लक्ष्य पूरा करना है
काव्य साहित्य | कविता डॉ. केवलकृष्ण पाठक15 Nov 2024 (अंक: 265, द्वितीय, 2024 में प्रकाशित)
सभी शास्त्र कहते हैं मानव तनिक निहारो
जग में रहो मिल के, और कुछ सोच विचारो
क्यों जग में आये हो और कब तक रहना है
इस थोड़ी सी आयु में लक्ष्य पूरा करना है
आत्म साक्षात्कार का ढंग ये शास्त्र बतलाते
फिर क्यों मानव अपने लक्ष्य को भूल जाते
अंत समय में एक जगह जाना है प्राणी
धर्म शास्त्र मानव जीवन की एक कहानी
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