस्था को,
मज़बूती से फिर से आगे हम बढ़ाएँगे।
इस बार दिवाली पर
चाइना का सामान नहीं घर लाएँगे।
शिक्षा के दीपक घर-घर जलाएँगे।
इस बार दिवाली पर
अंधविश्वासों की पकड़ से मानव को बचाएँगे।
इस बार दिवाली पर
स्वर्णित भारत के सपनें को,
फ़ायरवर्क से नहीं
ग्रीन दिवाली से सजाएँगे।
इस बार दिवाली पे,
आत्मनिर्भर जन-जन को बनायेंगें।
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